Vitamins Deficiency Diseases Hindi / विटामिन की कमी से होने वाले रोग / Vitamins Deficiency & Diseases in Hindi
विटामिन से हमारे शरीर को क्या लाभ मिलते हैं उनकी पूर्ति किन चीजों से की जाए और विटामिन की कमी से हमारे शरीर को क्या हानि तथा कौन-कौन से रोग उत्पन्न हो जाते हैं इसकी पूर्ति कैसे की जाए यह सब जानकारी हम आपको यहाँ दे रहे हैं।
विटामिन की कमी क्या है? What is Vitamin Deficiency in Hindi?
मानव शरीर अलग अलग पोषकों से मिलकर बना है। मानव या अन्य किसी भी जीव को शरीर से जुड़ी किसी भी क्रिया को करने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है। ये पोषण उन्हे ऊर्जा प्रदान करते हैं। जिस प्रकार ऊर्जाएं अलग अलग प्रकार की होती हैं, उसी प्रकार पोषण भी अलग अलग होते हैं। जिस प्रकार कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज लवण, कैल्शियम इत्यादि पोषण के प्रकार है उसी प्रकार विटामिन भी पोषण में से एक है और यह पोषण का एक बड़ा भाग है।
विटामिन के कई सारे प्रकार होते हैं और जब इनमें से किसी भी प्रकार की शरीर में कमी (कुपोषण) हो जाए तो उसे विटामिन की कमी (Vitamin Deficiency) कहा जाता है। अलग अलग विटामिनों की होने वाली कमियों से अलग अलग रोग होते हैं। जिस प्रकार अलग अलग विटामिन के स्रोत भी अलग अलग होते हैं।
1 – विटामिन ‘A’-
विटामिन A की कमी से आपकी दृष्टि कमजोर हो जाती है। रात को कम दिखाई देता है।अंधेरा होते ही आंख में खुजली और जलन होती है और आंख लाल हो जाती है प्रकाश को सहने की क्षमता कम हो जाती है वृद्धावस्था में मोतियाबिंद (रतौधी) हो जाता है, आंखों से धुंधला दिखने लगता है। जवानी मे दांत हिलने लगते हैं आदि रोग पैदा हो जाता है। इसकी पूर्ति के लिए हरी सब्जी, पालक, गोभी, धनिया, मूली, साग, पपीता, गाजर, आम, मक्खन आदि के सेवन कर के ऊपर लिखे रोगों से बचाव किया जा सकता है।
2 -विटामिन ‘B’ –
विटामिन B की कमी से बेरी बेरी रोग हो जाता है। इस बीमारी में पेशियों में कमजोरी अंग भारी तथा झुनझुनी होने लगता है। इसकी पूर्ति फल, बंद गोभी, गाजर, अंडे, वकृत, दूध, हरी सब्जी तथा खमीर के सेवन से होती है।
3 – विटामिन ‘C’-
विटामिन C की कमी से मुख पीला ,शरीर में दर्द ,मसूड़े फूलना उससे रक्त बहना, दांत टेढ़े मेढ़े होना,पायरिया घाव आसानी से न भरना, स्कर्वी रोग मनुष्य का कमजोर तथा चिड़चिड़ा होना, रक्त में कमी हृदय कमजोर होना, जुखाम, सर्दी, निमोनिया, फ्लू आदि रोग होते हैं ।इसरो की पूर्ति के लिए संतरा, नींबू, मौसमी आदि रसदार फलों का अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए। आंवला लगभग संपूर्ण विटामिन C है।
4 -विटामिन ‘D’ –
विटामिन D की कमी से दांत और हड्डियों का रोग हो जाता है ,जिसे सूखा रोग कहते हैं। बच्चों में इस रोग के लक्षण टांगों का टेढ़ा होना, वक्ष का बेडोल होना तथा फूली हुई कमजोर हड्डियों ,कमजोर दांत आदि हैं। इसकी सबसे अधिक पूर्ति हमारे त्वचा सूर्य के प्रकाश से करती है इसके अतिरिक्त शार्क मछली के तेल, यकृत आज से होती है।
5 – विटामिन ‘E’-
विटामिन E की कमी से पैरेलिसिस रोग ,पुरुषों में नपुंसकता, औरतों में बांझपन (बच्चा न पैदा होना) हो जाता है। इसकी पूर्ति हरी पत्ती,मक्का ,बिनोला, मटर, जौ,धान में पाया जाता है। इसके नियमित प्रयोग से विटामिन E की कमी नहीं हो सकती है।
6 – विटामिन ‘K’-
विटामिन K की कमी से खून नहीं जमता है। इसकी पूर्ति पालक, टमाटर, गोभी, सोयाबीन ,चावल के छिलके से पूरा होता है।
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विटामिन और उनकी कमी से होने वाले रोग
क्रमांक | विटामिन | कमी से होन वाले रोग |
1 | विटामिन – ए | रतौंधी, संक्रमणों का खतरा, जीरोप्थैलमिया, मोतियाबिंद, त्वचा शुष्क व शल्की |
2 | विटामिन – बी 1 | बेरी बेरी |
3 | विटामिन – बी 2 | त्वचा का फटना, आँखों का लाल होना |
4 | विटामिन – बी 3 | त्वचा पर दाद होना |
5 | विटामिन – बी 5 | बाल सफेद होना, मंदबुद्धि होना |
6 | विटामिन – बी 6 | एनिमिया, त्वहचा रोग |
7 | विटामिन– बी 7 | लकवा, शरीर में दर्द, बालों का गिरना |
8 | विटामिन – बी 9 | |
9 | विटामिन – बी 12 | एनिमिया, पेचिश रोग |
10 | विटामिन – सी | स्कर्वी |
11 | विटामिन – डी | रिकेट्स, ऑस्टियोमलेशिया |
12 | विटामिन – ई | जनन शक्ति का कम होना |
13 | विटामिन – के | रक्त का थक्का न जमना |
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