Vakyansh Ek Shabd-23 / त से शुरू होने वाले वाक्यांश के लिए एक शब्द
वाक्यांश के लिए एक शब्द
अपनी बात को सही और संक्षिप्त रूप से रखना एक कला है. भाषा को सुंदर, आकर्षक और प्रभावशाली बनाने के लिए हर भाषा में कुछ ऐसे शब्द होते हैं जो किसी एक वाक्य के स्थान पर इस्तेमाल किये जा सकते हैं. ऐसा लेख को प्रभावशाली और संक्षिप्त बनाने के लिए किया जाता है. हिन्दी भाषा में भी कई शब्दों के स्थान पर एक शब्द बोल कर हम भाषा को प्रभावशाली एवं आकर्षक बनाते हैं। अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग करके भाषा की सुदृढ़ता, और भावों की गम्भीरता रखते हुये एक चुस्त शैली में कोई लेख या पद लिख सकते हैं.
अतः जब अनेक शब्दों के स्थान पर केवल एक शब्द का प्रयोग किया जाए तो उसे वाक्यांश (Vakyansh) के लिए एक शब्द या अनेक शब्दों के लिए एक शब्द कहते हैं
उदाहरण 1: तुम उस औरत से क्या बात कर रहे थे जिसका पति मर चुका है?
वाक्यांश (Vakyansh) के लिए एक शब्द: तुम उस विधवा औरत से क्या बात कर रहे थे?
इस उदाहरण में ” जिसका पति मर चुका हो” इस वाक्यांश के लिए एक शब्द “विधवा” शब्द का प्रयोग किया गया है. आप देख सकते हैं कि इससे वाक्य ज्यादा सुन्दर और संक्षिप्त हो गया है.
उदाहरण 2: तुम उस पत्रिका को क्यों नहीं मंगाते जो महीने में एक बार आती है?
वाक्यांश (Vakyansh) के लिए एक शब्द: तुम उस मासिक पत्रिका को क्यों नहीं मंगाते?
इस उदाहरण में “जो महीने में एक बार आती है” इस वाक्यांश के लिए एक शब्द “मासिक” शब्द का प्रयोग किया गया है. Vakyansh Ek Shabd-23
त से शुरू होने वाले वाक्यांश (Vakyansh) के लिए एक शब्द
वाक्यांश या शब्द-समूह | शब्द |
दैहिक, दैविक व भौतिक ताप या कष्ट | त्रिताप |
वात, पित्त व कफ | त्रिदोष |
तैरने की इच्छा | तितीर्षा |
विवाद या गुटबंदी से अलग रहने वाला | तटस्थ/गुटनिरपेक्ष |
कोई काम या पद छोड़ देने के लिये लिखा गया पत्र | त्यागपत्र |
तीन वेदों को जानने वाला | त्रिवेदी |
तीनों कालों को देखने वाला | त्रिकालदर्शी |
तीन कालों को जानने वाला | त्रिकालज्ञ |
जो तीन गुणों (सत्व, रज व तम) से परे हो | त्रिगुणातीत |
किसी पद अथवा सेवा से मुक्ति का पत्र | त्यागपत्र |
किसी भी पक्ष का समर्थन न करने वाला | तटस्थ |
ऐसा तर्क जो देखने पर ठीक प्रतीत होता हो, किंतु वैसा न हो | तर्काभास |
तीन कालों की बात जानने वाला | त्रिकालज्ञ |
ऋण के रूप में आर्थिक सहायता | तकावी |
एक व्यक्ति द्वारा चलायी जाने वाली शासन प्रणाली | तानाशाही |
चोरी छिपे चुंगी शुल्क आदि दिये बिना माल लाकर बेचने वाला | तस्कर |
जो तर्क के आधार पर सही सिद्ध हो | तर्कसंगत |
तर्क के द्वारा जो माना गया हो | तर्कसम्मत |
भौंहों के बीच का ऊपरी भाग | त्रिकुटी |
सत्व, रज व तम | त्रिगण |
आँवला, हर्र व बहेड़ा | त्रिफला |
तीन युगों में होने वाला | त्रियुगी |
तीन नदियों का संगम | त्रिवेणी |
तीन लोकों का समूह | त्रिलोक |
उसी समय का | तत्कालीन |
जिसे त्याग देना उचित हो | त्याज्य |
स्वर्गलोक, मृत्युलोक और पाताल लोक | त्रिभुवन/त्रिलोक |
शीतल, मंद व सुगंधित वायु | त्रिविधवायु |
जो तर्क योग्य हो | तार्किक |
Vakyansh Ek Shabd-23
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