UIDAI Full Form (Unique Identification Authority of India)

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UIDAI Full Form

UIDAI Full Form in Hindi, UIDAI: Unique Identification Authority of India (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण)

UIDAI का फुल फॉर्म है Unique Identification Authority of India जिसे हिंदी में “भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण” कहा जाता है.

UIDAI यानि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI Full Form), भारत सरकार की एक संस्था है जो आधार योजना को लागू करने के लिए जिम्मेदार है, जिसका उद्देश्य भारत के सभी निवासियों के लिए एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करना है। UIDAI यानि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के तहत भारत के सभी नागरिकों को 12 अंकों की UID नंबर आवंटित करने के लिए अनिवार्य है. आधार संख्या एक व्यक्ति की जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी से जुड़ी होती है. कई सरकारी योजनाओं को संघ और राज्य सरकार आधार से जोड़ा गया है.

UIDAI का उद्देश्य

UIDAI का मतलब भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण है। यह एक वैधानिक प्राधिकरण या भारत सरकार की एक एजेंसी है जो डुप्लिकेट और नकली पहचान को खत्म करने के लिए भारत के सभी निवासियों को एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करती है. इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है और देश के अन्य शहरों में इसके आठ क्षेत्रीय कार्यालय (आरओ) भी हैं। इसके अलावा, इसके दो डेटा केंद्र हैं; एक बेंगलुरु, कर्नाटक के हेब्बल में और दूसरा गुरुग्राम, हरियाणा के मानेसर में।

UIDAI को लागू करने की मुख्य वजह

  • किसी भी समय, कहीं भी प्रमाणित करने के लिए भारतीय नागरिकों को एक विशिष्ट पहचान और एक डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करना.
  • विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करके भारत के निवासियों को सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का कुशल, पारदर्शी वितरण सुनिश्चित करना.
  • भारत के निवासियों को आधार संख्या जारी करने के लिए एक प्रणाली विकसित की गयी है जिसके तहत लोगों को अपनी बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय जानकारी जमा करके इसके लिए नामांकन किया जाता है, जिसके आगे चलकर बहुत फायदे प्राप्त होते हैं.
  • आधार धारकों के लिए उनकी डिजिटल पहचान को अद्यतन और प्रमाणित करने के लिए एक प्रणाली विकसित करना
  • प्रौद्योगिकी के बुनियादी ढांचे की उपलब्धता, रखरखाव और अद्यतन सुनिश्चित करने के लिए.
  • UIDAI के विजन (UIDAI Full Form) और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए एक दीर्घकालिक संगठन का निर्माण करना.
  • आधार अधिनियम का सभी व्यक्तियों और एजेंसियों द्वारा अक्षरश: अनुपालन सुनिश्चित करना।आधार अधिनियम के प्रावधानों को क्रियान्वित करने के लिए नियमों और रणनीतियों को आधार अधिनियम के अनुरूप बनाना।
  • इसके अलावा, UIDAI आधार नामांकन और प्रमाणीकरण के लिए जिम्मेदार है, जिसमें आधार जीवन चक्र के सभी चरणों के संचालन और प्रबंधन और व्यक्तियों की सूचना और प्रमाणीकरण रिकॉर्ड की पहचान की सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है।

UIDAI का इतिहास

UIDAI भारत सरकार की एक संस्था है, जो आधार योजना को लागू करती है। एक विशेष तरीके का यूआईडी नंबर होता है जिसे हिंदी में विशिष्ट पहचान संख्या कहते हैं। जिसका उद्देश्य भारत के सभी निवासियों के लिए एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करना है। भारतीय विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India)  सन 2009 में स्थापित भारत सरकार का एक प्राधिकरण है। इसका काम भारत के नागरिकों को  पहचान पत्र और पहचान संख्या देना है।  उनके बारे में जानकारी मिलती है। इस आधार संख्या से हर नागरिक की एक यूनिट पहचान होती जिससे कि उसे आसानी से पहचाना जा सकता है और विभिन्न सरकारी योजनाओं और संस्थानों में इसका उपयोग आइडेंटी कार्ड की तरह होता है।

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भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं में आधार कार्ड जरूरी है। बैंक से आधार कार्ड का लिंक, राशन कार्ड से आधार कार्ड का लिंक, इनकम टैक्स का पैन और आधार कार्ड से लिंक, आधार कार्ड यूनिक आईडी से किसी एक नागरिक की पहचान से होती है।  अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं होगा तो आप किसी भी योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। आधार कार्ड बैंक में स्कूल में किसी योजना का लाभ उठाने में आईडी और आपकी पहचान के रूप में मांगा जाता है।

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India, UIDAI)  यह प्राधिकरण सरकार द्वारा संचालित है। इसकी स्थापना 12 जुलाई सन 2016 को आधार अधिनियम 2016 के प्रावधानों पर हुआ था। इसमें भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र द्वारा इसे स्थापित किया गया है।

UIDAI की पहचान संख्या कितने डिजिट की होती है?

आपने देखा होगा कि आधार कार्ड पर एक यूआईडी (UIDAI Full Form) यानी विशिष्ट पहचान संख्या होती है, जिसे आम भाषा में आधार पहचान संख्या कहा जाता है। यह 12 डिजिट की होती है। इस आधार कार्ड और यूनिक आईडी नंबर से निवासियों की संख्या और उनके जेनेटिकल बायोमेट्रिक जानकारी जैसे की तस्वीर 10 उंगलियों की छाप आंखों की पुतली का स्केन आदि एक डेटाबेस के रूप में हर नागरिक की इन सूचनाओं को स्टोर करके रखा जाता है।

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