Mere bhole saral hriday ne Kavita (मेरे भोले सरल हृदय ने कविता)- सुभद्रा कुमारी चौहान
Mere bhole saral hriday ne Kavita, मेरे भोले सरल हृदय ने सुभद्रा कुमारी चौहान (Subhadra kumari chauhan) द्वारा लिखित कविता है. मेरे भोले सरल हृदय ने कभी न इस पर किया विचार- विधि ने लिखी भाल पर मेरे सुख की घड़ियाँ दो ही चार! छलती रही सदा ही आशा मृगतृष्णा-सी मतवाली, मिली सुधा या सुरा … Read more