Veero ka kaisa ho vasant Kavita (वीरों का कैसा हो वसंत कविता)- सुभद्रा कुमारी चौहान
Veero ka kaisa ho vasant Kavita, वीरों का कैसा हो वसंत सुभद्रा कुमारी चौहान (subhadra kumari chauhan) द्वारा लिखित वीर रस की एक प्रसिद्द कविता है. आ रही हिमालय से पुकार है उदधि गरजता बार बार प्राची पश्चिम भू नभ अपार; सब पूछ रहें हैं दिग-दिगन्त वीरों का कैसा हो वसंत फूली सरसों ने दिया … Read more