Mitne ka adhikar Kavita (मिटने का अधिकार कविता)- महादेवी वर्मा
Mitne ka adhikar Kavita, मिटने का अधिकार, महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) द्वारा लिखित कविता है. वे मुस्काते फूल, नहीं जिनको आता है मुरझाना, वे तारों के दीप, नहीं जिनको भाता है बुझ जाना! वे सूने से नयन,नहीं जिनमें बनते आँसू मोती, वह प्राणों की सेज,नही जिसमें बेसुध पीड़ा, सोती! Mitne ka adhikar Kavita वे नीलम … Read more