Yeh murjhaya hua phool hai Kavita (यह मुरझाया हुआ फूल है कविता)- सुभद्रा कुमारी चौहान

http://www.hindisarkariresult.com/subhadra-kumari-chauhan/

Yeh murjhaya hua phool hai Kavita, यह मुरझाया हुआ फूल है सुभद्रा कुमारी चौहान (subhadra kumari chauhan) द्वारा लिखित कविता है. यह मुरझाया हुआ फूल है, इसका हृदय दुखाना मत। स्वयं बिखरनेवाली इसकी, पँखड़ियाँ बिखराना मत॥ गुज़रो अगर पास से इसके इसे चोट पहुँचाना मत। जीवन की अंतिम घड़ियों में, देखो, इसे रुलाना मत॥ अगर … Read more

Murjhaya phool Kavita (मुरझाया फूल कविता)- सुभद्रा कुमारी चौहान

http://www.hindisarkariresult.com/subhadra-kumari-chauhan/

Murjhaya phool Kavita, ‘मुरझाया फूल’ सुभद्रा कुमारी चौहान (subhadra kumari chauhan) द्वारा लिखित एक छोटी सी कविता है. यह मुरझाया हुआ फूल है, इसका हृदय दुखाना मत। स्वयं बिखरने वाली इसकी पंखड़ियाँ बिखराना मत॥ गुजरो अगर पास से इसके इसे चोट पहुँचाना मत। जीवन की अंतिम घड़ियों में देखो, इसे रुलाना मत॥ Murjhaya phool Kavita … Read more

Tum mujhe puchhte ho Kavita (तुम मुझे पूछते हो कविता)- सुभद्रा कुमारी चौहान

http://www.hindisarkariresult.com/subhadra-kumari-chauhan/

Tum mujhe puchhte ho Kavita, तुम मुझे पूछते हो सुभद्रा कुमारी चौहान (subhadra kumari chauhan) द्वारा लिखित कविता है. यह मुरझाया हुआ फूल है, इसका हृदय दुखाना मत। स्वयं बिखरनेवाली इसकी, पँखड़ियाँ बिखराना मत॥ गुज़रो अगर पास से इसके इसे चोट पहुँचाना मत। जीवन की अंतिम घड़ियों में, देखो, इसे रुलाना मत॥ अगर हो सके … Read more

error: Content is protected !!