Phool Mahadevi Verma Kavita (फूल कविता)- महादेवी वर्मा

Phool Mahadevi Verma Kavita, फूल, महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) द्वारा लिखित कविता है. मधुरिमा के, मधु के अवतार सुधा से, सुषमा से, छविमान, आंसुओं में सहमे अभिराम तारकों से हे मूक अजान! सीख कर मुस्काने की बान कहां आऎ हो कोमल प्राण! स्निग्ध रजनी से लेकर हास रूप से भर कर सारे अंग, नये पल्लव … Read more

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