Puchho Kavita (पूछो कविता)- सुभद्रा कुमारी चौहान
Puchho Kavita, पूछो सुभद्रा कुमारी चौहान (subhadra kumari chauhan) द्वारा लिखित कविता है. विफल प्रयत्न हुए सारे, मैं हारी, निष्ठुरता जीती। अरे न पूछो, कह न सकूँगी, तुमसे मैं अपनी बीती॥ नहीं मानते हो तो जा उन मुकुलित कलियों से पूछो। अथवा विरह विकल घायल सी भ्रमरावलियों से पूछो॥ Puchho Kavita जो माली के निठुर … Read more