Ullas Kavita (उल्लास कविता)- सुभद्रा कुमारी चौहान
Ullas Kavita, उल्लास सुभद्रा कुमारी चौहान (subhadra kumari chauhan) द्वारा लिखित कविता है शैशव के सुन्दर प्रभात का मैंने नव विकास देखा। यौवन की मादक लाली में जीवन का हुलास देखा।। जग-झंझा-झकोर में आशा-लतिका का विलास देखा। आकांक्षा, उत्साह, प्रेम का क्रम-क्रम से प्रकाश देखा।। Ullas Kavita जीवन में न निराशा मुझको कभी रुलाने को … Read more