Strawberry in Hindi / स्ट्रॉबेरी खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान
स्ट्रॉबेरी दिखने में एक बहुत ही खूबसूरत तथा खाने में रसीला एवं स्वादिष्ट फल है. यह सेहत के लिए भी उतनी ही फायदेमंद होती है। स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) प्रोटीन, कैलोरी, फाइबर, आयोडीन, फोलेट, ओमेगा 3, पौटाशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, विटीमिन बी और सी के गुणों से भरपूर होती है जो कई बीमारीयों से लड़ने की ताकत देता है।
स्ट्रॉबेरी में पाए जाने वाले पोषक तत्व
- स्ट्रॉबेरी में विटामिन और फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. इसमें भारी मात्रा में एंटी-ऑक्सिडेंट्स भी होते हैं जिन्हें पोलीफेनॉल्स कहा जाता है. इसमें सोडियम, फैट, कोलेस्ट्रॉल नहीं होता और ये लो कैलोरी फूड होता है.
- स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) में मैग्नीज, विटामिन सी, पोटैशियम और विटामिन बी9 भी पर्याप्त मात्रा में होता है.
- स्ट्रॉबेरी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए भी अच्छा माना जाता है और इसलिए स्ट्रॉबेरी को अपने भोजन में जरूर शामिल करना चाहिए.
निम्नलिखित तालिका में स्ट्रॉबेरी में पाए जाने वाले सारे तत्वों के बारे में बताया गया है:
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
पानी | 90.95 |
ऊर्जा | 32kcal |
प्रोटीन | 0.67g |
कुल लिपिड (वसा) | 0.30g |
कार्बोहाइड्रेट | 7.68g |
फाइबर, टोटल डाइटरी | 2.0g |
शुगर | 4.89g |
कैल्शियम | 16mg |
आयरन | 0.41mg |
मैग्नीशियम | 13mg |
फास्फोरस, पी | 24mg |
पोटैशियम, के | 153mg |
सोडियम | 1mg |
जिंक | 0.14mg |
विटामिन सी | 58.8mg |
थायमिन | 0.024mg |
राइबोफ्लेविन | 0.022mg |
नियासिन | 0.386 mg |
विटामिन बी-6 | 0.047mg |
फोलेट,डीफई | 24µg |
विटामिन ए, RAE | 1µg |
विटामिन ए, IU | 12IU |
विटामिन ई, (अल्फा-टोकोफेरॉल) | 0.29mg |
विटामिन के (फाइलोक्विनोन) | 2.2µg |
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड | 0.015g |
फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड | 0.043g |
फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसैचुरेटेड | 0.155g |
स्ट्रॉबेरी के प्रकार – Types of Strawberry in Hindi
दुनिया में स्ट्रॉबेरी की कई वैरायटी उपलब्ध है लेकिन मुख्य रूप से इसे तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है.
जून-बियरिंग: यह स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) का सबसे आम और लोकप्रिय प्रकार है। इसकी खेती विश्वभर में व्यापक रूप से की जाती है। इसके फल आम तौर पर जून महीने में पकते हैं। जून-बियरिंग स्ट्रॉबेरी की उत्कृष्ट किस्मों की बात करें, तो इसमें अर्लीग्लो (Earliglow), होनोई (Honeoye), ऑलस्टार (Allstar), ज्वेल (Jewel) इत्यादि प्रमुख हैं.
एवर-बियरिंग: स्ट्रॉबेरी का दूसरा प्रकार है एवर-बियरिंग। हालांकि, यह नाम की तरह सदाबहार नहीं होती। इसका उत्पादन साल में दो बार होता है- गर्मियों और बसंत में। एवर बियरिंग प्रकार के स्ट्रॉबेरी की सबसे प्रसिद्ध किस्म हैं, लारमी और ओजार्क ब्यूटी।
डे-न्यूट्रल: पूरे गर्मियों में मिलने वाली स्ट्रॉब्रेरी को डे-न्यूटरल कहा जाता है। डे-न्यूटरल स्ट्रॉबेरी सबसे स्वादिष्ट स्ट्रॉबेरी मानी जाती है।
विश्व भर में स्ट्रॉब्रेरी (Strawberry in Hindi) की सैकड़ों किस्म पाई जाती हैं लेकिन भारत में आमतौर पर चैंडलर (Chandler), टियोगा, (Tioga) सेल्वा (Selva) आदि की खेती की जाती है।
स्ट्रॉबेरी के औषधीय गुण (Medicinal Values of Strawberry in Hindi)
- स्ट्रॉबेरी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है. स्ट्रॉबेरी में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन सी से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है जिससे बीमारियाँ दूर होती हैं तथा आदमी दिन भर एक्टिव महूसस करता है। स्ट्रॉबेरी में मौजूद विटामिन सी शरीर को इंफेक्शन से भी बचाता है।
- स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) में एंटीऑक्सीडेंट के साथ ही फ्लेवोनॉइड, फोलेट, केंफेरॉल और विटामिन सी जैसे जरूरी तत्व पाए जाते हैं। जो शरीर में कैंसर पैदा करने वाले सेल को खत्म कर देते हैं।
- स्ट्रॉबेरी दिल की बीमारियों से बचाती है. तनाव की वजह से अक्सर दिल की बीमारी होने का खतरा रहता है। ऐसे में अगर रोजाना स्ट्रॉबेरी का सेवन किया जाए, तो तनाव के साथ-साथ दिल की बीमारी को होने से रोका जा सकता है।
- स्ट्रॉबेरी में मौजूद फ्लेवोनॉइड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स बैड कॉलेस्ट्रॉल से बचाव करती हैं। जिससे धमनियां ब्लॉक होने से बच जाती हैं। धूम्रपान करने वाले लोगों में स्ट्रॉबेरी उस लिपिड पेरोक्सिडेशन को कम करती हैं जो दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ाता है।
- स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) डायबिटीज़ को कंट्रोल करती है. एक शोध के मुताबिक स्ट्रॉबेरी में ऐसे तत्व या घटक पाए जाते हैं, जो डायबिटीज़ से पीड़ित के शरीर के ग्लूकोज़ लेवल और लिपिड प्रोफाइल को बेहतर बनाती है। यही नहीं, रोजाना स्ट्रॉबेरी खाने से टाइप 2 डायबिटीज़ का जोखिम भी कम होता है।
- स्ट्रॉबेरी कील-मुंहासों की समस्या से राहत दिलाता है. अगर आप रोजाना स्ट्रॉबेरी का सेवन करते हैं तो ऐसे में आप के चेहरे के बंद पोर्स खुल जाते हैं जिससे चेहरे की गंदगी आसानी से साफ हो जाती है और आपको कील-मुंहासों की समस्या से दूर हो जाती है।
स्ट्रॉबेरी खाने के लाभ ( Strawberry khane ke fayde) (Benefits of Strawberry in Hindi)
इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है
विटामिन बी और सी के गुणों से भरपूर स्ट्रॉबेरी का सेवन इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है और इससे दिनभर आपके शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है। इसके अलावा स्ट्राबेरी का सेवन हाई ब्ल्ड प्रेशर को कम करने में भी मदद करता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाता है
इसमें मौजूद एंजाइम आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट तत्व होता है, जोकि आंखों को मोतियाबिंद से बचाता है। इसलिए रोजाना 1 स्ट्रॉबेरी का सेवन जरूर करें।
कैंसर से बचाता है
स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, फ्लेवोनॉयड, और विटामिन सी शरीर में कैंसर सेल्स को खत्म करने में मदद करते हैं। इसका सेवन आपके शरीर को हर तरह के कैंसर से लड़ने की ताकत देता है।
दिल की बीमारियां से बचाता है
इसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर का बैड कॉलेस्ट्रॉल से बचाव करता है, जिससे धमनियां ब्लॉक होने से बच जाती हैं। इस दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
डायबिटीज को करता है नियंत्रित
डायबिटीज के मरीज बिना किसी टेंशन के इसे खा सकते हैं। स्ट्रॉबेरी में ऐसे घटक होते हैं, जोकि डायबिटीज के मरीजों के ग्लूकोज लेवल पर अच्छा असर डालते हैं। इसके अलावा नियमित रूप से स्ट्रॉबेरी का सेवन टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी कम करता है।
वजन घटाने में मददगार
लो कैलोरी फूड एक कप स्ट्रॉबेरी में 53 कैलोरी होती है। इसमें भरपूर फाइबर भी होता है, जिससे इसको खाने के बाद काफी देर तक पेट भरा रहता है और आप अनहेल्दी स्नैक खाने से बच जाते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन सी आपका मेटाबॉलिज्म तेज करता है, जिससे शरीर तेजी से कैलोरी बर्न करता है।
कब्ज से राहत दिलाता है
रोज इसे खाने से पाचन क्रिया ठीक रहती है। स्ट्रॉबेरी में मौजूद फाइबर का सेवन पाचन क्रिया को दरुस्त रखता है, जिससे कब्ज, एसिडिटी, अपच और गैस जैसी प्रॉब्लम दूर रहती है।
अस्थमा से बचाता है
स्ट्रॉबेरी में ऐसे कई तत्व होते हैं, जिससे अस्थमा जैसी बीमारी को ठीक करने में मदद मिलती है। अगर आपको अस्थमा की प्रॉब्लम है तो आपको स्ट्रॉबेरी जरूर खानी चाहिए।
डिप्रैशन से बचाता है
इसका सेवन आपके मूड को सही बनाएं रखता है। इससे आपको सकारात्मक ऊर्जा मिलती है और आप अच्छा महसूस करते हैं। दिमाग ठंडा और फ्रैश रहने से आप तनाव या डिप्रैशन की समस्या से बचे रहते हैं।
गठिया रोग में लाभदायक
इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होने के कारण गठिया रोग के उपचार में मदद मिलती हैं। इसका सेवन शरीर में ऐंठन और दर्द की समस्या को दूर करता है, जिससे आपकी गठिया रोग की समस्या दूर हो जाती है।
वजन कम करने में सहायक
स्ट्रॉबेरी लो कैलोरी फल है, जिसका सेवन आप वजन घटाने के लिए भी कर सकते हैं। एक कप स्ट्रॉबेरी में महज 50 कैलोरी होती है। साथ ही फाइबर से भरपूर स्ट्रॉबेरी को खाने के बाद काफी देर तक आपका पेट भरा रहता है। हानिकारक स्नैक से बचते हुए आप स्ट्राबेरी को अपने आहार में शामिल कर अपने वजन को कम कर सकते हैं।
कैंसर से बचाने में सहायक
कैंसर जैसी घातक बीमारी के लिए स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) एक रामबाण इलाज हो सकती है। एक शोध के अनुसार, स्ट्रॉबेरी में कैंसर प्रिवेंटिव और कैंसर थेराप्यूटिक गुण मौजूद होते हैं, जो कैंसर के बचाव और इसके उपचार में प्रभावी असर दिखा सकते हैं। साथ ही स्ट्रॉबेरी में मौजूद केमो प्रिवेंटिव गुण कैंसर सेल के प्रसार को रोकने का काम कर सकते हैं। शोध में यह भी पाया गया कि स्ट्रॉबेरी ब्रेस्ट कैंसर लिए भी लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
हृदय के लिए लाभदायक
स्ट्रॉबेरी में एंटीऑक्सीडेंट गुण और पॉलीफेनॉल्स कंपाउंड प्रचुर मात्रा में होते हैं। स्ट्रॉबेरी आपको ह्रदय संबंधी समस्याओं से बचा सकता है और आपके ह्रदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। इसी वजह से ह्रदय स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए सप्ताह में तीन बार स्ट्रॉबेरी खाने की सलाह दी जाती है। वहीं, स्ट्रॉबेरी को ह्रदय के लिए सबसे ज्यादा स्वस्थ फल माना गया है और इसे हार्ट हेल्दी फलों की श्रेणी में रखा गया है।
दांत के लिए लाभदायक
अगर आप दांतों को नुकसान पहुंचाए बिना सफेद बनाना चाहते हैं, तो आप स्ट्रॉबेरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह फल दांतों को प्राकृतिक तरीके से सफेद करने का काम कर सकता है। विटामिन-सी से भरपूर स्ट्राबेरी आपके दांतों का पीलापन दूर कर ऐसे एंजाइमों को बनने से रोकता है, जो दांतों में बैक्टीरिया पैदा कर प्लाक और दांत टूटने की वजह बनते हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाता है
हड्डी को मजबूत बनाए रखने के लिए स्ट्रॉबेरी काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। दरअसल, स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) को बेरी के अंतर्गत माना जाता है और बढ़ती उम्र की वजह से कमजोर होती हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में बेरी को सहायक माना गया है। इसके अलावा, स्ट्रॉबेरी में मौजूद मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाता है।
सूजी आंखें के इलाज में सहायक
स्ट्रॉबेरी खाने के फायदे आंखों के लिए भी देखे जा सकते हैं। स्ट्रॉबेरी में एक खास एसिड अल्फा हाइड्रॉक्सी पाया जाता है, जो त्वचा को मुलायम बनाने का काम करता है, जिसका सकारात्मक असर सूजी आंखों पर भी दिख सकता है। हालांकि, अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड सूजी आंखों के लिए कितना कारगर होगा, इस पर सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। फिर भी सूजी आंखों के लिए स्ट्रॉबेरी को इस प्रकार इस्तेमाल कर सकते हैं।
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- सबसे पहले एक स्ट्रॉबेरी को थोड़ी देर के लिए फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें।
- फिर इसे मोटे-मोटे टुकड़ों में काट लें।
- अब आपको ठंडी स्ट्रॉबेरी के टुकड़े को दोनों आंखों पर 10 मिनट के लिए लगाना है।
- जब तक आराम न मिले आप इस उपाय को रोजाना दो बार करें।
रक्तचाप को नियन्त्रित करता है
स्ट्रॉबेरी के फायदे में रक्तचाप को नियंत्रित रखना भी शामिल है। दरअसल, स्ट्रॉबेरी में पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित कर स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, स्ट्रॉबेरी में मौजूद घुलनशील फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक
स्ट्रॉबेरी के सेवन (Strawberry in Hindi) से आप अपने मस्तिष्क को भी स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, स्ट्रॉबेरी में मौजूद फ्लेवोनोइड्स (Flavonoids) उम्र के साथ कमजोर होती याददाश्त को रोकने में सहायक हो सकते हैं। इसके अलावा, स्ट्रॉबेरी में मौजूद प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण आपके दिमाग को तनाव मुक्त रखते हैं। साथ ही मस्तिष्क से संबंधित रोगों से लड़ने में भी मदद करते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक
अगर आप स्वादिष्ट फल खाकर अपनी इम्यूनिटी बढ़ाना चाहते हैं, तो स्ट्रॉबेरी आपकी मदद कर सकता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करता है। आपको जानकर हैरानी होगी की एक कप स्ट्रॉबेरी में संतरे से भी ज्यादा विटामिन-सी पाया जाता है।
पुरुषों के लिए लाभदायक
स्ट्रॉबेरी खाने के फायदे यकीनन अनेक हैं। इसे पुरुषों के लिए खासकर लाभकारी माना जाता है। स्ट्राबेरी में अफ्रोडीसीएक (Aphrodisiac) तत्व पाया जाता है, जो कामोत्तेजना बढ़ाने में सहायक माना गया है। इसके अलावा स्ट्रॉबेरी का सेवन नपुंसकता में भी लाभदायक माना गया है। हालांकि, इसको लेकर अतिरिक्त शोध की आवश्यकता है।
प्रेग्नेंसी में सहायक लाभदायक
गर्भावस्था के दौरान विटामिन व कैल्शियम की अतिरिक्त मात्रा की जरूरत महिलाओं को होती है। खासकर, फोलेट (विटामिन-बी का एक प्रकार) मात्रा लेना बेहद जरूरी होता है, जिससे स्ट्रॉबेरी भरपूर है। फोलेट प्रेग्नेंसी में सहायक माना जाता है। यह बर्थ डिफेक्ट से जैसी समस्या को कम करने का काम कर सकता। बर्थ डिफेक्ट में पोषक तत्वों की कमी से बच्चे का विकास न होना, वजन कम होना, कुपोषण और शिशु से संबंधित अन्य परेशानी शामिल हैं। प्रसव पूर्व कितना विटामिन आहार में शामिल करना चाहिए, इसको लेकर डॉक्टर की राय जरूर लें।
कब्ज के इलाज में सहायक
स्ट्रॉबेरी फल के फायदे में कब्ज से राहत दिलाना भी शामिल है। स्ट्रॉबेरी फाइबर से समृद्ध होता है, इसलिए यह कब्ज के इलाज में मदद कर सकता है। फल में मौजूद फाइबर पाचन संबंधी परेशानी को भी दूर करने में सहायक है.
आँखों के लिए लाभदायक
स्ट्रॉबेरी आपकी आंखों की रोशनी बनाए रखने में मददगार साबित हो सकती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण मोतियाबिंद और अन्य नेत्र रोगों से आपको बचाने में सहायक साबित हो सकते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, स्ट्रॉबेरी में मौजूद फ्लेवोनोइड कंपाउंड (क्वेरसेटिन) की मात्रा आहार में बढ़ाने से आप मोतियाबिंद को रोकने के साथ ही दृष्टि स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल नियन्त्रित करता है
स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) में पेक्टिन होता है, जो एक प्रकार का घुलनशील फाइबर है। यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इसलिए, स्ट्रॉबेरी को आहार में शामिल कर आप कोलेस्टॉल से संबंधित हृदय रोगों से भी बच सकते हैं।
ब्लड शूगर लेवल नियंत्रित करता है
स्ट्रॉबेरी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, इसलिए यह ब्लड शूगर के लेवल को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है। डायबिटीज-2 के मरीजों के लिए भी स्ट्रॉबेरी को फायदेमंद माना गया है। ध्यान रहे कि साबुत स्ट्रॉबेरी का ही सेवन करें, क्योंकि जहां साबुत स्ट्रॉबेरी फायदा दे सकती है, वहीं इसका जूस नुकसान भी पहुंचा सकता है। ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए आप स्ट्रॉबेरी के पाउडर को भी इस्तेमाल में ला सकते हैं।
सूजन कम करने में सहायक
आप स्ट्रॉबेरी का सेवन कर गठिया से राहत पा सकते हैं। इसमें मौजूद पॉलीफेनोल (Polyphenols) और पोषक तत्व घुटने में होने वाली सूजन और दर्द दोनों को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, विटामिन-सी की कमी से मसूड़े में होने वाली सूजन को कम करने में भी स्ट्रॉबेरी सहायक साबित हो सकता है।
त्वचा के लिए अच्छा
त्वचा के लिए स्ट्रॉबेरी के फायदे अनेक हैं। इसमें कई पॉलीफेनोल्स (Polyphenols) होते हैं, जो कारगर एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी की तरह काम करते हैं। इसमें एंथोकायनिन (anthocyanins) नामक एक महत्वपूर्ण तत्व पाया जाता है। इसी तत्व के वजह से स्ट्रॉबेरी का रंग लाल और चमकदार होता है। यह त्वचा के लिए भी लाभकारी होता है। यह तत्व त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाने का काम करता है। यही वजह है कि स्ट्रॉबेरी के अर्क का कई कॉस्मेटिक्स में इस्तेमाल किया जाता है।
एंटी एजिंग की तरह काम करती है स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी फल (Strawberry in Hindi) के फायदे में एंटी एजिंग भी शामिल है। स्ट्रॉबेरी उम्र के साथ घटती चेहरे की चमक और कसावट बनाए रखने में मदद करता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी आपके चेहरे की रंगत को निखारता है और त्वचा की नमी को बनाए रखने में मदद करता है। स्ट्रॉबेरी फ्री रेडिकल्स की वजह से चेहरे के नुकसान को कम करने का काम करता है। स्ट्रॉबेरी को खाने के साथ ही इसका पेस्ट बनाकर आप चेहरे पर लगा सकते हैं।
बालों को झड़ने से बचाता है
बालों के लिए स्ट्रॉबेरी एक वरदान भी साबित हो सकती है। दरअसल, बालों को स्वस्थ बनाए रखने और इन्हें झड़ने से बचाने के लिए अपनी डाइट पर ध्यान देना काफी जरूरी है। आहार में विटामिन-सी की मात्रा कम होने से भी बाल झड़ने और टूटने लगते हैं। ऐसे में स्ट्रॉबेरी के सेवन से आप बालों को झड़ने से रोक सकते हैं। बालों को स्वस्थ रखने के लिए आप स्ट्रॉबेरी पेस्ट को जैतून या नारियल के तेल और थोड़े शहद के साथ मिलाकर हेयर मास्क बना सकती हैं। इससे बालों का झड़ना कम होने के साथ ही बालों में नेचुरल चमक आएगी।
स्ट्रॉबेरी का उपयोग (How to Use Strawberry in Hindi?)
स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) काफी स्वादिष्ट होती हैं, आप इन्हें कई तरह से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। स्ट्रॉबेरी का उपयोग इसके मीठे और रसदार स्वाद के कारण आमतौर पर डेजर्ट और आइसक्रीम में किया जाता है। इसका अर्क भी कई तरह के उत्पादों में इस्तेमाल में लाया जाता है। इसे निम्नलिखित तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है:
- स्ट्रॉबेरी को धोकर सीधे या काटकर दोनों तरह से खाया जा सकता है।
- स्ट्रॉबेरी की स्लाइस को आप सलाद में डालकर भी खा सकते हैं।
- स्ट्राबेरी का आप मूस बनाकर भी खा सकते हैं।
- स्ट्रॉबेरी जूस के फायदे भी कई हैं। आप इसके जूस का सेवन भी कर सकते हैं।
- आप इसे सूप गार्निश करने के लिए भी इस्तेमाल में ला सकते हैं।
- आप स्ट्राबेरी की जैम बनाकर ब्रेड के साथ भी खा सकते हैं।
- यह फल इतना पौष्टिक होता है कि इसे आप किसी भी समय खा सकते हैं।
स्ट्रॉबेरी खाने के नुकसान (Strawberry khane ke Nuksan) (Side Effects of Strawberry in Hindi)
- स्ट्रॉबेरी (Strawberry in Hindi) के ज्यादा सेवन से शरीर में विटामिन की मात्रा बढ़ जाती है। जिससे आपको डायरिया, गैस्ट्रिक और सुस्ती की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
- स्ट्रॉबेरी में फाइबर भी उच्च मात्रा में पाया जाता है। जिसका ज्यादा सेवन करने से आंतो से सम्बंधित परेशानी हो सकती है।
- इसके अलावा स्ट्रॉबेरी के रोजाना खाने से पाचन संबंधी समस्या भी हो सकती है।
- अगर आप नियमित रूप से ज्यादा मात्रा में स्ट्रॉबेरी का सेवन करते हैं, तो इससे आपके गले में दर्द की शिकायत हो सकती है।
- स्ट्रॉबेरी के ज्यादा सेवन से आपके शरीर में पोटैशियम की मात्रा ज्यादा हो सकती है। पोटैशियम ज्यादा होने पर आपको दिल से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, आपको हाइपरकलेमिया भी हो सकता है, जिसकी वजह से मांसपेशियों में कमजोरी व लकवा हो सकता है।
- स्ट्रॉबेरी के सीमित मात्रा से अधिक सेवन करने से पीलिया, शरीर में दर्द, और सूजन की समस्या भी आपको परेशान कर सकती है।
नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको स्ट्रॉबेरी से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।
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