Rasbhari in Hindi: (रसभरी फल की जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Rasbhari in Hindi

Rasbhari in Hindi / रसभरी खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

रसभरी एक तरह का फल है इसका रंग सुनहरे नारंगी रंग के फल की तरह होता है. इसे अंग्रेजी में केप गूज़बेरी और आमतौर पर भारत में रसभरी के नाम से जाना जाता है, एक छोटा नारंगी रंग का छोटी बेर की तरह का फल है। इसकी कई तह की किस्में पायी जात्ती हैं जिसमे गोल्डन बेरीज़, इंका बेरी और ग्राउंड बेरीज़ मुख्य हैं। यह फल आमतौर पर दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका, भारत और चीन जैसे गर्म क्षेत्रों में उगाए जाते हैं. यह फल टोमैटिलो के साथ निकटता से संबंधित हैं। टोमैटिलोस की तरह ये फल एक छिलके में लिपटे होते हैं। जिसे कैलीक्स कहा जाता है जिसे खाने से पहले हटा दिया जाता है। इन फलों में एक मीठा, उष्णकटिबंधीय स्वाद होता है जो अनानास और आम की याद दिलाता है। इस आर्टिकल में हम आपको रसभरी के पौष्टिक तत्व, फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

रसभरी में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व और खनिज (Nutrients and Minerals Found in Golden Berries in Hindi)

रसभरी (Rasbhari in Hindi) में बहुत से पौष्टिक तत्व और खनिज पाए जाते हैं। यह कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, वसा, विटामिन सी, थियामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन ए, आयरन, फास्फोरस इत्यादि विटमिन और खनिज का अच्छा स्रोत है। यह सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है।

रसभरी खाने के लाभ (Rasbhari khane ke fayde) (Benefits of Cape Gooseberries in Hindi)

रसभरी एक बहुत ही पौष्टिक फल है इसको खाने के अनेक स्वास्थ्य लाभ होते हैं:

कोलेस्ट्रॉल नियंतत्रित करने में

हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते है। जिसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल और बुरा कोलेस्ट्रॉल कहते है। बुरा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर हाई बीपी बढ़ता है और हृदय पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर हृदय स्वस्थ रहता है। रसभरी अच्छे कोलेस्ट्रॉल का एक बहुत अच्छा स्रोत है।

इम्युनिटी मजबूत रखने में

 जिस व्यक्ति का इम्युनिटी (जिसे हिंदी में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कहते हैं) कमजोर होता है उसे बीमार होने का जोखिम बना रहता है। इन सब समस्याओं से बचने के लिए विटामिन सी युक्त फल खाने चाहिए. रसभरी में अच्छी मात्रा विटामिन सी होता है। जो शरीर की इम्युनिटी को मजबूत करता है। इम्युनिटी मजबूत होने से सर्दी -जुखाम और फ्लू जैसी बीमारी जल्दी नहीं होती है।

कैंसर से बचाव करने में

कैंसर एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी होती है। इसकी रोकथाम करने के लिए रसभरी का सेवन करना चाहिए।

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इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट कैंसर विरोधी गुण होते है। जो कैंसर के ट्यूमर को बनने से रोकते है।

डायबिटीज में लाभदायक है रसभरी

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है। जो शरीर का साथ कभी नहीं छोड़ती है। यह शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाती है। रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए रसभरी बेरी बहुत उपयोगी होती है। इसमें उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट डायबिटीज टाइप 2 के लिए एक अच्छा घरेलुउपचार माना जाता है।

वजन को कम करने में सहायक

रसभरी (Rasbhari in Hindi) में वसा की मात्रा होती है। यह शरीर में वसा की मात्रा को बढ़ने नहीं देता है। इससे शरीर का वजन कम हो जाता है। जो लोग अपना वजन कम करने के लिए सोच रहे है उनको रसभरी का सेवन करना चाहिए।

गठिया में लाभदायक

रसभरी में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है। जो गठिया के सूजन और दर्द को कम करने में सहायता करता है। इसके अलावा मांसपेशियो का दर्द हो या बवासीर की समस्या रसभरी सभी के लिए घरेलु उपचार के रूप में कार्य करता है। रसभरी का सेवन आपकी हड्डियों को भी मजबूत बनता है।

हाई ब्लड प्रेशर कम करने में सहायक

बीपी की समस्या बहुत ही गंभीर होती है. अगर अधिक बढ़ जाये तो कई बार जानलेवा भी हो सकती है. रसभरी (Rasbhari in Hindi) में कुछ ऐसे घुलनशील फाइबर होते है जो किसी भी तरह के ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायता करता है। इसमें केरोटीकेमिकल्स व पॉलीफेनॉल उपस्थित होते हैं जो ब्लड प्रेशर कम करते हैं.

रसभरी खाने के नुकसान (Rasbhari khane ke Nuksan) (Side Effects of Cape Gooseberries in Hindi)

रसभरी का पौधा

रसभरी के फायदे तो बहुत है, लेकिन इसके साथ-साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं।

  • ररसभरी (Rasbhari in Hindi) का कच्चा सेवन ना करे क्योकि यह शरीर के लिए हानिकारक होता है। केवल पके हुए रसभरी का सेवन करना चाहिए।
  • यदि गर्भवती महिला और स्तनपान करने वाली महिला रसभरी का सेवन करना चाहती है, तो पहले अपने चिकिस्तिक से परमर्श करें।
  • कोई भी जंगली बेरी नहीं खाना चाहिए। इससे जान का खतरा हो सकता है। क्योंकि कई जंगली बेरी में विषाक्त पदार्थ होता है।
  • अगर किसी व्यक्ति को बेरी से त्वचा में एर्लजी होती है तो उन्हें रसभरी का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।

नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको रसभरी से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।

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