Problems of Adolescence Stage (किशोरावस्था की समस्याएं)

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Problems of Adolescence Stage

Problems of Adolescence Stage/ Kishoravastha ki Samasyayen

किशोरावस्था (Adolescence Stage) को जीवन का सबसे कठिन अवस्था माना गया है। इस अवस्था में किशोरों के जीवन में अनेक शारीरिक, मानसिक और संवेगात्मक परिवर्तन आते हैं।

स्टैनले हॉल के अनुसार,  “किशोरावस्था बड़े संघर्ष तनाव तथा विरोध की अवस्था है।“ Adolescence is a period of great stress strain and Strike.

किशोरावस्था में किशोरों के समक्ष निम्नलिखित समस्याएं आती हैं:

संवेगात्मक अस्थिरता (Emotional Instability)

किशोरावस्था में किशोरों के संवेग अस्थिर होते हैं। उनमें तीव्रता से उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। काम क्रोध प्रेम आदि संवेग काफी तीव्र होते हैं। किशोरों द्वारा लिए गए निर्णय अधिकतर बचकाने तथा अस्थिर प्रवृति के होते हैं। वे अपने कार्य, रुचियों, एवं आदतों में लापरवाह होते हैं तथा प्रत्येक क्षेत्र में अपनी विशिष्टता प्रदर्शित करने का प्रयास करते हैं। इस अवस्था में किशोर संवेगात्मक अस्थिरता का परिचय देते हैं। Problems of Adolescence Stage

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काम संबंधी समस्याएं (Sex Related Problems)

किशोरावस्था में किशोरों के समक्ष काम संबंधी अनेक समस्याएं खड़ी होती हैं। वे विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित हो जाते हैं तथा शारीरिक परिवर्तन के कारण उनकी काम भावना पराकाष्ठा की सीमा को पार कर जाती है। किशोरावस्था में किशोरों द्वारा काम संबंधी अपराध भी किए जाते हैं। इस समय किशोरों में आत्म प्रेम समलैंगिक काम भावना तथा विषमलिंगी काम भावना काफी तीव्र होती है।

किशोरापराध की प्रवृत्ति का विकास (Development of Juvenile Delinquent Tendency)

किशोरावस्था में किशोर अनेक बुरी आदतों का शिकार हो जाता है तथा कानून का उल्लंघन करने में उनको आनंद मिलता है। इस अवस्था में किशोरों में अपराधी प्रवृत्ति पनपने लगती है। वे अपराध करने में आनंद का अनुभव करने लगते हैं। अधिकतर बड़े अपराधी किशोरावस्था में ही अपराध की दुनिया में पदार्पण करते हैं। Problems of Adolescence Stage

अनुशासनहीनता की प्रवृत्ति (Tendency of Indiscipline)

किशोरावस्था में किशोरों में अनुशासनहीनता की प्रवृति भी काफी तीव्र पाई जाती है। किशोर अनुशासनहीन होकर नियमों को तोड़कर व्यवहार करने लगते हैं। तथा किसी काम में असफल होने पर अपराधी मनोवृति अपना लेते हैं।

अहंकार की समस्या (Ego Problem)

किशोरावस्था में किशोरों के अंदर सर्वाधिक अहंकार की समस्या होती है। वे अपने को उच्च से उच्चतर दिखाने का प्रयास करते हैं इसीलिए कॉलेजों में समूहों में झगड़े फसाद होते रहते हैं।किशोर अपने अहम की तुष्टि का हर संभव प्रयास करता है। Problems of Adolescence Stage

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