KPO Full Form (Knowledge Process Outsourcing)

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KPO Full Form

KPO Full Form in Hindi, KPO: Knowledge Process Outsourcing (ज्ञान प्रक्रिया आउटसोर्सिंग)

KPO का फुल फॉर्म है “Knowledge Process Outsourcing” यानि हिंदी में कहें तो ज्ञान प्रक्रिया आउटसोर्सिंग. KPO का काम ऐसे process को outsource करना है जिनके लिए high level की technical और analytical expertise की जरुरत होती है.

KPO के अंतर्गत किसी क्षेत्र के विशेषज्ञ के रूप में सेवा प्रदान की जाती है, KPO, BPO का ही एक SUBSET होता है. BPO की तरह KPO का कांसेप्ट भी सेम होता है जिसमें कोई भी बड़ा संगठन या कंपनी अपने किसी काम को Third party को सौंपती है. KPO किसी भी कंपनी का एक अभिन्न यानि अहम हिस्सा होता है. वहीँ इससे additional value creation, cost reductions भी होती है जो की company के लिए बहुत जरुरी होती है.

KPO, BPO का ही उच्च स्तर होता है. इस प्रोसेस के तहत किसी field के विशेषज्ञ के रुप में सर्विस दी जाती है. आज-कल कंपनियां अपने व्यापार के विस्तार के लिए Third party companies को hire करती है जो उन्हें BPO, KPO जैसी सर्विस प्रदान करती हैं. KPO, knowledge और information पर आधारित services से संबंधित होता है. इसके लिए higher education जरुरी है. केपीओ सेवा के कुछ उदाहरण हैं, अनुसंधान और विकास, व्यापार और बाजार अनुसंधान, नेटवर्क प्रबंधन, चिकित्सा सेवाएं, आदि.

BPO और KPO में अंतर

 BPO और KPO में बहुत ज्यादा अंतर नहीं होता है. BPO में जॉब करने के लिए जहां बुनियादी पढ़ाई चाहिए होती है वहीं KPO में नौकरी करने के लिए उच्च शिक्षा की आवश्यकता होती है. BPO में Service provider companies को कंपनी के बुनियादी स्तर के काम करने होते हैं वहीं KPO के तहत (KPO Full Form) तृतीय पक्ष को कंपनी के अग्रिम स्तर के काम करने होते हैं. जिसमें मार्केट रिसर्च, रिसर्च एंड डिवलेपमेंट आदि. KPO कंपनियों में काम करने वाले स्टाफ को काफी कुशल होना पड़ता है।

KPO नॉलेज प्रोसेसिंग आउटसोर्सिंग के लिए संक्षिप्त रूप है, और यह BPO का एक उप-समूह भी है, जिसमें प्रशिक्षण, और अनुसंधान, डेटा जांच और अन्य सूचना-आधारित गतिविधियों के लिए दक्षता शामिल है. KPO आमतौर पर अधिक केंद्रित और ज्ञान आधारित होते हैं. KPO outsourcing का एक रूप है जहां लागत और संसाधनों को बचाने के लिए एक ही संगठन के भीतर एक अलग कंपनी द्वारा ज्ञान और सूचना संबंधित कार्य किया जाता है. यह Business Process Outsourcing का एक Subset है, BPO की तुलना में KPO अधिक विशिष्ट और ज्ञान आधारित है।

इसे भी पढ़ें: BPO का फुल फॉर्म क्या है?

KPO को उनके परिचालन प्रवीणता और उनके उत्पादों और सेवाओं के बढ़ते मूल्य के लिए जाना जाता है. यह कंपनी और मानव संसाधनों की जटिलताओं को कम करता है. कुशल और अंग्रेजी बोलने वाले कर्मचारियों की उपलब्धता, सरकारी नीतियों, सस्ती सरकारी नीतियों आदि जैसे विभिन्न अनुकूल कारकों के कारण भारत KPO के लिए सबसे पसंदीदा स्थान रहा है।

KPO के क्षेत्र में नौकरियां

BPO और KPO का क्षेत्र (KPO Full Form) बहुत ही विस्तारित है, इसमें सदैव अच्छे व्यक्तियों की मांग बनी रहती है. उदाहारण के रूप में यूएस व यूके की कंपनियां अपने लिए डाटा एंट्री ऑपरेटर, शिपमेंट एग्जीक्यूटिव, वेब डिज़ाईनर और ग्राफिक डिज़ाईनर को नौकरी पर रखती हैं. इस पद के लिए साधारण रूप से इससे सम्बंधित Diploma व Certificate courseकी आवश्यकता होती है. यदि आपके पास Computer के क्षेत्र में डिग्री नहीं है, फिर भी आपको BPO में नौकरी आसानी से प्राप्त हो जाती है. आपके लिए यह जानना जरूरी है कि BPO में व्यक्तियों की मांग के अनुरूप पूर्ति रहती है, वर्तमान समय में विश्व की प्रमुख Companies एशिया के बाजार की ओर अग्रसर हो रही है, जिसका प्रमुख कारण एशिया में श्रम का मूल्य कम होना है. भारत या अन्य देश के बेरोजगार युवाओं के लिए यह (KPO Full Form) रोजगार का अवसर प्रदान करते है, इस प्रकार से एक युवा ग्रामीण क्षेत्र से निकल कर BPO और KPO के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे है।

KPO के लाभ

  • यह लागत को कम करता है।
  • यह किसी तीसरी पार्टी की विशेषज्ञता का उपयोग कर सकता है.
  • यह कंपनी की क्षमता में वृद्धि करता है.
  • Flexible time management और मानव संसाधन प्रबंधन प्रदान करता है।
  • अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद है और बेरोजगारी को कम करता है।

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