Kala Jeera in Hindi / काला जीरा खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान
जीरा भारतीय रसोई का एक प्रमुख मसाला है जिसका इस्तेमाल हर घर में होता है लेकिन आपको शायद ये ना पता हो कि जीरा केवल खाने में तड़का लगाने के लिए ही इस्तेमाल नहीं होता है, बल्कि छोटा सा जीरा कई औषधीय गुणों से भरपूर है। जीरे की मुख्यत: दो प्रजातियाँ पायी जाती हैं: सामान्य जीरा और काला जीरा.
यहां हम सामान्य जीरे की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि बात कर रहे हैं काले जीरे (Kala Jeera in Hindi) की जो अधिकांश घरों में इस्तेमाल होने वाले सामान्य जीरे से स्वाद में थोड़ा अलग और कड़वाहट लिए होता है।
काला जीरा (Black Cumin) क्या है?
काला जीरा (Kala Jeera in Hindi) को अंग्रेजी में ब्लैक क्यूमिन भी कहते हैं। बहुत सारे लोगों को ब्लैक क्यूमिन और ब्लैक सीड एक ही लगता है लेकिन, ये दोनों अलग-अलग हैं। ब्लैक क्यूमिन का वैज्ञानिक नाम Bunium bulbocastanum है। वहीं ब्लैक सीड Nigella sativa है। भारतीय मसालों के अलावा काला जीरा का प्रयोग कई बीमारियों के उपचार के लिए भी किया जाता है। इसकी जड़ों का स्वाद नारियल जैसा होता है, वहीं इसकी पत्तियां हर्ब्स के तौर पर प्रयोग की जाती हैं। कई थेरिपी में इसका प्रयोग किया जाता है और इसके बीज बहुत महंगे होते हैं।
अन्य भाषाओँ में काला जीरा का नाम
काला जीरा का वानस्पतिक नाम ,Carum carvi Linn. (कैरम कारवी) Syn-Carum aromaticum Salisb है. अन्य भाषाओँ में इसे निम्नलिखित नामों से जाना जाता हैः
- हिंदी में- काला जीरा (black jeera), स्या जीरा, स्याह जीरा,
- उर्दू में- जीराह (Jirah)
- अंग्रेजी में- Black caraway seed (ब्लैक कारावे सीड)
- संस्कृत में- कृष्णजीरा, जरणा, भेदिनी, बहुगन्धा
- कन्नड़ में- जिरिगे (Jirige)
- कश्मीरी में- गुन्यान (Gunyan)
- गुजराती में- जीराउत्मी (Jirautmi), जीरू (Jiru), शाहजीरू (Shahjiru)
- तमिल में- शिरागम (Shiragam), शिरूगम (Seerugam)
- तेलगु में- जिलाकाररा (Jilakarra), जीरा (Jiraka)
- बंगाली में- जीरा (jeera)
- पंजाबी में- जीरासीयाह (Jirasiyah)
- मराठी में- जीरोगिरे (Jiregire), जीरे (Jire)
- नेपाली में- जीरा (Jira)
- अरबी में- कमुना (Kamuna), कामुत (Kamuth)
- फारसी में- जीरा (Zira)
काला जीरा के औषधीय गुण (Medicinal Values of Kala Jeera in Hindi)
पुराने समय से ही काला जीरा का (Kala Jeera in Hindi) इस्तेमाल सिरदर्द, दांतों के दर्द, नेजल कंजेशन, अस्थमा, अर्थराइटिस, इंटेस्टाइनल वॉर्म आदि का इलाज करने के लिए किया जाता था। वहीं, इसका इस्तेमाल कंजेक्टीवाइटिस के इलाज के लिए भी किया जाता था। मौजूदा समय में काला जीरा का इस्तेमाल अस्थमा, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, वेट लॉस सहित अन्य स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से निजात पाने के लिए किया जाता है। इसके इस्तेमाल के साइंटिफिक पहलू भी हैं। आइये देखते हैं काला जीरा किन औषधीय गुणों से भरपूर होता है और कैसे आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है:
इंफेक्शन दूर करता है काला जीरा
कई शोध में काला जीरा को एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर पाया गया है। खासतौर पर स्टैफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus) में, जो त्वचा और सॉफ्ट टिशयू संक्रमण के कारणों से लड़ने में मदद करता है। इंफेक्शन से बचने की वजह से त्वचा संबंधी परेशानियों से बचने के साथ-साथ अन्य बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है काला जीरा
काला जीरा (Kala Jeera in Hindi) हमारे शरीर में मौजूद इम्यून सेल्स को स्वस्थ सेल्स में बदलकर ऑटोइम्यून विकारों को कोसों दूर करता है। अगर इसका सेवन डॉक्टर के सलाह अनुसार किया जाये तो इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग होता है और आप हेल्दी रह सकते हैं।
पेट संबंधित परेशानियों को दूर करता है काला जीरा
काले जीरे में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण पेट संबंधित परेशानियों के लिए फायदेमंद है। ये गैस्ट्रीक, पेट फूलना, पाचन संबंधी परेशानियां, पेट में कीड़े आदी समस्याओं में राहत प्रदान करता है।
डायबिटीज में लाभदायक है काला जीरा
काले जीरे (Kala Jeera in Hindi) में एंटी-ऑक्सिडेशन और एंटी-ग्लीकेशन गुण होते हैं जो मधुमेह की जटिलताओं और बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने में मददगार है। डायबिटीज (मधुमेह) होने की वजह से दिल की बीमारी, दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी समस्या हो सकती है। अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं, तो ब्लड शुगर लेवल और साथ ही ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करके दिल की बीमारी और अन्य शारीरिक परेशानी से बच सकते हैं।
कैंसर से बचाता है काला जीरा
इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने, अस्थमा व कैंसर जैसी बीमारियों से भी राहत पहुंचाते हैं।
सर्दी-जुकाम से बचाता है काला जीरा
सर्दी-जुकाम या सर्दी-खांसी की परेशानी होने पर व्यक्ति कमजोरी महसूस करने लगता है। ऐसी स्थिति में अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए ब्लैक क्यूमिन का सेवन आपकी परेशानी को काम करने के साथ-साथ अन्य बीमारियों से बचाने का काम भी करता है।
वजन कम करने में है सहायक
काला जीरा (Kala Jeera in Hindi वजन को कम करने में सहायक है। दरअसल इसमें मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण पेट से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए लाभकारी होता है और मेटाबोलिज्म ठीक रखता है जिससे यह बढ़ते वजन में सहायक होता है.
इसके अलावा काला जीरा निम्नलिखित बीमारियों में भी काफी उपयोगी होता है:
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए
- ब्रॉन्काइटिस के इलाज में
- आंतों की गैस और दस्त सहित पाचन संबंधी समस्याएं
- फ्लू
- सिरदर्द
इसे भी पढ़ें: बड़ी इलाइची खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान
- स्तनपान करवाने में
- मासिक धर्म संबंधी विकार
- कैंसर का रोकथाम
- नाक बंद
- खांसी
कैसे काम करता है काला जीरा?
काला जीरा (Kala Jeera in Hindi) कैसे काम करता है इस बारे में कोई वैज्ञानिक जानकारी नहीं है। हालांकि कई रिसर्च बताते हैं कि इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने में ममदगार है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व कई प्रकार की बीमारियों से शरीर की रक्षा करते हैं।
काला जीरा खाने के लाभ (Kala Jeera khane ke fayde) (Benefits of Kala Jeera in Hindi)
वजन कम करने में लाभदायक
अगर 3 महीने तक लगातार काले जीरे का सेवन किया जाए, तो शरीर में जमा अनावश्यक फैट घटाने में मदद मिलती है। काला जीरा फैट को गला कर अपशिष्ट पदार्थों (मल-मूत्र) के माध्यम से शरीर से बाहर कर देता है।
इम्यून विकार को दूर करके रोग-प्रतिरोधक बढ़ाता है
काले जीरे के नियमित सेवन से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है, ये शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में बोन मैरो, नेचुरल इंटरफेरॉन और रोग-प्रतिरोधक सेल्स की मदद करता है। साथ ही इसका सेवन शरीर में ऊर्जा का संचार करता है जिससे जल्द थकान और कमजोरी महसूस नहीं होती।
पेट की तकलीफ को करता है दूर
काले जीरे (Kala Jeera in Hindi) में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते है जिसके कारण ये पेट संबंधी कई समस्याओं में लाभकारी होता है, जैसे पाचन संबंधी गड़बड़ी, गैस्ट्रिक, पेट फूलना, पेट-दर्द, दस्त, पेट में कीड़े होना आदि समस्याओं में यह राहत देता है। धीरे-धीरे पचने वाला खाना खाने के बाद थोड़ा-सा काला जीरा खाने से तत्काल लाभ होता है।
सर्दी-जुकाम, कफ में फायदेमंद
सर्दी-जुकाम, कफ से बंद नाक के लिए काला जीरा इन्हेलर का काम भी करता है। ऐसी स्थिति में थोड़ा सा भुना जीरा रूमाल में बांध कर सूंघने से आराम मिलता है। अस्थमा, काली खांसी, ब्रोंकाइटिस, एलर्जी से होने वाली सांस की बीमारियों में भी यह फायदेमंद है।
सिरदर्द व दांत दर्द से दे राहत
काले जीरे (Kala Jeera in Hindi) का तेल सिर और माथे पर लगाने से माइग्रेन जैसे दर्द में लाभ होता है। गर्म पानी में काले जीरे के तेल की कुछ बूंदें डाल कर कुल्ला करने से दांत दर्द में काफी राहत मिलती है।
एंटीसेप्टिक का काम करता है काला जीरा
एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण काला जीरा संक्रमण को फैलने से रोकता है। काले जीरे के पाउडर का लेप घाव, फोड़े-फुंसियां आदि पर लगाने से वे आसानी से भर जाते हैं।
काला जीरा खाने के नुकसान (Kala Jeera khane ke Nuksan) (Side Effects of Kala Jeera in Hindi)
- अगर आप हाई ब्लड प्रेशर के पेशेंट हैं तो भी इसका सेवन एवॉइड करें।
- बच्चों के लिए ब्लैक क्यूमिन ऑयल एक सीमित मात्रा में सेफ है। लंबे समय तक इसे न दें।
- आप कोई दूसरी दवाइयां खा रहे हैं। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका सेवन करें।
- अगर आपको जीरा या फिर किसी दूसरे हर्ब्स से एलर्जी है तो।
- लो डायबिटीज के पेशेंट्स इसका सेवन न करें। इससे उनकी शुगर पहले से ज्यादा लो हो सकती है जो नुकसानदायक साबित हो सकता है।
- अगर आपको ब्लीडिंग डिसऑर्डर है तो काला जीरा ब्लीडिंग की संभावना को बढ़ाता है। इसलिए इसे एवॉइड करें।
- काला जीरा (Kala Jeera in Hindi) तासीर में गर्म होता है जिस कारण इसका सेवन एक दिन में तीन ग्राम से ज्यादा नहीं करना चाहिए।
- जिन्हें ज्यादा गर्मी लगती है या जो हाई ब्लडप्रेशर के मरीज है, गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चों के मामले में डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका सेवन करना चाहिए।
- लो ब्लड प्रेशर वाले इसका सेवन न करें।
- आप पहले से किसी तरह की बीमारी से पीड़ित हों तो भी इसका सेवन डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करें।
नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको काला जीरा से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है। लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।
Leave a Reply