Jwar Bhata Tide Hindi / ज्वार-भाटा क्या होता है? / Tide in Hindi
ज्वार भाटा (Tides in Hindi)
1. चन्द्रमा एवं सूर्य की आकर्षण शक्तियों के कारण सागर के जल को उपर उठने तथा नीचे गिरने की घटना को ज्वार भाटा कहते हैं.
2. सागरीय जल के ऊपर उठकर आगे बढ़ने को ज्वार (Tide) तथा सागरीय जल को नीचे गिरकर पीछे लौटने (सागर की ओर) को भाटा (Abb) कहते हैं
3. चन्द्रमा का ज्वार उत्पादक बल सूर्य की अपेक्षा दोगुना होता है क्योंकि यह सूर्य की तुलना में पृथ्वी के अधिक निकट है
4. आमवस्या और पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा, सूर्य और पृथ्वी एक सीध में होते हैं अत: इस दिन उच्च ज्वार उत्पन्न होता है. दोनों पक्षों की सप्तमी या अष्टमी को सूर्य और चन्द्रमा पृथ्वी के केंद्र पर समकोण बनाते हैं, इस स्थिति में सूर्य और चन्द्रमा के आकर्षण बल एक दुसरे को संतुलित कर देते हैं और प्रभावहीन हो जाते हैं. अत: इस दिन निम्न ज्वार उत्पन्न होता है Jwar Bhata Tide Hindi
5. पृथ्वी पर प्रत्येक स्थान पर प्रतिदिन 12 बजकर 26 मिनट के बाद ज्वार तथा ज्वार के 6 घंटा 13 मिनट बाद भाटा आता है
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6. ज्वार प्रतिदिन 2 बार आते हैं. एक बार चन्द्रमा के आकर्षण से और दूसरी बार पृथ्वी के अपकेन्द्रिय बल के कारण. सामान्यत: ज्वार प्रतिदिन 2 बार आते हैं लेकिन इंग्लैंड के दक्षिण तट पर स्थित साऊथहैम्पटन पर ज्वार प्रतिदिन 4 बार आते हैं. Jwar Bhata Tide Hindi
7. यहाँ 2 बार ज्वार इंग्लिश चैनल को होकर और 2 बार उत्तरी सागर से होकर विभिन्न अंतरालों पर पहुँचते हैं
8. महासागरीय जल की सतह का औसत दैनिक तापान्तर नगण्य होता है (लगभग 1 डिग्री सेल्सियस)
9. महासागरीय जल का उच्चतम वार्षिक तापक्रम अगस्त में एवं न्यूनतम वार्षिक तापक्रम फरवरी में रिकॉर्ड किया जाता है Jwar Bhata Tide Hindi
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