Jamun in Hindi (जामुन: जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Jamun in Hindi

Jamun in Hindi/ जामुन खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

जामुन (English name: Black plum or Indian Blueberry) एक सदाबहार वृक्ष है। इसका वैज्ञानिक नाम Syzygium camino है। यह वृक्ष भारत एवं दक्षिण एशिया के अन्य देशों तथा इंडोनेशिया आदि में भी पाया  जाता है।  

विभिन्न जगहों पर लोग जामुन को अनेक नामों से जानते हैं जैसे: जामुन, राजमन, काला जामुन, गुल जामुन, जमाली, ब्लैकबेरी, Black plum,  Indian Blueberry आदि। आकृति की दृष्टि से जामुन एक से 2 सेंटीमीटर व्यास के आकार का होता है, जिसके फल का रंग गाढ़ा बैंगनी या काला होता है।

अन्य फलों की तुलना में जामुन कम कैलोरी प्रदान करता है, लेकिन इसमें ग्लूकोज और फ्रक्टोज मुख्य रूप से पाए जाते हैं। Jamun in Hindi

जामुन में उपलब्ध पोषक तत्व-

ऊर्जा251 किलो जूल
कार्बोहाइड्रेट14 ग्राम
फाइबर0.6 ग्राम
फैट्स0.23 ग्राम
विटामिन, कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम0.99 5 ग्राम

जामुन का फल अम्लीय और कसैला होता है। अच्छी तरह पाक जाने पर यह काला व मीठा हो जाता है। कुछ लोग नमक के साथ इसके स्वाद का आनंद लेते हैं। इस फल के बीज में आयरन व विटामिन बी के साथ-साथ कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है। एक निश्चित मात्रा में इसका सेवन करने से यह हमारे शरीर के लिए बहुत लाभप्रद सिद्ध होता है तथा अधिक मात्रा में सेवन करने से हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के रोग (हानि) भी उत्पन्न कर सकता है। Jamun in Hindi

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जामुन खाने के फायदे (Jamun khane ke fayde)

जामुन फल के साथ एक महत्वपूर्ण औषधि भी है जो निम्न रूप में हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है:

त्वचा निखारने में

जामुन का सेवन करने से हमारे त्वचा का रंग निखरने लगता है तथा जिनके चेहरे और शरीर पर सफेद दाग होते हैं उनके लिए जामुन बहुत ही लाभकारी सिद्ध हुआ है। दाग वाले रोगी जामुन व दूध का पेस्ट बनाकर, उस पेस्ट को दाग वाले स्थान पर लगाएं ऐसा करने से दाग पूरी तरह नष्ट हो जाता है। तथा चेहरा साफ हो जाता है।

पेट की समस्या में

जो लोग पेट की समस्या से परेशान हैं उनके लिए जामुन विशेष लाभकारी है इसका प्रयोग रोज सुबह खाना खाने के बाद( लगभग 100 ग्राम) करने से पेट साफ होता है तथा पेट से जुड़ी सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

पेट में हो रही ऐठन रूपी समस्या को दूर करने के लिए जामुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए।

मधुमेह के उपचार में

जामुन रक्त के अंदर शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है शुगर वालों के लिए भी जामुन फायदेमंद है इसका सेवन करने से डायबिटीज से मुक्ति मिलती है जामुन के बीज को सुखा कर उसे पीसकर बारीक पाउडर बना दे और रोज सुबह एक चम्मच पानी के साथ ले, ऐसा करने से आपकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जो अन्य रोगों से लड़ने में मददगार सिद्ध होता है।

मसूड़ों के लिए लाभकारी

जैसा कि हम जानते हैं जामुन के फल के साथ उसका बीज और पत्ते तथा वृक्ष का छाल सभी हमारे लिए लाभकारी हैं। यदि मसूड़ों के अंदर से खून आता है तो जामुन का छोटा पत्ता’ जिसे आम भाषा में ठूस कहते हैं को पीसकर नमक के साथ मसूड़ों पर लगाने से फायदा होता है। मुंह से आ रही दुर्गंध को दूर करने के लिए, जामुन का पत्ता चबाना चाहिए तथा मसूड़ों में सूजन होने पर जामुन की पत्ती को उबालकर दिन में तीन से चार बार कुल्ला करना चाहिए ऐसा करने से आराम मिलता है। Jamun in Hindi

एनीमिया के उपचार में सहायक

जामुन हमारे लिए बहुत लाभकारी है जामुन हमारे शरीर के अंदर खून की कमी को दूर करता है, किसी व्यक्ति को अधिक कमजोर या खून की कमी होने पर उसे जामुन का सेवन करना चाहिए क्योंकि जामुन में प्राप्त कैल्शियम, पोटेशियम,व आयरन हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं जिससे हमारा शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम होता है।

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पथरी व लीवर में फायदेमंद

जामुन से प्राप्त औषधि( पाउडर) हमारे शहर बाजार में उपलब्ध है, जो पथरी रोगियों के लिए फायदेमंद है। इस पाउडर को दही के साथ मिलाकर रोज खाने से पथरी से निजात पाया जा सकता है।

यदि मानव लिवर में किसी भी प्रकार की समस्या है तो सुबह-शाम जामुन का रस पीना चाहिए, जामुन के रस पान से मानव शरीर के पेट व लीवर की सारी समस्याएं ठीक हो जाती हैं।

गले में खराश व आवाज की मधुरता

आवाज को मधुर(सुरीली) बनाने के लिए जामुन के बीज को अच्छी तरह सुखा लें फिर उसे पीसकर बारीक चूर्ण बना ले,इस चूर्ण को रोज सुबह चाटने से गले का खराश ठीक हो जाता है तथा आवाज में मधुरता आ जाती है। Jamun in Hindi

गठिया में सहायक

जोड़ों के दर्द को ही ‘गठिया’ कहा जाता है, जिस व्यक्ति के शरीर में यह रोग हो जाता है उसके शरीर के हर जोड़ों में दर्द बना रहता है। अतः जामुन की छाल को पीसकर जोड़ों पर लेप करने से दर्द में आराम मिलता है।

बच्चों के लिए लाभकारी

छोटे बच्चों को जामुन खाना बेहद पसंद है यह बच्चों के दस्त में सहायता प्रदान करता है कई बार दस्त होने पर जामुन की ताजी छाल को पीस लें, इसे बकरी के दूध के साथ मिलाकर बच्चे को पिला दे, दस्त बंद हो जाएगा।

जामुन खाने के नुकसान (Jamun khane ke Nuksan)

कुछ हद तक जामुन का सेवन करने से हमें नुकसान नहीं होता है लेकिन इसकी मात्रा बढ़ा दें तो यह हमारे लिए नुकसानदायक भी हो जाता है। जामुन के नुकसान निम्न प्रकार हैं

1. बहुत अधिक मात्रा में जामुन का सेवन करने से खांसी हो जाती है जो फेफड़ों के लिए बहुत हानिकारक साबित होती है।

2. जामुन खाने के तुरंत बाद कभी दूध नहीं पीना चाहिए ऐसा करने से पेट के रोग का खतरा बढ़ जाता है, तथा खाली पेट भी जामुन खाना सेहत के लिए हानिकारक है।

3. दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए इससे दूध में कमी तथा बच्चा के लिए भी नुकसानदायक है।

4. ज्यादा मात्रा में जामुन का सेवन करने से ‘गले व सीने’ में दर्द होने का खतरा बना रहता है। Jamun in Hindi

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