Important Facts of RigVeda (ऋग्वेद के महत्वपूर्ण तथ्य)

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Important Facts of RigVeda

Important Facts of RigVeda in Hindi / प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाने वाले ऋग्वेद के महत्वपूर्ण प्रश्न

अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे UPSC/UPPSC/MPPSC या किसी भी अन्य PCS परीक्षा में ऋग्वेद से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जाते हैं. भारतीय प्राचीन इतिहास की बात की जाए तो वेदों से सम्बंधित सवाल परीक्षाओं में काफी अधिक मात्रा में रहते हैं. खासकर UPSC एग्जाम के prelims exam paper 1 में यदि कुछ सवाल प्राचीन इतिहास से हैं तो वेदों (Important Facts of RigVeda) के बारे में सवाल जरुर होगा.

ऋग्वेद में उल्लेखित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

  • ऋग्वेद में उल्लेख मिलता है कि उस समय कुछ स्त्रियाँ ऐसी थीं जो पूरी जिंदगी अविवाहित रहती थीं. ऐसी स्त्रियों/कन्याओं को अमाजू कहते थे.
  • ऋग्वेद में अनेक बार पंचजन का उल्लेख हुआ है. निरुक्त (वेदों पर लिखा किताब) में उल्लेख है कि कुछ विद्वान् पंचजन से चार वर्णों और निषाद-समुदाय (नाविक वर्ग) का अर्थ समझते हैं.
  • ऋग्वेद में इंद्र को पाञ्चजन्य बतलाया गया है.
  • ऋग्वैदिक काल में वर्ण कर्म के आधार पर ही संगठित थे.
  • इस वेद में दो भाइयों का उल्लेख मिलता है: शांतनु और देवापि, जिसमें शांतनु राजा है और देवापि एक पुरोहित है.
  • ऋग्वेद में केवल हिमालय और उसकी चोटी मूजवंत का उल्लेख मिलता है. शतपथ ब्राह्मण में त्रिकूट का भी उल्लेख है जिसको आजकल त्रिकोट कहते हैं.
  • इस वेद में सिन्धु नदी को हिरण्ययी कहा गया है क्योंकि इस नदी के द्वारा धन की प्राप्ति होती थी.
  • गृहस्थ शब्द के लिए ऋग्वेद में गृहपति शब्द का उल्लेख है.
  • ऋग्वेद (Important Facts of RigVeda) में ऋजाश्व और भृज्यु की कथाओं से स्पष्ट है कि पिता का पुत्र पर सम्पूर्ण अधिकार होता था.
  • जंगल की देवी अरण्यानी का उल्लेख “ऋक् संहिता” में प्राप्त होता है.
  • शूद्र शब्द की सूचना ऋग्वेद के 10वें मंडल से प्राप्त होती है.

इसे भी पढ़ें: चारों वेदों के विषय में संक्षित विवरण

  • ऋग्वेद में फसलों के रूप में जौ और धान्य का उल्लेख मिलता है.
  • ऋग्वेद में मगध के लिए कीकट शब्द का प्रयोग किया गया है.

ऋग्वेद के मंडलों का विकास

  • इसमें कुल 10 मंडल हैं.
  • सबसे पहले 2 से 7 मंडलों का संग्रह है.
  • उसके बाद 8वाँ मंडल उसमें जोड़ा गया.
  • 2 से 8 तक के मंडलों में आये सोम-सूक्तों को अलग करके उन्हें 9वें मंडल में रखा गया. इसलिए 9वें मंडल को सोम मंडल या पवमान मंडल भी कहा जाता है क्योंकि इसके सभी सूक्त सोम से सम्बंधित हैं.
  • सबसे बाद पहले और दसवें मंडल को इस संग्रह में जोड़ दिया गया.
  • सबसे नवीन दसवां मंडल है जो अंत में जोड़ा गया.
  • संक्षेप में कहा जाए तो ऋग्वेद (Important Facts of RigVeda) में 2-7 मंडल सबसे प्राचीन हैं और दशम मंडल सबसे नवीन.

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