Gwarfali in Hindi (ग्वारफली: जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Gwarfali in Hindi

Gwarfali in Hindi / ग्वारफली खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

ग्वार फली (Gwarfali in Hindi) एक हरे रंग की फली वाली सब्जी होती है। यह लेगुमिनोसे (Leguminosae) परिवार से संबंध रखती है। इसका वैज्ञानिक नाम सिआमोप्सिस टेट्रागोनोलोबा (Cyamopsis tetragonoloba) है। इसका उपयोग सब्जी बनाने के अलावा औषधीय गुणों के लिए भी किया जाता है। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मधुमेह, कोलेस्ट्रोल व हृदय की बीमारी जैसी कई समस्याओं से बचाने या फिर उनके लक्षणों को कम करने में लाभदायक होते हैं।

ग्वार फली का प्रयोग मुख्य रूप से उत्तर भारतीय घरों में सब्जी के रूप में किया जाता है। खाने के अलावा ग्वार फली औद्योगिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण तो होती है. साथ ही औषधीय रूप में यह ब्लड शुगर के लेवल को कम करने और कॉलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने के लिए भी लाभकारी होती है। यहीं कारण है कि ग्वार फली का उपयोग एक महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ के रूप में किया जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि ग्वार फली खाने के लाभ और नुकसान क्या हैं:

ग्वारफली के औषधीय गुण (Medicinal Values of Cluster beans in Hindi)

ग्वार फली का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। हम यहाँ ग्वारफली के कुछ औषधीय गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं:

पाचन संबंधी समस्याओं में लाभदायक है ग्वार फली (Gwarfali Benefits for Stomach)

ग्वार फली (Gwarfali in Hindi) के सेवन से पाचन संबंधी कई समस्याओं में लाभ मिलता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, ग्वार फली में पाया जाने वाला फाइबर कब्ज और दस्त की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा,  इर्रिटेबल बॉवल सिंड्रोम यानी बड़ी आंत से संबंधित परेशानी के लक्षणों को दूर करने में भी लाभदायक होता है। इस प्रकार ग्वार फली अच्छे पाचन के लिए कारगर हो सकती है। मुख्य रूप से इसका सेवन सब्जी के रूप में किया जाता है।

ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है ग्वार फली (Gwarfali Benefits for Sugar)

ग्वार फली के सेवन से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। दरअसल, रक्त में शुगर की मात्रा अधिक होने से मधुमेह यानी डायबिटीज की समस्या हो सकती है। ऐसे में ब्लड शुगर को नियंत्रित करना जरूरी हो जाता है। एनसीबीआई की ओर से प्रकाशित एक शोध के अनुसार, ग्वार फली के सेवन से न सिर्फ रक्त में शुगर का स्तर कम होता है, बल्कि मधुमेह भी नियंत्रित हो सकता है। इस रिसर्च के दौरान मधुमेह रोगियों को 10 ग्राम ग्वार को पानी में घोलकर भोजन से पहले दिया गया। इसके परिणामस्वरूप 3 हफ्ते बाद मधुमेह रोगियों के रक्त में मौजूद शुगर के स्तर में कमी पाई गई। ग्वार फली के पाउडर को पानी में घोलकर या फिर सब्जी बनाकर आहार में शामिल किया जा सकता है।

कोलेस्ट्रॉल कम करता है ग्वार फली

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए ग्वार फली एक अच्छा विकल्प हो सकता है। शोध में पाया गया है कि इसमें मौजूद फाइबर रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, ग्वार फली में हाइपोलिपिडेमिक गुण भी होते हैं, जो रक्त में लिपिड यानी वसा की मात्रा को कम करके कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोक सकते हैं। रिसर्च के अनुसार, प्रतिदिन 15 ग्राम ग्वार फली का सेवन करने से टोटल कोलेस्ट्रॉल के साथ ही हानिकारक कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स (एक तरह का वसा) के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है. इसका सेवन पानी में उबाल कर काढ़े के रूप में किया जा सकता है।

वजन कम करने में सहायक है ग्वार फली

अधिक वजन और माेटापा कई समस्याओं का कारण हो सकता है, जिसमें उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह और हृदय संबंधी समस्याएं शामिल हैं। ग्वार फली का सेवन वजन को कम करके उससे होने वाली समस्याओं को दूर कर सकता है। इसमें मौजूद फाइबर वजन को नियंत्रित करने के साथ ही मोटापे को कम करने में कारगर को सकता है। शोध में पाया गया है कि ग्वार फली के सेवन के बाद बार-बार कुछ खाने की इच्छा नहीं होती। इसकी वजह से ओवर इटिंग से बचा जा सकता है, जो सीधे तौर पर मोटापे को कम करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा, ग्वार फली (Gwarfali in Hindi) पचने में भी समय लेती है, जिस कारण लंब समय तक भूख लगने का एहसास नहीं होता। इसकी मदद से वजन नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है और मोटापा कम हो सकता है. भूख कम करने के लिए इसका सेवन सलाद के रूप में कर सकते हैं।

स्वस्थ हृदय के लिए लाभदायक है ग्वार फली  

ग्वार फली का सेवन करने से हृदय को भी स्वस्थ रखा जा सकता है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। यह न सिर्फ हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है, बल्कि इससे होने वाली हृदय संबंधी बीमारियों और हृदय रोग के जोखिम कारक जैसे कि डायबिटीज, मोटापे और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को भी कम करने में फायदेमंद हो सकता है। इसका सेवन सब्जी के रूप में किया जा सकता है।

ग्वारफली खाने के लाभ (Gwarfali khane ke fayde) (Benefits of Cluster beans in Hindi)

ग्वार फली एनीमिया के खतरे को कम करता है (Cluster Beans Benefits For Anemia in Hindi)

स्वस्थ मानव शरीर के लिए खून में आयरन की जरुरत होती है. आयरन रक्त में हिमोग्लोबिन बनाता है जिससे खून की कमी नहीं होती। ग्वारफली आयरन का एक अच्छा स्रोत है इसलिए इसका सेवन करने से एनीमिया जैसी समस्या नहीं होती है।

ग्वार फली के फायदे डायबिटीज में (Gawar Phali Benefits For Diabetics in Hindi)

ग्वार फली में ग्लाइको न्यूट्रिएंट्स नामक तत्व पाया जाता है जो कि खून में रक्त शर्करा को कम करता है। इसलिए ग्वार फली का सेवन करना डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी होता है।

ग्वार फली के सेवन के लाभ हृदय के लिए (Cluster Beans Benefits For Cardio Health in Hindi)

ग्वार फली (Gwarfali in Hindi) में डायटरी फाइबर होते है जो कि खून में कॉलेस्ट्रोल के स्तर को कम करता है। यह दिल की सुरक्षा के लिए एक गार्ड का काम करती है। इसमें पोटेशियम भी पर्याप्त मात्रा में होता है इसलिए ग्वार फली खाना भी दिल के लिए उपयोगी होता है।

ग्वार फली के फायदे हड्डियां मजबूत बनाने में (Gawar Phali Benefits For Strong Bone in Hindi)

ग्वारफली में फास्फोरस और कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में होते हैं इसलिए हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए ग्वारफली खाना उपयोगी होता है।

ग्वार फली खाने के फायदे रक्त संचरण में (Cluster Beans Benefits For Blood Circulation in Hindi)

रक्त संचरण के कारण ही शरीर के हर हिस्से में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचती है और अंग सही ढंग से काम करते हैं। ग्वार फली खाने के फायदे रक्त संचरण को बढ़ाते है इसलिए ग्वार फली को भोजन में शामिल जरूर करें।

ग्वार फली खाने के फायदे गर्भवती महिलाओं के लिए (Cluster Beans Benefits For Pregnancy in Hindi)

फॉलिक एसिड ग्वारफली में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो कि गर्भवती महिलाओं के लिए उपयोगी पोषक तत्व होता है। इसलिए गर्भावस्था में ग्वार फली खाना मां और शिशु दोनों के लिए लाभकारी होता है।

ग्वार फली के फायदे दिमाग को स्वस्थ रखती है (Gawar Phali Benefits For Brain in Hindi)

दिमाग के स्वास्थ्य के लिए ग्वार फली फायदेमंद होती है। ग्वार फली में मौजूद फॉलेट, विटामिन के और हाइपोग्लाइसेमिक गुण दिमाग और नर्व सिस्टम को रिलेक्स करते हैं और साथ ही दिमाग को शांत रखने के लिए उपयोगी होती है।

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ग्वार फली खाने के फायदे बाउल मूवमेंट के लिए (Cluster Beans Benefits For Bowel Movement in Hindi)

ग्वारफली में लेक्सेटिव प्रोपर्टीज होती है जो अलग-अलग प्रकार की बाउल मूवमेंट संबंधी परेशानियों से बचाने के लिए लाभकारी होती है। बाउल मूवमेंट के दौरान शरीर में जमा टॉक्सिन्स को निकालने के लिए भी ग्वार फली का सेवन लाभकारी होता है।

ग्वार फली के पोषक तत्व (Cluster Beans Nutritional Value in Hindi)

ग्वार फली में पाए जाने वाले पोषक तत्व व उनकी मात्रा इस प्रकार हैं:

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्राम
पानी   15 g
कैलोरी 332 kcal
ऊर्जा   1390 KJ
प्रोटीन 4.6 g
कुल फैट0.5 g
कार्बोहाइड्रेट     77.3 g
फाइबर 77.3 g
कैल्शियम     294 mg
सोडियम125 mg
फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड0.06 g
फैटी एसिड टोटल मोनोअनसैचुरेटेड0.22 g
फैटी एसिड टोटल पोलीअनसैचुरेटेड0.07 g

ग्वार फली का उपयोग (How to Use Guar Gum (Gawar Phali) in Hindi)

घरों में ग्वार फली का उपयोग मुख्य रूप से सब्जी बनने में किया जाता है लेकिन औद्योगिक स्तर पर इसका उपयोग कई तरह के खाद्य पदार्थों में किया जाता है। यहां पर हम इसके कुछ प्रमुख उपयोग के बारे में बता रहे हैं।

  • ग्वार फली (Gwarfali in Hindi) का ज्यादातर उपयोग सब्जी बनाने के लिए किया जाता है।
  • ग्वार फली को बेसन के साथ मिलाकर बेसनी ग्वार फली बनाई जाती है।
  • ग्वार फली की कढ़ी भी बनाई जाती है।
  • ग्वार फली को उबालकर सलाद में मिक्स करके खाया जा सकता है।
  • बच्चों की मनपसंद जैली को भी ग्वार फली का पाउडर इस्तेमाल करके बनाया जा सकता है।
  • ग्वार फली के पाउडर का उपयोग ग्लुटेन फ्री ब्रेड बनाने के लिए भी किया जाता है।
  • आईसक्रीम बनाने के लिए ग्वार फली के पाउडर का उपयोग जिलेटिन के रूप में किया जाता है।
  • ग्वार फली को पानी में उबालकर काढ़े के रूप में भी सेवन किया जा सकता है।

ग्वारफली खाने के नुकसान (Gwarfali khane ke Nuksan) (Side Effects of Cluster beans in Hindi)

हालांकि ग्वार फली सेहत के लिए लाभकारी होता है पर ज्यादा मात्रा में इसका सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। आइए जानते हैं ग्वार फली खाने के नुकसान और हानिकारक दुष्प्रभाव।

  • ग्वार फली का अधिक मात्रा में सेवन करने से कई तरह का नुकसान हो सकता है। ग्वार फली खाने के कुछ प्रमुख नुकसान कुछ इस प्रकार हैं:
  • ग्वार फली का अधिक मात्रा में सेवन करने से गैस्ट्रिक की समस्या हो सकती है।
  • ज्यादा ग्वार फली खाने से पेट खराब होने का खतरा रहता है क्योंकि इसमें काफी डायटरी फाईबर होता है जिससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या पैदा हो सकती है। इससे पेट में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती है।
  • ग्वार फली (Gwarfali in Hindi) बहुत ज्यादा पानी अवशोषित करता है इसलिए ग्वारफली का अत्यधिक सेवन करने से छोटी आंत का चोक होना जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती है।
  • जिन्हें दस्त की समस्या हो, उन्हें भी ग्वार फली के सेवन से बचना चाहिए।
  • ग्वार फली में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। फाइबर का अधिक सेवन गैस, सूजन, और पेट में मरोड़ होने का कारण बन सकता है।
  • कुछ लोगों में ग्वार फली का सेवन करने से एलर्जिक रिएक्शन हो जाता है जैसे- जी मिचलाना, गैस्ट्रोइंटस्टाइनल संबंधी समस्या इत्यादि। इन लोगों को भी ग्वार फली का सेवन नहीं करना चाहिए.

नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको ग्वारफली से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है। इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।

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