Fenugreek Seeds Methi Hindi / मेथी दाना खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान
आयुर्वेद के अनुसार मेथी (Fenugreek Seeds Methi Hindi) अनेक रोगों की दवा है। इसके बीजों का प्रयोग मसालों के साथ-साथ औषधि के रूप में भी किया जाता है। गाँवों में प्रसूता स्त्री को मेथी के लड्डू विशेष रूप से दिये जाते हैं। मेथी और मेथी के तेल में डायबिटीज को नियंत्रित करने और गाँठ को बनने से रोकने के गुण होते हैं।
मेथी क्या है? (What is Methi in Hindi?)
मेथी का पौधा साल में एक बार होता है। पौधी लंबााई लगभग 2-3 फीट लंबा होती है। पौधे में छोटे-छोटे फूल आते हैं। इसकी फली मूंग दाल के जैसी होती है। इसके बीज बिलकुल छोटे-छोटे होते हैं। यह स्वाद में कड़वा होता है।मेथी के पत्ते हल्के हरे और फूल सफेद रंग के होते हैं। इसकी फली में 10 से लेकर 20 छोटे, पीले-भूरे रंग के तेज गंध वाले बीज होते हैं। इन बीजों का उपयोग कई सारे रोगों में किया जाता है। इसकी एक और प्रजाति होती है, जिसको वन मेथी कहते हैं। यह कम गुण वाला होता है। इसे जानवरों के चारे के रूप में प्रयोग किया जाता है।
अन्य भाषाओं में मेथी के नाम (Name of Fenugreek in Different Languages)
मेथी (methika) का वानस्पतिक नाम ट्राइगोनेला फीनम् ग्रीकम् (Trigonella foenum-graecum Linn. & Syn-Trigonella tibetana (Alef.) Vassilcz.) है। यह फेबेसी (Fabaceae) कुल का पौधा है। विभिन्न भाषाओँ में मेथी का नाम निम्नलिखित हैं:
- हिंदी में- मेथी
- अंग्रेजी में- फेनुग्रीक (Fenugreek), ग्रीक हे (Greek hay), ग्रीक क्लोवर (Greek clover)
- संस्कृत में- मेथिका, मेथिनी, मेथी, दीपनी, बहुपत्रिका, बोधिनी, बहुबीजा, ज्योति, गन्धफला, वल्लरी, चन्द्रिका, मन्था, मिश्रपुष्पा, कैरवी, कुञ्चिका, बहुपर्णी, पीतबीजा, मुनिच्छदा
- उड़िया में- मेथी (Methi)
- असामी में- मेथी (Methi)
- कन्नड़ में- मेंथे (Menthe), मेन्ते (Mente)
- गुजराती में- मेथी (methi), मेथनी (Methani)
- तमिल में- मेंटुलु (Mentulu), वण्डयम् (Vandayam)
- तेलगु में- मेन्तीकूरा (Mentikura); मेन्तूलू (Mentulu)
- बंगाली में- मेथी (Methi), मेथनी (Methani)
- नेपाली में- मेथी (Methi)
- पंजाबी में- मेथी (Methi), मेथिनी (Methini)
- मराठी में- मेथी (Methi)
- मलयालम में- उल्लव (Ullav), उलूवा (Uluva)
- मणिपुरी में- मेथी (Methi)
- अरबी में- हिल्बेह (Hilbeh), हुल्बाह (Hulbah)
मेथी दाना के औषधीय गुण (Medicinal Values of Fenugreek Seeds in Hindi)
मेथी के निम्नलिखित औषधीय गुण हैं:
बालों का झड़ना रोकती है मेथी (Methika Seeds Benefits in Hair Loss in Hindi)
मेथी के फायदे (Fenugreek Seeds Methi Hindi) से बालों का झड़ना रोका जा सकता है। इसके लिए 1-2 चम्मच मेथी के दानों को रात भर के लिए भिगो दें। इसे सुबह पीसकर बालों की जड़ों में लगाएं। एक घण्टे बाद बालों को धो लें। सप्ताह में दो से तीन बार लगाने से बालों का गिरना बंद हो जाता है।
कान के बहने पर मेथी के औषधीय गुण फायदेमंद (Benefits of Methika Seed to Treat Runny Ear in Hindi)
कान के बहने की बीमारी में मेथी बहुत फायदेमंद होती है। मेथी के बीजों को दूध में पीसकर और छानकर तैयार कर लें। इस रस को गुनगुना या हल्का गर्म करके 1-2 बूँद कान में डालें। इससे कान का बहना बंद हो जाता है।
मेथी के सेवन से ह्रदय रोग में लाभ (Methika Seed is Beneficial for Heart in Hindi)
मेथी (Fenugreek Seeds Methi Hindi) में पर्याप्त मात्रा में एंटीआक्सीडेंट पाए जाते हैं. इन गुणों के कारण मेथी हृदय रोग के लिए लाभकारी है। यह रक्त-संचार को सही रखता है। मेथी में घुलनशील फाइबर होता है जो हृदय रोग के खतरे को घटाता है। मेथी के 10-15 मिली काढ़े में शहद मिलाकर पीने से हृदय को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है.
कोलेस्ट्रॉल कम करता है मेथी दाना
मेथी के दाने खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते हैं। रोजाना मेथी के दानों के चूर्ण का सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल कम होते हैं।
पेट के रोग में मेथी के सेवन से लाभ (Fenugreek Benefits to Get Relief from Stomach Problems in Hindi)
मेथी के बीज कब्ज दूर करने में काफी लाभकारी होते हैं। मेथी, चंद्रसूर, मंगरैला (कलौंजी) और अजवायन का रोजाना सेवन करने से गैस सम्बन्धी रोग, अपच, पेट में दर्द, भूख की कमी, पेट का फूलना, पेट दर्द और कमर दर्द आदि रोगों में लाभ होता है।
मेथी के सेवन से कब्ज का इलाज (Fenugreek is Beneficial in Fighting with Constipation in Hindi)
कब्ज में मेथी (Fenugreek Seeds Methi Hindi) का औषधीय गुण फायदेमंद होता है। अगर कब्ज से परेशान रहते हैं तो मेथी के पत्तों का साग बनाकर खाएं। इससे कब्ज की परेशानी से राहत मिलती है। मेथी मल को नरम करके कब्ज को ठीक करता है।
मेथी के औषधीय गुण से उल्टी पर रोक (Fenugreek Seed Benefits to Stop Vomiting in Hindi)
उल्टी की परेशानी में मेथी के औषधीय गुण से लाभ मिलता है। बार-बार उल्टी से परेशान रहते हैं तो मेथी के बीजों का चूर्ण का सेवन करें। इससे उल्टी बंद हो जाती है.
ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मेथी लाभदायक (Methika Powder Benefits to Control Blood Sugar Level in Hindi)
मेथी के बीज डायबिटीज में लाभदायक होते हैं। मेथी का नियमित सेवन करने से खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित रहती है।
- एक चम्मच मेथी के दानों का चूर्ण बना लें। इसे रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लें।
- मेथी के दानों को रोज पानी में भिगो दें। इसे सुबह चबा-चबा कर खाएं। ऊपर से मेथी दाने का पानी भी पी लें।
पेचिश में मेथी के फायदे (Methika Seed Benefits to Stop Dysentery in Hindi)
पेचिश में मेथी (Fenugreek Seeds Methi Hindi के दाने काफी लाभदायक होते हैं और इनसे पेचिश का इलाज भी किया जा सकता है। इसके लिए 5 ग्राम मेथी के बीजों को घी में भून लें और उसे रोजाना खाएं.
- मेथी के बीजों को भूनकर काढ़ा बना लें। 15-20 मिली मात्रा में काढ़ा पीने से पेचिश में लाभ होता है।
- अगर लंबे समय से दस्त से परेशान हैं तो 1-2 ग्राम मेथी चूर्ण को छाछ में मिलाकर पीने से लाभ होता है।
प्रसव के बाद महिलाओं को मेथी के सेवन से लाभ मिलता है (Fenugreek is Beneficial for After Pregnancy Women in Hindi)
महिलाओं को प्रसव के बाद मेथी के औषधीय गुण से बहुत लाभ मिलता है। मेथी दाना से प्रसूता स्त्रियों के स्तनों में दूध बढ़ता है। मेथी के सेवन से माता के दूध की गुणवत्ता भी बढ़ती है जिससे शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा होता है। माताएं मेथी की सब्जी, सूप आदि का सेवन कर सकती हैं।
जीरा, सौंफ, सोया, मेथी आदि में गुड़, दूध एवं गाय का घी मिलाकर पका लें। इसका सेवन कराएं। इससे योनि के रोग, बुखार, टीबी, खाँसी, सांसों का फूलना, एनीमिया, दुबलापन आदि बीमारियों में लाभ होता है।
मासिक धर्म विकार में मेथी के फायदे (Benefits of Fenugreek for Menstrual Problems in Hindi)
महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान पेट में दर्द, अधिक रक्तस्राव जैसी परेशानी होनी आम बात है। मासिक धर्म की प्रक्रिया को एस्ट्रोजेन नामक एक हारमोन नियंत्रित करता है। मेथी के दानों में एस्ट्रोजेन के गुण होते हैं, इसलिए यह मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में लाभदायक होता है। मेथी के सेवन से खून भी बनता है, और दर्द भी कम होता है. मासिक धर्म की समस्याओं को दूर करने के लिए रोजाना मेथी के 1-2 ग्राम बीजों का सेवन करन चाहिए।
गोनोरिया रोग के इलाज की आयुर्वेदिक दवा है मेथी (Benefits of Methika for Gonorrhea Treatment in Hindi)
1-2 ग्राम मेथी के चूर्ण में गुड़ मिलाकर सेवन करने से गोनोरिया रोग में लाभ होता है।
घावों में मेथी के फायदे (Benefits of Methi for Healing Wounds in Hindi)
घाव में मेथी (Fenugreek Seeds Methi Hindi) के औषधीय गुण से लाभ मिलता है। घाव में अगर सूजन हो गई हो, और जलन भी हो रही तो मेथी के पत्तों को पीसकर घाव पर लगाने से घाव की सूजन और जलन दोनों ही ठीक हो जाती है। बंद मुँह वाले घावों में मेथी के बीजों को पीसकर लगाना चाहिए.
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए मेथी का सेवन फायदेमंद (Benefits of Methi for Healthy Liver in Hindi)
एक रिसर्च के अनुसार, मेथी में एंटी-ऑक्सीडेंट और हिपेटो-प्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं। यह लीवर के लिए भी लाभदायक होता है।
न्यूरो समस्याओं (तंत्रिका विकार) में मेथी का औषधीय गुण लाभदायक (Benefits of Methi to Cure Neurological Disorder in Hindi)
1-2 ग्राम मेथी के बीज का चूर्ण सेवन करें। इससे तंत्रिका-तंत्र से संबंधित विकारों में लाभ होता है। इसके इस्तेमाल से धीरे-धीरे तंत्रिका-तंत्र की समस्याएं ठीक होने लगती हैं।
शरीर में दर्द होने पर मेथी फायदेमंद (Methi Benefits to Get Relief from Body Pain in Hindi)
मेथी (methika) के दानों में दर्दनिवारक गुण होते हैं। 1-2 ग्राम मेथी चूर्ण का सेवन करने से पूरे शरीर का दर्द कम होता है।
त्वचा रोग में मेथी के औषधीय गुण से लाभ (Methika Benefits for Skin Disease in Hindi)
त्वचा रोग के इलाज में भी मेथी कारगर होती है। मेथी का लेप बनाकर इसे त्वचा रोग जैसे दाद-खाज-खुजली या एग्जिमा वाले स्थान पर लगाने से लाभ मिलता है।
सूजन में मेथी के फायदे (Methika Benefits to Reduce Inflammation in Hindi)
मेथी में एंटी-इनफ्लेमेटरी (सूजनरोधी) गुण भी पाया जाता है। किसी भी प्रकार की सूजन होने पर मेथी के पत्तों एवं बीजों को पीसकर लगाने से आराम मिलता है।
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मेथी के बीज (Fenugreek Seeds Methi Hindi) और जौ के आटे को सिरके के साथ पीस लें। अगर गालों पर सूजन हो गई हो तो गालों पर पतला लेप करें। इससे सूजन कम होती है।
अर्थराइटिस (गठिया) के इलाज की आयुर्वेदिक दवा है मेथी (Methika is Beneficial to Treat Arthritis in Hindi)
गठिया की बीमारी में भी मेथी से लाभ होता है। दरअसल गठिया (अर्थराइटिस) वात दोष के कारण होता है। मेथी में वात को संतुलित करने के गुण पाए जाते हैं। यह गठिया (अर्थराइटिस) के दर्द को कम करने में मदद करता है। आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से गठिया में मेथी के इस्तेमाल की जानकारी लें।
पाचन-तंत्र विकार में मेथी के फायदे (Benefit of Methika for Dygestive Disorder in Hindi)
मेथी में उष्ण और दीपन गुण पाए जाते हैं। इसके कारण यह पाचन अग्नि को बढ़ाकर पाचन-तंत्र को मजबूत रखता है। यह भूख बढ़ने में भी मदद करता है।
रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मेथी फायदेमंद (Methika Benefits to Keep Stable Blood Pressure in Hindi)
आपको रक्तचाप की समस्या है तो मेथी से लाभ ले सकते हैं। मेथी में एंटी-हाइपरटेन्सिव का गुण होता है जिससे यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
इसके अलावा भी मेथी के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:
- मेथी पेट के लिए काफी अच्छी होती है। अगर पेट ठीक रहे तो स्वास्थ्य भी ठीक रहता है और खूबसूरती भी बनी रहती है।
- हाई बीपी, डायबिटीज, अपच आदि बीमारियों में मेथी के बीज का उपयोग लाभकारी होता है।
- मेथी की सब्जी में अदरक, गर्म मसाला रखकर खाने से निम्न रक्तचाप, कब्ज में फायदा होता है।
- सुबह-शाम मेथी का रस पीने से डायबिटीज में लाभ होता है।
- मेथी में मौजूद पाचक एंजाइम अग्नाशय को अधिक क्रियाशील बना देते हैं। इससे पाचन क्रिया अत्यंत सरल हो जाती है।
- हरी मेथी रक्त में शकर को कम कर देती हैं। इस कारण डायबिटीज रोगियों के लिए भी यह फायदेमंद होती है।
- प्रतिदिन एक चम्मच मेथी दाना पाउडर पानी के साथ फांकें। डायबिटीज से दूर रहेंगे।
- यदि मेथी (Fenugreek Seeds Methi Hindi) के कुछ दाने रोज लिए जाएं तो मानसिक सक्रियता बढ़ती है।
मेथी के उपयोगी हिस्से (Useful Parts of Methika in Hindi)
मुख्य रूप से मेथी के हरे पत्ते और उसके बीजों का प्रयोग किया जाता है.
मेथी कहां पाया या उगाया जाता है? (Where is Methi Found or Grown?)
भारत के समस्त प्रदेशों में मेथी की खेती की जाती है। मुख्यतः गंगा के ऊपरी मैदानी भागों और कश्मीर एवं पंजाब में मेथी (methika) की खेती की जाती है। भूमध्यसागरीय इलाकों, दक्षिणी यूरोप और पश्चिमी एशिया में विशेष रूप से इसकी खेती की जाती है।
मेथी दाना खाने के नुकसान (Methi khane ke Nuksan) (Side Effects of Fenugreek Seeds in Hindi)
वैसे तो मेथी बहुत ही लाभदायक सब्जी है लेकिन कुछ परिस्थितियों में इसका सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है:
- ज्यादा मात्रा में मेथी का सेवन उल्टी दस्त का कारण बन सकता है.
- मधुमेह की दवाओं के साथ इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए. यह शुगर के लेवल को कम कर सकता है।
नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको मेथी दाना से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है। लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।
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