Famous festivals of India in Hindi, पूरी दुनिया में भारत को जिन वजहों से जाना जाता है उनमे से भारत के त्यौहार बहुत प्रमुख स्थान रखते हैं। भारत को त्यौहारों का देश कहा जाता है और इसमें किंचित मात्र भी संदेह नहीं है। भारत की परम्पराएँ और सांस्कृतिक उत्सव पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। चूँकि भारत एक बहुधर्मी और बहुसंस्कृति का देश है अत: यहाँ हर महीने कोई ना कोई त्यौहार अवश्य रहता है। भारत में कोई भी हर महीने उत्सवों का आनन्द ले सकता है और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यहाँ विविध धर्म, भाषा, संस्कृति और विभिन्न जाति के लोग एक साथ धर्मनिरपेक्ष रूप से रहते हैं और उत्सवों का आनंद लेते हैं। यहाँ हर धर्म से जुड़े लोगों के अपने खुद के सांस्कृतिक और पारंपरिक त्यौहार हैं जो वो उमंग, उल्लाह और उत्साह के साथ मनाते हैं। हर त्यौहार के पीछे कुछ महत्वपूर्ण इतिहास, रीति रिवाज, पौराणिक कथा और विश्वास है। अगर देखा जाए तो पूरी दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जो इतनी ज्यादा जातीय विविधता को समेटे हुए है। यहाँ एक बात और काबिलेगौर है कि इतनी ज्यादा जातीय विविधता होते हुए भी भारत अनेकता में एकता का सबसे बड़ा उदाहरण है क्योंकि यहाँ हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई तथा जैन आदि धर्म के लोग एक साथ और प्रेमपूर्वक निवास करते हैं।
इस देश में त्यौहारों का जनमानस पर इतना प्रभाव और महत्व है कि विदेशों में रहने वाले भारत के लोग भी इन भारत के उत्सवों और त्यौहारों को बहुत उत्साह और जुनून के साथ मनाते हैं। कुछ त्योहारों को राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है जबकि कुछ क्षेत्रीय स्तर पर मनाये जाते हैं। पद्धति और धर्म के अनुसार उत्सवों को अलग-अलग वर्गों में वर्गीकृत किया गया है। Famous festivals of India in Hindi
2020 के प्रमुख त्यौहार (Important Festivals of 2020)
प्रमुख हिन्दू त्यौहार (Famous Hindu’s Festivals)
हिन्दू धर्म भारत का ही नहीं वरन पूरे विश्व का सबसे प्राचीन धर्म है इसे हम वैदिक सनातन धर्म के नाम से भी जानते हैं। यही कारण है कि आज ये सार्वभौमिक सत्य सिद्ध हो चुका है कि हिन्दू धर्म पूरे विश्व का सबसे प्राचीन संगठित धर्म है साथ ही साथ ये दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म भी है। पूरी दुनिया में हिन्दू धर्म के लोगों द्वारा ढ़ेर सारे सांस्कृतिक और पारंपरिक पर्व और उत्सव मनाये जाते हैं। हर हिन्दू त्यौहार को मनाने की अपनी खास पद्धति है, देवी-देवताओं को गंगाजल चढ़ाना, व्रत रखना, जल्दी सुबह गंगाजल से स्नान करना, दान करना, कथा सुनना, होम, आरती, हवन आदि बहुत कुछ जिसके द्वारा पूजा की क्रिया संपन्न होती है। बिना किसी जाति, उम्र, और लिंग की परवाह किये हिन्दू धर्म के सभी लोग अपना त्यौहार मिल-जुलकर मनाते हैं।
Famous festivals of India in Hindi
हिन्दू त्यौहारों की तारीख को हिन्दू कैलेंडर की तारीखों के अनुसार तय किया जाता है, यह चन्द्र संबंधी कैलेंडर पूरे साल सूर्य और चन्द्रमा की चाल पर निर्भर करता है। कुछ पर्वों को ऐतिहासिक पौराणिक कथाओं के रुप में मनाया जाता है, कुछ मौसम के बदलने पर तो कुछ पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए मनाये जाते हैं। कुछ त्यौहार ऐसे भी हैं जिनको कुछ खास संप्रदाय के लोग या भारतीय उपमहाद्वीप के लोग ही मनाते हैं।
हिन्दुओं के प्रसिद्द पूजास्थल
हिन्दू धर्म में कई सारे प्राचीन और पवित्र धार्मिक मूलग्रंथों (भगवतगीता, महाभारत, रामायण, ऋगवेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद इत्यादि) और हिन्दू देवी-देवताओं आदि की वजह से हिन्दू धर्म में बहुत सारी मान्यताएँ हैं। हिन्दू धर्म में तो देवी-देवताओं के जन्मदिन को बहुत उत्साह के साथ नृत्य, गीत आदि के साथ मनाया जाता है।
यहाँ नीचे हिन्दू धर्म के सभी पर्वों की सूचीबद्ध जानकारी दी गयी है-
हिन्दू त्यौहार | तारीख – 2020 |
लोहड़ी (Lohri) | 13 जनवरी, सोमवार |
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) | 15 जनवरी, बुधवार |
पोंगल (Pongal) | 15 जनवरी, बुधवार – 18 जनवरी, शनिवार |
वसंत पंचमी (Vasant Panchami) | 29 जनवरी, बुधवार |
कुंभ मेला (Kumbh Mela) | 10 जनवरी शुक्रवार से 9 फरवरी, रविवार |
थाईपुसम (Thaipusam) | 8 फरवरी, शनिवार |
महाशिवरात्रि (Maha Shivaratri) | 21 फरवरी, शुक्रवार |
होलिका दहन (Holika Dahan) | 9 मार्च, सोमवार |
होली (Holi) | 10 मार्च, मंगलवार |
चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navaratri) | 25 मार्च बुधवार से 3 अप्रैल शुक्रवार |
उगादी/तेलुगू नया साल (Ugadi) | 25 मार्च बुधवार |
गंगौर पर्व (Gangaur Parv) | 10 मार्च, मंगलवार से 27 मार्च, शुक्रवार |
मेवाड़ पर्व (Mewar festival) | 27 मार्च, शुक्रवार से 29 मार्च, रविवार |
राम नवमी (Ram Navami) | 2 अप्रैल गुरुवार |
विषु पर्व (Vishu Festival) | 14 अप्रैल मंगलवार |
महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) | 6 अप्रैल सोमवार |
हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) | 8 अप्रैल बुधवार |
रथयात्रा (Ratha-Yatra) | 23 जून, मंगलवार |
गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) | 5 जुलाई, रविवार |
ओणम (Onam) | 22 अगस्त शनिवार से 2 सितंबर बुधवार |
रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) | 3 अगस्त सोमवार |
जन्माष्टमी (Janmashtami) | 11 अगस्त मंगलवार |
गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) | 22 अगस्त शनिवार |
ब्रह्मोत्सवम (Brahmotsavam) | 30 सितंबर सोमवार से 8 अक्टूबर मंगलवार** |
पितृ पक्ष (Pitra Paksha) | 1 सितंबर मंगलवार से 16 सितंबर बुधवार |
रामबारात (Rambarat) | 17 सितंबर मंगलवार से 19 सितंबर गुरुवार** |
नवरात्र (Navaratri) | 17 अक्टूबर शनिवार से 25 अक्टूबर रविवार |
रामलीला (Ramlila) | 8 अक्टूबर मंगलवार से 25 अक्टूबर रविवार |
दशहरा (Dussehra) | 25 अक्टूबर रविवार |
महाऋषि वाल्मिकी जयंती (Valmiki Jayanti) | 31 अक्टूबर शनिवार |
करवा चौथ (Karwa Chauth) | 4 नवंबर बुधवार |
देव उथानी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) | 25 नवंबर बुधवार |
धनतेरस (Dhanteras) | 13 नवंबर शुक्रवार |
दिवाली (Diwali) | 15 नवंबर रविवार |
गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) | 16 नवंबर सोमवार |
भाई दूज (Bhai Dooj) | 17 नवंबर मंगलवार |
छठ पूजा (Chhath Puja) | 20 नवंबर शुक्रवार |
प्रमुख मुस्लिम त्यौहार ((Famous Muslim’s Festivals)
मुस्लिम समुदाय विश्व के हर देश में फैला हुआ है। अगर केवल इस्लामिक देशों की बात की जाए तो विश्व के 56 ऐसे देश हैं जो पूरी तरह इस्लामिक राष्ट्र माने जाते हैं। पूरे विश्व में मुस्लिम धर्म के लोग अपने सभी इस्लामिक पर्वों को इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार पूरे उत्साह, जुनून और समर्पण के साथ मनाते हैं। कुछ महत्वपूर्ण इस्लामिक पर्व रमजान (रमादान), ईद-ए-मिलाद, मुहर्रम, बकरीद आदि हैं जिसे वो खास तरीके से मस्जिदों में दुआ माँग कर, दावत देकर और एक-दूसरे को बधाई देकर मनाते हैं। Famous festivals of India in Hindi
प्रमुख मस्जिदें जो मुस्लिम समाज के लिए एक धरोहर हैं
मुस्लिम समुदाय अपने घरों को रात में रंग-बिरंगे प्रकाशों और दूसरी चीजों से सजाता है और पूरी रात एक-दूसरे के साथ मिलकर पर्व का आनंद मनाते हैं। भारत में कुछ इस्लामिक पर्वों को राष्ट्रीय अवकाश के रुप में घोषित किया गया है जिस दौरान शिक्षण संस्थानों, सरकारी कार्यालयों और दूसरे काम करने की जगहों पर छुट्टी रहती है।
यहाँ नीचे सभी मुस्लिम पर्वों की सूचीबद्ध जानकारी दी गयी है-
मुस्लिम त्यौहार | तारीख – 2020 |
हज़रत अली का जन्मदिन (Hazarat Ali’s Birthday) | 21 मार्च, शनिवार |
शब-ए-मिराज़ (Shab e-Meraj) | 21 मार्च, शनिवार |
शब-ए-बारात (Shab-e-Barat) | 8 अप्रैल, बुधवार से 9 अप्रैल, गुरुवार तक |
जमात-उल-विदा (Jamat Ul-Vida) | 21 मई, गुरुवार से 22 मई शुक्रवार |
ईद-उल-फितर (रमजान ईद) (Eid al-Fitr OR Ramadan) | 23 मई, शनिवार से 24 मई, रविवार तक |
ईद-उल-जुहा (बकरीद या ईद-उल-अदा) (Eid al-Adha or Bakrid) | 31 जुलाई शुक्रवार से 1 अगस्त शनिवार तक |
मुहर्रम (Muharram) | 21 अगस्त शुक्रवार |
बारावफात (Barawafat) OR (Milad-un-Nabi) | 29 अक्टूबर, गुरुवार |
ग्यारहवीं शरीफ | 26 नवंबर, गुरुवार |
प्रमुख सिख पर्व (Famous Sikh’s Festivals)
जैसा कि हम सबको पता है कि भारत एक बहुधर्मी, सांस्कृतिक, और पारंपरिक देश है। इसको विविधता में एकता के लिए भी जाना जाता है। भारत के सिक्ख समुदाय के लोगों के पास भी बहुत सारे अलग-अलग रीति-रिवाज के उत्सव होते हैं, जिन्हें वो पूरी दिलेरी और मस्ती के साथ मनाते हैं। वो अपने दस सिक्ख गुरुओं के जीवन और उनकी दी गयी सीखों (पाठों) को याद करते हैं। कुछ हिन्दू त्योहारों को भी अलग कारणों की वजह से सिक्खों द्वारा मनाया जाता है।
Famous festivals of India in Hindi
सिख धर्म में सभी उत्सवों पर पूजा-पाठ करने की विधि, उनकी पवित्र किताब जिसे “गुरुग्रंथ साहिब” कहा जाता है में निर्देशित है, जिसे पहली बार सिक्ख गुरु, गुरु नानक द्वारा संकलित किया गया था और बाद में सिक्ख गुरु, गुरु अर्जुन ने संपादित किया। सिख धर्म का गुरु ग्रन्थ लोगों के बीच देवताओं की जगह रखता है और किसी भी सिख त्योहार को मनाते समय वे इसे पालकी में रखकर सार्वजनिक जूलुस (बारात) के साथ बाहर ले जाते हैं। ये भगवान से जुड़ने के लिए और अपने उत्सव को मनाने के दौरान गुरुबानी गाना, पवित्र गीत, पवित्र किताबों को पढ़ना और धार्मिक गीत-संगीत करते हैं।
सिखों के प्रमुख गुरूद्वारे
यहाँ नीचे सभी सिक्ख पर्वों की सूचीबद्ध जानकारी दी गयी है-
सिख पर्व | तारीख – 2020 |
गुरुगोविन्द सिंह जयंती (Guru Gobind Singh Jayanti) | 2 जनवरी, गुरुवार |
लोहरी (Lohri) | 13 जनवरी, सोमवार |
होल्ला मोहल्ला (Hola Mohalla) | 10 मार्च मंगलवार से 12 मार्च गुरुवार तक |
सोदल मेला (Sodal Mela) | 12 सितंबर, गुरुवार |
गुरुरामदास जी जयंती (Guru Ramdas Ji Jayanti) | 9 अक्टूबर, शुक्रवार |
गुरुनानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) | 30 नवंबर, सोमवार |
प्रमुख जैन पर्व (Famous Jain’s Festivals)
भारत में बहुत सारे जैन धर्म को मानने वाले लोग भी रहते हैं। ये लोग बहुत सारे रीति-रिवाज़ और धार्मिक रस्मों को त्यौहार के रुप में मनाते हैं। जैन धर्म का उदय भी हिन्दू धर्म से हुआ है इसलिए इनके रीति-रिवाज़ भी विभिन्न तरीकों में मूर्ति पूजा से संबंधित है। जैन समुदाय के लोग अपने तीर्थंकरों के जीवन की घटनाओं को त्यौहार के रूप में मनाते हैं।
यहाँ नीचे सभी जैन पर्वों की सूचीबद्ध जानकारी दी गयी है-
जैन पर्व | तारीख – 2020 |
महामस्तक अभिषेक (Mahamastak Abhisheka) | 17 फरवरी शनिवार से 25 फरवरी रविवार तक** |
महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) | 6 अप्रैल, सोमवार |
पर्युषण (Paryushana) | 16 अगस्त रविवार से 23 अगस्त रविवार |
देव दीवाली (Dev Diwali) | 29 नवंबर, रविवार |
प्रमुख ईसाई पर्व (Famous Christian’s Festivals)
भारत में ईसाई मिशिनरियों (Christian Missionaries) द्वारा बहुत से निम्न वर्ग के लोगों और जनजातियों को ईसाई धर्म में धर्मान्तरित करा दिया गया है। जिसकी वजह से भारत में भी ईसाई धर्म को मानने वालो लोगों की काफी संख्या है। भारत में ईसाई धर्म का सबसे ज्यादा प्रभाव दक्षिण भारत में और समुद्र तटीय इलाकों में है। इसके अतिरिक्त उत्तर-पूरी भारत में भी बहुत सारे ईसाई धर्म के अनुयायी हैं। ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस, ईस्टर, गुड फ्राई-डे आदि जैसे त्यौहार मजे से और बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। दूसरे धर्म के लोग भी क्रिसमस मनाते हैं जो भारत में विविधता में एकता की निशानी है।
Famous festivals of India in Hindi
भारत में बहुत सारी प्रसिद्ध जगह हैं जहाँ पर ईसाई त्योहारों को मनाया जाता है जैसे गोवा जहाँ सबसे पुरानी और सुंदर चर्च मौजूद है। वो दावत देते हैं, प्रार्थना करते हैं और उनके उत्सव मनाने के दौरान जुलूस निकाला जाता है।
यहाँ नीचे सभी ईसाई पर्वों की सूचीबद्ध जानकारी दी गयी है-
ईसाई पर्व | तारीख – 2020 |
गुड फ्राइडे (Good Friday) | 10 अप्रैल, शुक्रवार |
ईस्टर (Easter) | 12 अप्रैल, रविवार |
क्रिसमस (Christmas) | 25 दिसंबर, शुक्रवार |
प्रमुख बौद्ध पर्व (Famous Buddhist’s Festivals)
बौद्ध धर्म हिन्दू धर्म से ही निकली एक शाखा है जो भारत के अतिरिक्त कई और पूर्व और दक्षिण एशिआई देशों प्रचलित है। बौद्ध धर्म के लोग भगवान बुद्ध और बोधिसत्व से जुडी महत्वपूर्ण तिथियों को उत्सव के रूप में मनाते हैं।। ऐसा माना जाता है कि बौद्ध समारोह पहली बार भगवान बुद्ध के द्वारा शुरु किया गया था और उन्होंने अपने भक्तों को ये सलाह दी कि अपने बंधन को मजबूत करने के लिए एक-दूसरे के संपर्क में रहें। ऐतिहासिक त्योंहार को मनाने के लिए इनके अपने रीति-रिवाज़ और विश्वास होते हैं। ये अपने पर्व को मनाने के लिए ऐतिहासिक वस्तुओं की पूजा करते हैं।
यहाँ नीचे सभी बौद्ध पर्वों की सूचीबद्ध जानकारी दी गयी है-
बौद्ध पर्व | तारीख – 2020 |
लोसर (Losar) | 24 फरवरी सोमवार से 26 फरवरी बुधवार |
बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) | 7 मई, गुरुवार |
हेमिस गोमपा (Hemis Gompa) | 30 जून मंगलवार से 1 जुलाई बुधवार |
उलामबना (Ullambana) | 2 सितंबर, बुधवार |
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