Dussehra Festival ka Mahatv 2020 / Poems and Quotes on Dussehra Festival / दशहरे का त्यौहार और उसका महत्व, दशहरा पर कविता, दशहरा पर कोट्स
दशहरा जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, हिन्दुओं का एक प्रमुख पर्व है। यह अपने देश का एक महत्वपूर्ण पर्व है। इसे हम लोग आयुध-पूजा के नाम से भी जानते हैं। दशहरा प्रतिवर्ष हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आश्विन माह की दशमी को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
विजयादशमी के दिन स्कूल-कॉलेजों में अवकाश रहता है। स्कूलों में बच्चों को दशहरा पर निबंध लिखने को दिया जाता है। दशहरे को हम बुराई पर अच्छाई के जीत के दिन के रूप में मानते हैं। तमाम लोग इस दिन एक-दूसरे को सन्देश भेज कर बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए बधाई देते हैं। Dussehra Festival ka Mahatv
इस लेख में हम जानेंगे कि इस वर्ष 2020 में दशहरा कब है, दशहरा या विजयदशमी कितनी तारीख को है, दशहरा का महत्व क्या है, यह क्यों मनाया जाता है इत्यादि। इसके अलावा यहाँ पर आप दशहरा पर कविता, दशहरा पर कोट्स आदि भी देख सकते हैं।
साल 2020 में दशहरा कब है? (Dussehra in 2020)
इस वर्ष 2020 में दशहरा 25 अक्टूबर 2020 दिन रविवार को मनाया जाएगा। भारत में कई ऐसे त्यौहार मनाए जाते हैं जो आपको बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देते हैं। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार जो इस बात को चिन्हित करता है वो दशहरा है। यह दिवाली से दो सप्ताह पहले मनाया जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार दशहरा या विजयादशमी देश भर में अश्विन के महीने के उज्ज्वल पखवाड़े के 10 वें दिन मनाया जाता है। दशहरा (विजयदाशमी, दशरा, या कभी-कभी दशन के रूप में भी जाना जाता है) अश्विन के महीने के दसवें दिन हिंदू चंद्रमा कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है जो कि ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार सितंबर या अक्टूबर महीने में आता है। Dussehra Festival ka Mahatv
दशहरा क्यों मनाया जाता है (Why we celebrate Dussehra)?
दशहरा प्रमुख हिंदू त्यौहारों में से एक है। यह मनाया जाता है क्योंकि कि श्री राम ने 9 दिनों की लड़ाई के बाद दानव राजा रावण को मार डाला और रावण की कैद से अपनी पत्नी देवी सीता को मुक्त करा लिया। इस दिन देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर को मार डाला, और इसलिए ये आज भी विजयदाश्मी के रूप में मनाया जाता है। लोग प्रार्थना करते हैं और आज भी देवी दुर्गा से आशीर्वाद मांगते हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम ने देवी दुर्गा की शक्ति के लिए प्रार्थना की थी। भगवान राम जिन 108 कमल से प्रार्थाना कर रहे थे उसमें से एक कमल हटा दिया जिसके साथ वह प्रार्थना कर रहे थे। जब श्री राम उनकी प्रार्थनाओं के अंत तक पहुंचे और महसूस किया कि एक कमल गायब था, तो उन्होंने अपनी आंखों को काटना शुरू कर दिया (क्योंकि उनकी आंखें कमल का प्रतिनिधित्व करती हैं और उनके लिए एक और नाम कमलनायन है) अपनी प्रार्थना पूरी करने के लिए। जिससे देवी उनकी भक्ति से प्रसन्न थीं और रावण पर उन्हें विजय दी।
दशहरा का महत्व (Importance of Dussehra in Hindi)
दशहरा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्यौहार है। दशहरा त्यौहार का महत्व इसके धार्मिक मूल्य में है। यह हमें बुराई पर अच्छाई की जीत सिखाता है। यह रावण पर राम की जीत के सम्मान में पूरे देश में मनाया जाता है। यह आम तौर पर अक्टूबर के महीने में आता है। देश के विभिन्न हिस्सों में दशहरा त्योहार विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। पंजाब में उत्सव लगभग दस दिनों तक जारी रहता है। सीखने वाले पंडित रामायण की कहानियों को पढ़ते हैं। लोग इसे महान सम्मान के साथ सुनते हैं। लगभग हर शहर में, राम लीला कई रातों के लिए आयोजित की जाती है। हजारों लोग इसका आनंद लेने के लिए जाते हैं। Dussehra Festival ka Mahatv
दशहरा पर कविता (Poem on Dussehra in Hindi)
1.
आज दशहरे की घड़ी आई
झूठ पर सच की जीत है भाई
रामचन्द्र ने रावण मारा
तोड़ दिया अभिमान भी सारा
एक बुराई रोज हटाओ
और दशहरा रोज मनाओ॥
2.
दशहरा का तात्पर्य, सदा सत्य की जीत।
गढ़ टूटेगा झूठ का, करें सत्य से प्रीत॥
सच्चाई की राह पर, लाख बिछे हों शूल।
बिना रुके चलते रहें, शूल बनेंगे फूल॥
क्रोध, कपट, कटुता, कलह, चुगली अत्याचार
दगा, द्वेष, अन्याय, छल, रावण का परिवार॥
राम चिरंतन चेतना, राम सनातन सत्य।
रावण वैर-विकार है, रावण है दुष्कृत्य॥
वर्तमान का दशानन, यानी भ्रष्टाचार।
दशहरा पर करें, हम इसका संहार॥
3.
विजय सत्य की हुई हमेशा, हारी सदा बुराई है
आया पर्व दशहरा कहता, करना सदा भलाई है।
रावण था दंभी अभिमानी, उसने छल-बल दिखलाया
बीस भुजा दस सीस कटाये, अपना कुनबा मरवाया।
अपनी ही करनी से दम्भी, सोने की लंका जलवाया
4.
मन में कोई कहीं बुराई, रावण जैसी नहीं पले
और अँधेरी वाली चादर, उजियारे को नहीं छले।
जिसने भी अभिमान किया है, उसने मुँह की खायी है।
मिली बड़ाई सदा उसी को, जिसने की अच्छाई है।
आज सभी की यही सोच है, मेल -जोल खुशहाली हो,
अंधकार मिट जाए सारा, घर घर में दिवाली हो।
5.
अधर्म पर धर्म की जीत, असत्य पर सत्य की जीत
बुराई पर अच्छाई की जीत, पाप पर पुण्य की विजय
अत्याचार पर सदाचार की जीत, क्रोध पर दया, क्षमा की जीत
अज्ञान पर ज्ञान की जीत, रावण पर श्रीराम की जीत
के प्रतीक पावन पर्व, विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनायेँ।
दशहरा पर कोट्स (Quotes on Dussehra)
सतीत्व मर्यादा के लिए, कुदरत ने कहर बरसाया था।
जब रावण की मौत आयी, समंदर ने पत्थरो को तैराया था।
बुराई का होता है विनाश, दशहरा लाता है उम्मीद की आस,
रावण की तरह आपके दुखों का हो नाश, यही हमारी विजयदशमी की शुभकामनायें।
दशहरा का यह प्यारा त्यौहार
जीवन में लाये खुशियाँ अपार
श्री राम जी करे आपके घर सुख की बरसात
शुभ कामना हमारी करे स्वीकार
जैसे राम ने जीता लंका को
वैसे आप भी जीतें सारी दुनिया
इस दशहरा मिल जाएँ आपको
दुनिया भर की सारी खुशियां शुभ *दशहरा *
अधर्म पर धर्म की विजय असत्य पर सत्य की विजय बुराई पर अच्छाई की विजय पाप पर पुण्य की विजय अत्याचार पर सदाचार की विजय क्रोध पर दया, क्षमा की विजय अज्ञान पर ज्ञान की विजय रावण पर श्रीराम की विजय के प्रतीक पावन पर्व विजयादशमी की हार्दीक शुभकामनायेँ।
ज्योत से ज्योत जगाते चलो, प्रेम की गंगा बहाते चलो,
राह में आये जो दीन दुखी, सब को गले से लगते चलो
दिन आयेगा सबका सुनहरा, इसीलिए हमारी तरफ से सबको हैप्पी दशहरा
बुराई का होता हैं विनाश, दशहरा लाता है उम्मीद की आस
रावण की तरह आपके दुखों का होगा नाश
विजयदशमी की शुभकामनायें…!!
शान्ति अमन के इस देश से अब बुराई को मिटाना होगा आतंकी रावण का दहन करने आज फिर श्री राम को आना होगा।
दशहरा पर 10 लाइनें (10 Lines on Dussehra)
- दशहरा हिन्दुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक त्यौहार हैं। यह सम्पूर्ण भारत के अलावा विदेशों में बसे हिन्दुओं द्वारा भी बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
- दशहरा 10 दिन तक चलने वाला सबसे बड़ा त्यौहार हैं।
- दशहरा को विजयदशमी, दशरा, और कहीं कहीं दशन भी कहा जाता है।
- भारत में दशहरा हर साल बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यह सितम्बर या अक्टूबर महीने में मनाया जाता हैं।
- दशहरा त्यौहार के माध्यम से हमें सच्चाई, आदर्श और नैतिकता की शिक्षा मिलती है।
- दशहरा त्यौहार इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके 21 दिनों बाद दिवाली का त्यौहार आता हैं।
- हिंदू कैलेंडर के अनुसार दशहरा या विजयादशमी देश भर में अश्विन के महीने के शुक्ल पक्ष के 10वें दिन मनाया जाता है।
- दशहरे के समय जगह- जगह रामलीला का आयोजन किया जाता हैं।
- दस दिन की रामलीला समाप्त होने के बाद रावण का दहन कर दिया जाता हैं।
- दशहरा असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है।
Dussehra Festival ka Mahatv
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