ATM Full Form (Automatic Teller Machine)

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ATM Full Form

ATM Full Form in Hindi, ATM: Automatic Teller Machine (स्वचालित मुद्रा वितरण यंत्र)

ATM का फुल फॉर्म होता है “Automatic Teller Machine” (ऑटोमेटिक टेलर मशीन) जिसे हिंदी में स्वचालित मुद्रा वितरण यंत्र भी कहा जाता है. यह एक ऐसा यन्त्र या मशीन है जिसे मुद्रा निकासी के लिए यानि कि पैसा निकालने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसे स्वचालित इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह अपने आप कार्य करता है टेलर यानि कि यह अपने आप पैसे गिनता है और मशीन का मतलब होता है यंत्र।

ATM को अलग-अलग देशों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. कई देशों में जैसे कि कनाडा में ATM को ABM कहा जाता है जिसका मतलब होता है ऑटोमेटिक बैंकिंग मशीन और यहां बैंकिंग शब्द से तात्पर्य है “पैसों का लेनदेन”. इसी प्रकार अन्य देशों में भी ATM को अलग-अलग नामों (ATM Full Form) से जाना जाता है. उदाहरण के तौर पर कई देशों में इसे कैश पॉइंट कहा जाता है और कई देशों में इसे Hole in the Wall (होल इन द वॉल) भी कहा जाता है। होल इन द वॉल का मतलब होता है दीवार में छेद होना क्योंकि आपने देखा होगा कि कहीं-कहीं दीवार में छोटा सा छेद करके ATM को फिट कर दिया जाता है और मशीन की जो स्क्रीन है वो निकली हुई होती है जहाँ से पैसे निकाले जा सकते हैं। दीवार में छेद कर एटीएम लगाए जाने से क्या होता है कि मशीन की थोड़ी सेफ्टी हो जाती है।

ATM की वैश्विक संस्था

विश्व भर में जहां जहां एटीएम लगे हैं या जितने देशों में भी ATM स्थापित किए जा चुके हैं उन सबके लिए संयुक्त रुप से एक संस्था बनाई गई है जिसका नाम है ATMIA. इसका फुल फॉर्म होता है ATM इंडस्ट्री एसोसिएशन। इस एसोसिएशन का मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका में है तथा इसकी स्थापना वर्ष 1997 में हुई थी।

इस संस्था को स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे विश्व में जहां-जहां भी ATM है उनमें यदि कोई प्रॉब्लम आती है या कोई टेक्निकल इश्यू (तकनीकी खराबी) होता है तो उसका रिव्यू करके इसका देखरेख करती है. यह संस्था पूरे विश्व भर में लगे ATM का लेखा जोखा रखती है। ATMIA के अनुसार पूरे विश्व में इस समय 35 लाख से ज्यादा ATM है। आपको शायद यह सँख्या थोड़ी कम लगे लेकिन दुनिया में कुल 195 देश है और 195 देशों में 35 लाख एटीएम एक बहुत ही बड़ी मात्रा हो जाती है और आने वाले समय में इनकी संख्या और बढ़ेगी। इन एटीएम को समय के साथ-साथ विकसित किया जा रहा है जिससे पैसे निकलवाने के साथ-साथ पैसे जमा करवाने के लिए कीओस्क और पासबुक पर लेन-देन का प्रिंट छपवाने के लिए अलग से मशीने लगाई जा रही हैं इसलिए आने वाले समय में बैंकिंग सिस्टम बहुत हद तक पेपरलेस हो जाएगा।

ATM का इतिहास

ATM के अविष्कार का श्रेय लूथर जॉर्ज सिमियल को दिया जाता है। जिनके प्रयासों से वर्ष 1961 में सिटी बैंक को न्यूयॉर्क में दुनिया का सबसे पहला ATM  प्राप्त हुआ. उस समय ATM को बैंकोंग्राफ नाम से जाना जाता था लेकिन उस समय ग्राहक फॉर्म भरकर या सीधा बैंक में जाकर लेन देन करना ज्यादा सरल व सुरक्षित समझते थे जिस कारण एटीएम प्रणाली को कोई विशेष प्रसिद्धि न मिल सकी। फलस्वरुप सिटी बैंक ऑफ न्यूयॉर्क में लगाया गया ATM मात्र 6 महीने बाद हटा लिया गया तथा मान लिया गया कि बैंकिंग सेक्टर में ATM मशीन लाभकारी नहीं है। लेकिन यह भ्रम उस वक्त दूर हो गया जब वर्ष 1966 में जापान में एक ATM लगाया गया जिसके चलते बैंकों को बहुत लाभ हुआ हुआ। क्योंकि एटीएम लगाने से जो बैंक के कर्मचारी थे उनके पास खाली समय रहने लगा जिसके कारण वह अन्य कामों पर ध्यान दे पाते थे तथा बैंकों में लगने वाली भीड़ में भारी कमी देखी गई। इसे देखते हुए जापान के अन्य बैंको में भी ATM लगाए गए. वहीं से धीरे-धीरे यह सेवा अन्य देशों के लोगों को भी भाने लगी। इस प्रकार लगभग शुरू से ही विकसित देशों में एटीएम का विकास लगभग समान रूप से चला।

ATM से सुरक्षित बैंकिंग

ATM से सुरक्षित बैंकिंग के लिए ग्राहकों को ATM कार्ड के साथ ATM पिन दिया जाता है जो कि गोपनीय होता है यानि कि आपको वह पिन किसी से भी शेयर नहीं करना होता है. आप उस पिन का प्रयोग ATM के साथ करके कभी भी और कहीं भी किसी भी ATM में जाकर पैसे निकाल सकते हैं लेकिन अगर आपके पास पिन नहीं है तो चाहे आपके पास आपका ATM हो और ATM में कितने भी पैसे हों आप उन्हें नहीं निकलवा सकते। इस प्रकार यह एक सिक्योरिटी फीचर है जो कि 4 अंको का पिन होता है। अधिक सुरक्षा हेतु गलत पिन प्रयोग करने पर सीमितता लगाई गई है। जिसके चलते यदि तीन बार गलत ATM पिन भर दिया जाता है तो आपका एटीएम कार्ड ब्लॉक हो जाता है। फिल्हाल एटीएम (ATM Full Form) की सुरक्षा पिन के जरिए होती है लेकिन इसे धीरे-धीरे फिंगरप्रिंट जैसी टेक्नोलॉजी में बदला जा रहा है जिससे एटीएम पिन की बजाए पैसे निकलवाने के लिए आपके फिंगरप्रिंट की आवश्यकता पड़ेगी। ताकि सुरक्षा को बढ़ाया जा सके।

ATM के Parts

ATM में दो प्रकार के उपकरण होते हैं जो Users को आसानी से इसका उपयोग करने में मदद करते हैं.

  • Input Device
  • Output Device

Input Device के पार्ट्स

  • Card Reader: Card Reader, ATM Card के डेटा (खाते की जानकारी) को पढ़ता है जो आपके ATM Card के पीछे की तरफ रखी Magnetic Strip पर संग्रहीत होता है और इसे Verification के लिए Server पर भेजता है. खाते की जानकारी और User Service से प्राप्त आदेशों के आधार पर नकद निकालने की अनुमति देता है.
  • Keypad: Keypad आपको PIN जैसे विवरण, आप कितना पैसा निकालना चाहते हैं और अन्य सुविधाओं जैसे cancel, clear, enter, आदि का Input करने की अनुमति देता है.

Output Device के पार्ट्स

  • Screen: इसका उपयोग खाता संबंधी जानकारी (खाता धारक का नाम, उपलब्ध शेष राशि, इत्यादि) को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है और आपके लेनदेन को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए आपको जिन कार्यों को करने की आवश्यकता होती है.
  • Speaker: अधिकांश ATM में स्पीकर उपलब्ध होते हैं. जब आप अपने लेन-देन करते हैं तो ये आपको Audio Feedback प्रदान करते हैं.
  • Cash dispenser: यह एटीएम (ATM Full Form) के सबसे महत्वपूर्ण आउटपुट डिवाइसों में से एक है. इसका काम नगदी निकालना है.
  • Receipt printer: यह आपके लेन-देन से संबंधित एक रसीद प्रदान करता है जिसमें निकासी राशि, शेष राशि, दिनांक, समय, स्थान आदि शामिल होते हैं.

ATM कैसे काम करता है?

ATM का कामकाज शुरू करने के लिए, आपको ATM मशीनों के अंदर प्लास्टिक ATM कार्ड डालना होता है. कुछ मशीनों में आपको अपने कार्ड drop करने पड़ते हैं, कुछ मशीनें कार्ड स्वैप करने की अनुमति देती हैं. जैसा कि मैं पहले ही बता चुका हूं इन ATM Card में एक Magnetic पट्टी के रूप में आपके Account का विवरण और अन्य सुरक्षा जानकारी होती है. जब आप अपना कार्ड Drop/Swap करते हैं, तो मशीन को आपके खाते की जानकारी मिल जाती है और वह आपका पिन नंबर मांगता है. सफल Authentication के बाद, मशीन Transaction की अनुमति देती है.

ATM के प्रकार

ATM के मुख्य प्रकार निम्नलिखित हैं:

  • Online ATM: इस प्रकार का ATM बैंक के डेटाबेस से 24 घंटे जुड़ा रहता है. आप अपने खाते में मौजूद शेष राशि से अधिक नहीं निकाल सकते.
  • Offline ATM: यह बैंक के डेटाबेस से जुड़ा नहीं होता है. यहां तक कि अगर आपके पास आपके खाते में आवश्यक राशि नहीं है, तो आप इसे निकाल पाएंगे, इसके लिए बैंक कुछ जुर्माना लगा सकता है.
  • On Site ATM: बैंक परिसर के अंदर के एटीएम को ऑनसाइट ATM के रूप में जाना जाता है.
  • Off Site ATM: बैंक परिसर के बाहर विभिन्न स्थानों पर स्थित ATM को ऑफसाइट एटीएम के रूप में जाना जाता है.
  • White Label ATM: Non-Banking Financial Companies द्वारा स्थापित किए गए ATM को व्हाइट लेबल एटीएम के रूप में जाना जाता है.

इसे भी पढ़ें: FICCI का फुल फॉर्म क्या होता है?

  • Yellow Label ATM: Yellow Label ATM, E-Commerce के लिए प्रदान किए जाते हैं.
  • Brown Label ATM: इस प्रकार के ATM के हार्डवेयर और ATM मशीन के पट्टे पर एक Service Provider का Ownership होता है, लेकिन Banking Network के लिए Cash Management और Connectivity एक बैंक द्वारा प्रदान की जाती है.
  • Orange Label ATM: ये एटीएम Share Transaction के लिए प्रदान किए जाते हैं.
  • Pink Label ATM: ये एटीएम केवल महिलाओं के लिए प्रदान किए जाते हैं.
  • Green Label ATM: ये एटीएम कृषि लेनदेन के लिए प्रदान किए जाते हैं.

ATM के बारे में रोचक तथ्य

ATM का आविष्कारक: जॉन शेफर्ड बैरोन.

ATM Pin Number: जॉन शेफर्ड बैरोन ने एटीएम (ATM Full Form) के लिए 6 अंकों का पिन नंबर रखने के बारे में सोचा, लेकिन उनकी पत्नी के लिए 6 अंकों का पिन याद रखना आसान नहीं था, इसलिए उन्होंने 4 अंकों का एटीपी पिन नंबर तैयार करने का फैसला किया.

दुनिया का पहला Floating ATM: भारतीय स्टेट बैंक (केरल).

भारत में पहला एटीएम: 1987 में HSBC (हांगकांग और शंघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन) द्वारा स्थापित.

दुनिया का पहला एटीएम: यह 27 जून 1967 को लंदन के Barclays Bank में स्थापित किया गया था.

ATM का उपयोग करने वाला पहला व्यक्ति: प्रसिद्ध कॉमेडी अभिनेता रेग वर्नी ATM से Cash निकालने वाले पहले व्यक्ति थे.

बिना अकाउंट के ATM: Romania में, जो कि एक यूरोपीय देश है, कोई भी व्यक्ति बैंक खाते के बिना ATM से पैसे निकाल सकता है.

Bio Metric ATM: ब्राजील में बायोमेट्रिक एटीएम का उपयोग किया जाता है. जैसा कि नाम से पता चलता है, Users को पैसे निकालने से पहले इन ATM पर अपनी उंगलियों को स्कैन करना आवश्यक है.

ATM के अन्य फुल फॉर्म

ATM के कुछ अन्य Full Form भी हैं जो निम्नलिखित हैं:

  • Air traffic Management (Aviation terminologies में)
  • Asynchronous Transfer Mode (I.T. Sector में) यह एक telecommunications concept होता है जिसे की define किया गया है ANSI और ITU के द्वारा
  • Association of Teachers of Mathematics (यह एक Non-profit organization और registered charity
  • है UK की)
  • Angkatan Tentera Malaysia (Malaysian Armed Forces)
  • Altamira Airport यह एक airport है जो की Altamira, Brazil (Airport Code) में स्थित है.

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