Arbi in Hindi (अरबी / घुइंया: जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Arbi in Hindi

Arbi in Hindi / अरबी / घुइंया खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

अरबी भारत में पायी जाने वाली एक सामान्य सब्जी है जो आसानी से बाजार में मिल जाती है। इसका स्वाद अन्य सब्जियों से थोड़ा अलग होता है। सामान्यतः अरबी का प्रयोग दो तरह की सब्जी बनाने में किया जाता है: सूखी सब्जी (भुजिया), और रसदार सब्जी।

अरबी के पत्तों (arbi ke patte) से भी कई तरह के व्यंजन बनाये जाते हैं जो लोग बहुत चाव से खाते हैं. अरबी देखने में एक सामान्य सब्जी लगती है लेकिन इसके सेवन से शरीर को अनेक फायदे (arbi ke fayde) होते हैं।

आयुर्वेद में अरबी को बहुत ही गुणकारी आहार बताया गया है। हालांकि हम सब अरबी का सेवन केवल सब्जी (arbi ki sabji) के रूप में करते हैं लेकिन इसमें कई सारे औषधीय गुण भी हैं. 

अरबी क्या है? (What is Arbi in Hindi?)

अरबी की खेती मुख्य रूप से कन्द, और पत्तों के लिए होती है। यह वातकारक है, इसलिए अरबी से बने व्यंजनों में वात के शमन के लिए अजवायन कका प्रयोग किया जाता है। यह वातकारक होते हुए भी हृदय रोगों में बहुत फायदेमंद होती है। इसके सेवन से शरीर को पौष्टिक तत्व मिलता है। अरबी को तेल में पकाकर खाने से इसका स्वाद बहुत ही उत्तम हो जाता है। जमीन के नीचे उगने वाली स्वादिष्ट अरबी कई प्रकार के व्यंजन और स्वादिष्ट पकवान बनाने के काम में आती है। क्या आपको पता है, यह स्वादिष्ट सब्जी न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। पहले यह सब्जी सिर्फ एशिया में मशहूर थी, लेकिन इसके स्वाद और स्वास्थ्य के गुणों के कारण यह धीरे-धीरे पूरे विश्व में फैल गई।

अन्य भाषाओं में अरबी के नाम (Name of Arbi in Different Languages)

अरबी का वानस्पतिक नाम (Scientific Name of Arbi or Colocasia) कोलोकेसिया एस्कुलेन्टा (Colocasia esculenta (L.), Schott, Syn-Colocasia antiquorum Schott) है, और यह ऐरेसी (Aracea) कुल का है। भारत के अलग-अलग हिस्से में अरबी को अलग-अलग नामों से जाना जाता है. कुछ लोग इसके पत्तों की पकौड़ी बनाकर खाना पसंद करते हैं तो कुछ इसकी सब्जी. कई जगहों पर तो इसे व्रत में फलाहार के रूप में भी खाया जाता है.

दुनिया भर में अरबी को कई नामों से बुलाया जाता है, जो निम्नलिखित हैं:

  • हिंदी में-  – अरुई, घुइयां, कच्चु, अरवी, घूय्या
  • अंग्रेजी में- (arbi in english) – इजिप्टियन ऐरम (Egyptian arum), क्रैच कोको (Scratch Coco), टैरो रूट (Taro root), एड्डोस (Eddoes), एलिफैन्टस् इयर (Elephant’s ear) कोको यैम (Coco yam), टैरो (Taro)
  • संस्कृत में – कच्चू, आलुकी
  • ओड़िया में – सारु (Saru)
  • कोंकड़ी में – ऐल्लम (Allum)
  • कन्नड़ में – केसवे (Kesave)
  • गुजराती में – अलवी (Alvi)
  • तमिल में – शिमेंथम (Shementhum), शमाकीलंगू (Shamakkilangu), सेपनकीझंगु (Sepankizhangu)
  • तेलगु में – चम्मडुम्पा (Chamadumpa)
  • बंगाली में – काचू (Kachu), अशुकुचू (Ashukuchu)
  • नेपाली में – कर्कलो (Karkalo); पंजाबी-अलू (Alu), गाग्ली (Gagli), अट्टवाचा कान्दा (Atthavacha kanda), अलू (Alu)
  • मलयालम में – चेम्पकीझन्ना (Chempakizhanna)
  • अरब में – कल्कस (Kalkas), गुल्गस (Gullgas)

अरबी के पत्ते (Arbi ke Patte)

अरबी के पत्ते में एंटी-इंफ्लेमेटरी, हाइपोलिपिडेमिक, एंटी-कैंसर व एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इन्हीं गुणों के कारण इसका उपयोग आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति में उच्च रक्तचाप जैसी कई बीमारियों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है

अरबी / घुइंया के औषधीय गुण (Medicinal Values of Taro root in Hindi)

अरबी बाल झड़ने से रोकती है

बालों का झड़ना एक आम परेशानी है, जिससे कई लोग परेशान रहते हैं। महिला हो या पुरुष, सभी बालों को झड़ने से रोकने के लिए अलग-अलग तरह के उपाय करते हैं, लेकिन कई बार उपाय से पूरी तरह फायदा नहीं मिलता है। आयुर्वेद के अनुसार, अरबी के गुण से बालों का झड़ना रुक सकता है। अगर आपके बाल गिर रहे हों तो अरवी के कंद का रस निकालकर सिर पर मालिश करें। इससे बालों का गिरना बंद (arbi vegetable benefits) हो जाता है।

अरबी से सिर दर्द में राहत

कई लोगों को बराबर सिर दर्द की शिकायत रहती है। आप अरबी के गुण से सिर दर्द से आराम पा सकते हैं। अरबी कन्द के रस में छाछ, या दही मिला लें। इसे पीने से सिर दर्द से आराम मिलता है।

अरबी के फायदे कान के रोग में

कान बहने या कान के दर्द में भी अरवी का उपयोग कर सकते हैं। इन रोगों में अरबी के पत्ते (arbi ke patte) के 1-2 बूंद रस को कान में डालें। इससे ना सिर्फ कान बहना रुक जाता है, बल्कि कान का दर्द भी ठीक हो जाता है।

अरबी के फायदे आंखों के रोग में

आंखों के विभिन्न रोगों में अरबी का प्रयोग लाभ पहुंचाता है। आप अरबी के पत्तों और कन्द की सब्जी बनाकर सेवन करें। इससे आंखों के रोग में फायदा होता है।

सूजन की समस्या में अरबी से लाभ

अरबी (Arbi in Hindi) के गुण से सूजन की समस्या ठीक की जा सकती है। अरबी के पत्ते (arbi ke patte), और इसकी डंडियों का रस निकाल लें। इसमें नमक मिला लें। इसका लेप करने से गांठों, और मांसपेशियों की सूजन ठीक हो जाती है।

नींद न आने की परेशानी में अरबी का सेवन

नींद न आने की परेशानी में अरबी के पत्तों, तथा कन्द का साग बनाकर सेवन करें। इससे अनिद्रा की परेशानी ठीक (arbi ke fayde) हो जाती है।

अरबी के सेवन से कब्ज की परेशानी में लाभ

कब्ज एक ऐसी बीमारी है, जिससे कई लोग परेशान रहते हैं। पेट की इस बीमारी के कारण लोगों का खान-पान बहुत बदल जाता है। अरबी के गुण इस रोग में भी काम आते हैं। अरबी के कंद का काढ़ा बनाकर पिएं। इससे कब्ज की परेशानी ठीक होती है।

शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए अरबी का उपयोग

शारीरिक कमजोरी वाले लोग भी अरबी का सेवन कर सकते हैं। अरबी के छोटे कन्दों को भूनकर भर्ता बना लें। इसका सेवन करने से शरीर स्वस्थ होता है, तथा कमजोरी दूर होती है।

भूख बढ़ाने के लिए अरबी का उपयोग

भूख कम लगती है, तो अरबी का प्रयोग कर फायदा ले सकते हैं। अरबी के पत्तों का जूस बना लें। इसमें दालचीनी, इलायची तथा अदरक डालकर पिएं। इससे भूख ना लगने की समस्या ठीक होती है।

दस्त रोकने के लिए अरबी का गुण लाभदायक

दस्त से परेशान रहने वाले लोग अरबी का प्रयोग करें। अरबी के पत्ते का काढ़ा बनाकर 10-15 मिली मात्रा में सेवन करें। इससे दस्त पर रोक लगती है।

अरबी दांतों के दर्द में फायदेमंद

अनेक लोग दांतों के दर्द से परेशान रहते हैं। आपके भी दांतों में दर्द हो रहा है, तो अरवी का सेवन फायदा देगा। दांतों से जुड़ी बीमारियों पर बेहतर परिणाम पाने के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें।

घाव सुखाने के लिए अरबी का इस्तेमाल

किसी व्यक्ति का घाव ठीक नहीं हो रहा है तो अरबी का इस्तेमाल करना लाभ (benefits of arvi) पहुंचाता है। अरबी के कोमल पत्तों के रस को निकालकर घाव पर लगाएं। इससे घाव से खून बहना रुक जाता है, और घाव भर जाता है।

कैंसर के इलाज में अरबी फायदेमंद

अरबी (Arbi in Hindi) का सेवन आपको कैंसर के खतरे से बचने में सहयोगी होता है क्योंकि एक रिसर्च के अनुसार अरबी में कैंसर के विपरीत कार्य करने की क्षमता होती है जो कि 

मधुमेह को नियंत्रित करने में अरबी के फायदे

अरबी के सेवन से मधुमेह में भी लाभ मिलता है, क्योंकि इसमें पाए जाने वाले टैनिन नामक तत्त्व की मदद से भोजन एवं अत्यधिक मात्रा में खाये गए फैट, कार्बोहाइड्रेड और ग्लूकोज़ का पाक होता है, जिससे यह डायबिटीज को नियंत्रित  करने में मदद करती है साथ हि इसमें प्रमेहघ्न यानी यही मधुमेह को नियंत्रित करने वाला गुण भी होता है जो की शर्करा की मात्रा रक्त में सामान्य बनाये रखने में मदद करता है। 

त्वचा के लिए अरबी के फायदे

अरबी के सेवन से कील-मुंहासे जैसे कुछ त्वचा संबंधी रोगों में भी लाभ मिलता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है जो त्वचा को किसी भी प्रकार के सूजन से बचाकर रखता है।इसमें मौजूद शीतल गुण त्वचा को हर प्रकार के संक्रमण यानि इन्फेक्शन या इन्फ्लमेशन में ठंडक प्रदान करती है और त्वचा को स्वस्थ बनाये रखती है।    

वजन कम करने में अरबी के फायदे

अरबी में फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण यह पाचन में मदद करता है। जिससे शरीर में फैट जमा होने की संभावनाए ना के बराबर हो जाती है। इससे ये वजन को नियंत्रित रखने में भी मदद करती है। इसमें गुरु गुण होने के कारण यह देर से पचती है और इसी वजह से अधिक भूख नहीं लगती जिससे वजन को नियंत्रित रखने में आसानी होती है।    

प्रतिरक्षी तंत्र को बेहतर बनाता है अरबी 

अरबी प्रतिरक्षी तंत्र (इम्यून सिस्टम) के काम को बेहतर तरीके से करने में मदद करती है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर के लिए एक अच्छा पाचक एवं बल प्रदान करने वाला बनाते हैं। 

खांसी दूर करने में अरबी के फायदे

अरबी में ग्लाइकोसाइड्स नामक तत्त्व पाया जाता है जिसकी मदद से यह खांसी में जमा होने वाले बलगम को शरीर के बाहर निकलने में मदद करती है।

ह्रदय रोग में अरबी के सेवन से लाभ

भूख कम लगती है तो अरबी के इस्तेमाल से फायदा ले सकते हैं। अरबी के पत्तों के डंठल से जूस बना लें। इसमें दालचीनी, इलायची, तथा अदरक डालकर पिएं। इससे ह्रदय विकार ठीक (arbi ke fayde) होते हैं।

ततैया या भिरड़ के काटने पर अरबी से लाभ

ततैया या भिरड़ के काटे वाले स्थान पर अरबी के पत्ते के रस को लगाएं। इससे दर्द ठीक हो जाता है।

जहरीले जानवरों के काटने पर अरबी से फायदा

आप अरबी (Arbi in Hindi) का उपयोग जहलीले जानवरों के काटने पर भी कर सकते हैं। जिस स्थान पर जहरीले जानवरों ने काटा या डंक मारा है, वहां अरवी की डंडियों का रस लगाएं। इससे लाभ (arbi benefits) होता है।

अरबी / घुइंया खाने के लाभ (Arbi khane ke fayde) (Benefits of Taro root in Hindi)

अरबी में फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम और आयरन से भरपूर होती है. इसके अलावा इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं. अरबी कैंसर, आंखों की बीमारी, हृदय रोग व डायबिटीज जैसी कई बीमारियों में औषधि के रूप में काम आ सकती है। आइये देखते हैं कि अरबी में कौन कौन से विशेष औषधीय गुण होते हैं और यह किन रोगों में लाभदायक है.

अरबी ब्लड प्रेशर को नियन्त्रित रखती है

अरबी (Arbi in Hindi) में सोडियम की अच्छी मात्रा पायी जाती है. इसके अलावा ये पोटैशियम और मैगनिशियम के गुणों से भी भरपूर है जिसके चलते ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है. साथ ही ये तनाव दूर रखने में भी मददगार है.

हृदय रोगों से बचाती है अरबी

अरबी में फाइबर और स्टार्च प्रचुर मात्रा में होता है जो हृदय रोग के जोखिम से बचाकर स्वस्थ रखने में मदद करता है। शोध में पाया गया है कि जिन लोगों के आहार में फाइबर मौजूद होता है, उन्हें हृदय रोग होने की आशंका कम होती है. अरबी में मौजूद रेजिस्टेंस स्टार्च, फाइबर की तरह ही काम करता है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हृदय को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाता है.

अरबी कैंसर से बचाव करती है

अरबी में विटामिन ए, विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो कैंसर कोशिकाओं को विकसित होने से रोकते हैं. अरबी को पॉलीफेनॉल्स का अच्छा स्रोत माना गया है। पॉलीफेनॉल्स में कैंसर के जोखिम को कम करने की क्षमता शामिल है। पॉलीफेनॉल्स कैंसर सेल को बढ़ने से रोक सकते हैं। साथ ही ट्यूमरजेनिक कोशिकाओं को भी कम करने में मदद करते हैं। ये ट्यूमरजेनिक कोशिकाएं ही होती हैं, जो ट्यूमर को बढ़ाकर कैंसर का कारण बनती हैं

मधुमेह के रोगियों के लिए रामबाण है अरबी

अरबी में पर्याप्त मात्रा में फाइबर्स पाए जाते हैं. अरबी खाने से इंसुलिन और ग्लूकोज की मात्रा का संतुलन बना रहता है.

अरबी वजन कम करने में सहायक होती है

अरबी को फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है. फाइबर के सेवन से भूख कम लगती है और शरीर में ऊर्जा भी बनी रहती है। अरबी भूख को नियंत्रित करने का काम करती है. साथ ही इसमें मौजूद फाइबर्स मेटाबॉलिज्म को सक्रिय बनाते हैं जिससे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है. कम आहार लेने से वजन में गिरावट आने लगती है। मोटापे से पीड़ित लोग वजन कम करने के लिए अपने भोजन में फाइबर से युक्त अरबी को शामिल कर सकते हैं।

अरबी पाचन क्रिया को दुरुस्त रखती है

अरबी (Arbi in Hindi) में भरपूर मात्रा में फाइबर्स पाए जाते हैं जिसकी वजह से पाचन क्रिया बेहतर बनी रहती है. फाइबर की मदद से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है, जिस कारण भोजन को पचाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, यह गैस, ऐंठन, कब्ज और दस्त जैसी बीमारी को भी रोकने में मदद कर सकता है.

अरबी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाती है

अरबी में विटामिन-ई और विटामिन सी दोनों ही अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व हैं। अरबी को आहार में शामिल करके रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर किया जा सकता है.

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मांसपेशियों को स्वस्थ और सुदृढ़ बनाती है अरबी

अरबी में विटामिन ई और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होता है जो मांसपेशियों के निर्माण और उनकी देखभाल करने में सहायक होता है

स्वस्थ आंखों के लिए अरबी के फायदे

अरबी (Arbi in Hindi) में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो बढ़ती उम्र में आंखों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं. साथ ही इसमें विटामिन-ए, सी व जिंक जैसे जरूरी तत्व भी पाए जाते हैं, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाकर इससे होने वाली बीमारियों को दूर करने में सहायक हो सकते हैं.

अरबी थकान कम करता है

अरबी में पाया जाने वाला फाइबर खाने को पचाने की प्रक्रिया को धीमा करता है जिससे भोजन शरीर को लंबे समय तक चुस्त बनाए रखने के लिए ऊर्जा देने में मदद करता है। इससे थकान कम होती है। इस लिहाज से अरबी एथलीटों के लिए अच्छा खाद्य पदार्थ साबित हो सकता है।

पेट को साफ रखने में अरबी के लाभ

अरबी (Arbi in Hindi) में उच्च स्तर का फाइबर होता है, जो आंत में फंसे भोजन के रेगुलेशन और पाचन में सहायक बन सकता है। अरबी के सेवन से फाइबर हमारे पेट में पहुंचता है और मल को बाहर निकालने में सहायता करता है। इससे पाचन तंत्र तो बेहतर होता ही है, साथ ही कब्ज की बीमारी भी दूर होती है. अरबी में एक विशेष प्रकार का रेजिस्टेंस स्टार्च भी पाया जाता है। यह भी पेट को साफ रखने और पाचन तंत्र को हेल्दी और स्ट्रांग बनाने में मदद कर सकता है।

अरबी डायबटीज को नियंत्रित रखती है

डायबिटीज के रोगियों में इंसुलिन को नियंत्रित करने में डायटरी फाइबर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वहीं, अरबी में फाइबर और रेजिस्टेंस स्टार्च होता है, जो टाइप-2 मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। प्रतिदिन अरबी के सेवन से पर्याप्त फाइबर प्राप्त हो सकता है, जो मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए बेहतर तरीका साबित हो सकता है।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर अरबी उम्र को बढ़ने से रोकता है

अरबी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है। अरबी में पाए जाने वाले विटामिन-ए, विटामिन-सी और अन्य तत्व हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार कर सकते हैं। साथ ही हमारे शरीर से खतरनाक फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में मदद करते हैं। शरीर में फ्री रेडिकल्स बनने के कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। अरबी में विटामिन-ए, सी, बी, तांबा, मैंगनीज, जिंक, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, सेलेनियम, पोटैशियम, बीटा-कैरोटीन व क्रिप्टोक्सांथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इन एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण ही कई प्रकार की बीमारियों से बचना आसान हो जाता है। साथ ही अरबी में प्रोटीन की मात्रा भी होती है, जिस कारण बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने में मदद मिल सकती है।

अमीनो एसिड और ओमेगा-3 ऑयल

अरबी में पाया जाने वाला अमीनो एसिड शरीर के लिए आवश्यक कोशिकाओं की संरचना में मदद करता है। साथ ही इसमें ओमेगा-3 ऑयल भी पाया जाता है , जो हृदय रोग, प्रतिरक्षा प्रणाली, सूजन और कैंसर जैसी बीमारियों के लिए लाभदायक माना जाता है.  

अरबी / घुइंया खाने के नुकसान (Arbi khane ke Nuksan) (Side Effects of Taro root in Hindi)

वैसे तो अरबी गुणों की खान है लेकिन कभी-कभी इसको खाने से इसके नकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

  • अरबी के पत्ते, और कंद में कैल्शियम ऑक्जलेट होता है, जिसके सेवन से गले, तथा मुंह में सुई चुभने जैसी खुजली हो सकती है। इसलिए अरबी का सेवन पानी में उबालकर ही करना चाहिए। पानी में उबालने के बाद भी इसकी सब्जी बनाते समय कुछ लोग खटाई का प्रयोग करते हैं
  • अरबी में ऑक्सालिक एसिड होता है जो इसकी पत्तियों और जड़ों में मौजूद होता है. यह एसिड त्वचा और मुंह में जलन पैदा कर सकता हैं। अधिक मात्रा में ऑक्सालिक एसिड का सेवन करने से पथरी की समस्या हो सकती है.
  • मूत्र में कैल्शियम, ऑक्सालेट और फास्फोरस की मात्रा बढ़ने के कारण किडनी में पथरी की समस्या हो सकता है। अरबी में ये तीनों ही पाए जाते हैं इसलिए अरबी के अधिक सेवन से किडनी में स्टोन की समस्या हो सकती है।
  • अरबी के ज्यादा सेवन से हाइपोग्लाइसीमिया भी हो सकता है. यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें रक्त में शुगर का स्तर बहुत कम हो जाता है। चूंकि, अरबी मधुमेह के लिए अच्छी हैं और इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट रक्त में मौजूद शुगर को कम करने में कारगर है, इसलिए इसका सेवन करते समय यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि अरबी की अधिक खपत से रक्त में शुगर के स्तर में गिरावट आ सकती है.

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