IAEA Full Form in Hindi, IAEA: International Atomic Energy Agency (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी)
IAEA का फुल फॉर्म है “International Atomic Energy Agency” यानि हिंदी में कहें तो “अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी या अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण”. IAEA एक स्वायत्त विश्व संस्था है, जिसका उद्देश्य विश्व में परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण उपयोग सुनिश्चित करना है। यह परमाणु ऊर्जा के सैन्य उपयोग को किसी भी प्रकार रोकने के लिए प्रयासरत रहती है।
IAEA की मुख्य विशेषताएं
IAEA परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु सहयोग केंद्र (IAEA Full Form) है। इसे वर्ष 1957 में दुनिया के “शांति के लिये परमाणु” संगठन (World´s “Atoms for Peace” Organization) के रूप में स्थापित किया गया था। यह संगठन परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने और किसी भी सैन्य उद्देश्य के लिये परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को रोकने का कार्य करता है।
इसकी स्थापना एक अंतर्राष्ट्रीय संधि (International Treaty) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी यह संगठन संयुक्त राष्ट्र के प्रत्यक्ष नियंत्रण में नहीं आता है. उस संधि के अनुसार, यह संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) और सुरक्षा परिषद् (Security Council) दोनों को रिपोर्ट करता है।
IAEA का इतिहास
IAEA संस्था का गठन 29 जुलाई, 1957 को हुआ था। इसका मुख्यालय वियना, आस्ट्रिया में है। इसने 1986 में रूस के चेरनोबल में हुई नाभिकीय दुर्घटना के बाद अपने नाभिकीय सुरक्षा कार्यक्रम का विस्तारीकरण किया तथा एक नया रूप दिया। आईएईए (IAEA Full Form) सीधे सीधे संयुक्त राष्ट्र संघ के अधीन नहीं है, लेकिन यह संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद को अपनी रिपोर्ट देती है।
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IAEA यानि International Atomic Energy Agency संस्था के मुख्यत: तीन अंग हैं-
- राज्यपालों का बोर्ड (बोर्ड ऑफ गर्वनर्स)
- सामान्य सम्मेलन (जनरल कांफ्रेंस)
- सचिवालय (सेकेट्रेरिएट)
बोर्ड ऑफ गर्वनर्स में सदस्यों की संख्या 35 होती है, जिनमें से 13 सदस्य पिछले बोर्ड से लिए जाते हैं, जबकि शेष 22 सदस्यों का चुनाव सामान्य सम्मेलन द्वारा होता है। बोर्ड ऑफ गर्वनर्स का मुख्य कार्य आईएईए की नीतियों का निर्धारण करना है। यह संस्था अपने बजट का प्रस्ताव जनरल कांफ्रेस के सामने रखती है। इसके अलावा इसे महासचिव का भी चुनाव करना होता है। जनरल कांफ्रेंस की प्रत्येक वर्ष सितंबर माह में बैठक होती है, जिसमें बोर्ड ऑफ गर्वनर्स द्वारा प्रस्तावित बजट और कार्यो की सहमति प्रदान की जाती है। सचिवालय के अध्यक्ष महासचिव कहलाते हैं। यह जनरल कांफ्रेंस और बोर्ड ऑफ गर्वनर्स द्वारा लाए गए प्रस्तावों को कार्यरूप में लाने के लिए उत्तरदायी होता है।
IAEA यानि International Atomic Energy Agency का मुख्य काम
इस संस्था के तीन मुख्य काम हैं-
- सुरक्षा
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- सुरक्षा व संपुष्टि
IAEA के अबतक के महासचिव
नाम | राष्ट्रीयता | कार्यकाल |
डब्ल्यु स्टर्लिंग कोल | संयुक्त राज्य अमेरिका | 1957 – 1961 |
सिग्वार्ड एकलंड | स्वीडन | 1961 – 1981 |
हैन्स ब्लिक्स | स्वीडन | 1981 – 1997 |
मोहम्मद अलबारदेई | मिस्र | 1997 – 2009 |
युकिया अमानो | जापान | निर्वाचित, कार्यारंभ: दिसंबर, 2009 |
आईएईए (IAEA) के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?
आईएईए (IAEA) (IAEA Full Form) के अध्यक्ष राफेल मारियानो ग्रॉसी है। 30 अक्टूबर, 2019 को अर्जेंटीना के राफेल मारियानो ग्रॉसी (Rafael Mariano Grossi) आईएईए बोर्ड द्वारा अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एंजेंसी (IAEA) का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया। आईएईए की सामान्य सभा द्वारा मंजूरी मिलने पर वह इस एजेंसी के 6वें महानिदेशक होंगे। इस पद पर उनका 4 वर्षों का कार्यकाल 3 दिसंबर, 2019 से प्रारंभ होगा। इस पद पर वह जापान के युकिया अमानो का स्थान लेंगे, जिनका 18 जुलाई, 2019 को निधन हो गया था।
अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण का मुख्यालय कहाँ है?
अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण का मुख्यालय वियना (ऑस्ट्रिया) में है। इसके सबसे पहले महासचिव डब्ल्यू स्टर्लिंग कोल (1957-1961) थे।.
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (International Atomic Energy Agency – IAEA) का उद्देश्य
इसकी स्थापना 1957 में संयुक्त राष्ट्र के एक अवयव के रूप में परमाणु के शान्तिपूर्ण प्रयोग पर बल देने के लिए की गई थी.
- इसका मुख्य उद्देश्य परमाणु तकनीकों के सुरक्षित, निरापद (secure) एवं शान्तिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देना है. यह एजेंसी परमाणु के सैनिक उपयोग पर रोक लगाती है.
- IAEA संयुक्त राष्ट्र महासभा तथा सुरक्षा परिषद् के प्रति उत्तरदायी होती है.
- एक स्वायत्त विश्व संस्था है, जिसका उद्देश्य विश्व में परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण उपयोग सुनिश्चित करना है। यह परमाणु ऊर्जा के सैन्य उपयोग को किसी भी प्रकार रोकने में प्रयासरत रहती है। इस संस्था का गठन 21 जुलाई, 1957 को हुआ था। इसका मुख्यालय वियना, आस्ट्रिया में है।
- यह आणविक विषयों के लिए विश्व की सबसे प्रधान एजेंसी है.
- यह परमाणु क्षेत्र में वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग के लिए विश्व का केंद्रीय अंतर सरकारी मंच है।
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