Phoolgobhi Cauliflower in Hindi / फूलगोभी खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान
दुनिया भर में अपने स्वाद के लिए मशहूर फूल गोभी का उपयोग सब्जी बनाने से लेकर, पराठे और पकौड़े बनाने तक में होता है। इसके अलावा भी कई ऐसे व्यंजन हैं, जिनमें फूल गोभी का प्रयोग होता है. फूल गोभी एक स्वादिष्ट सब्जी है जो अपने खास गुणों की वजह से मशहूर है। फूल गोभी सर्दियों में सबसे ज़्यादा खाई जाने वाली सब्जियों में से एक है. यह जितनी टेस्ट में उम्दा होती है उतने ही इसके गुण और इसे खाने के फायदे भी हैं. फूल गोभी के विटामिन और पोषक तत्वों की बात करें, तो 100 ग्राम फूल गोभी में सबसे ज़्यादा कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है और सबसे ख़ास बात ये है कि फूल गोभी रोज़ की ज़रूरत का 70 से 100% तक का विटामिन सी देनें में भी सक्षम है. इसके अलावा, फूल गोभी में 2% कैल्शियम और ऑयरन, 6%पोटेशियम और 3% मैग्नीशियम भी पाया जाता है. फूल के ये सभी गुण आपको सर्दियों के दौरान कई बीमारियों से बचा सकते हैं. इसके अलावा इसे खाने के कई और फायदे भी हैं.
इस पोस्ट में हम फूल गोभी के फायदे, उपयोग और फूलगोभी के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में बात करेंगे।
फूल गोभी क्या है? (Cauliflower in Hindi)
गोभी 3 तरह की होती है, फूलगोभी, बंद गोभी या पत्ता गोभी और ब्रोकली। इन तीनों तरह की गोभी के अलग-अलग फायदे हैं। फिलहाल, हम यहां फूलगोभी की बात कर रहे हैं। यह सफेद रंग की सब्जी है, जो ब्रैसिका (Brassica) प्रजाति से संबधित है। इसका वानस्पतिक नाम ब्रैसिका ओलेरासिया वार बोट्राइटिस (Brassica oleracea var। botrytis) है। भारत समेत कई एशियाई देशों में गोभी एक प्रमुख सब्जी है, जिसका सेवन मुख्य रूप से सर्दियों में किया जाता है। इसमें कैरोटीनॉयड, फ्लेवोनोइड, एस्कॉर्बिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन-सी व जरूरी मिनरल होते हैं। अब इसे खाने से क्या-क्या औषधीय लाभ मिल सकते हैं, उस बारे में आप आगे लेख में विस्तार से जान पाएंगे
फूल गोभी सेहत के लिए क्यों अच्छी है?
फूल गोभी में पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमें कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं। फूलगोभी में फाइटोकेमिकल्स (जैसे सल्फोराफेन और कैरोटेनॉयड्स) होते हैं, जो शरीर में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गतिविधि में इजाफा कर सकते हैं। गोभी की सब्जी शरीर को पर्याप्त ऊर्जा दे सकती है, क्योंकि 100 ग्राम की फूलगोभी में लगभग 100 कैलोरी होती है। साथ ही इसमें डाइटरी फाइबर और फोलेट की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है। इन्हीं गुणों के चलते फूल गोभी खाने के फायदे अनेक हैं, जिनके बारे में हम इस लेख में जानेंगे।
फूल गोभी में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व (Cauliflower Nutritional Value in Hindi)
यहां हम टेबल के जरिए बता रहे हैं कि फूलगोभी में कौन-कौने से पोषक तत्व पाए जाते हैं और उनकी मात्रा कितनी होती है।
पोषकतत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
ऊर्जा | 25 कैलोरी |
कार्बोहाइड्रेट | 4.97 ग्राम |
वसा | 0.28 ग्राम |
प्रोटीन | 1.92 ग्राम |
कोलेस्ट्रॉल | 0 मिलीग्राम |
फाइबर | 2.0 ग्राम |
फ्लोट | 57µg |
नियासिन | 0.507 मिलीग्राम |
पैंटोथेनिक एसिड | 0.667 मिलीग्राम |
पाइरिडोक्सिन | 0.184 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन | 0.060 मिलीग्राम |
थियामिन | 0.050 मिलीग्राम |
विटामिन-सी | 48.2 मिलीग्राम |
विटामिन-ई | 0.08 मिलीग्राम |
विटामिन-के | 15.5 माइक्रोग्राम |
सोडियम | 30 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 299 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 22 मिलीग्राम |
कॉपर | 0.039 मिलीग्राम |
आयरन | 0.42 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 15 मिलीग्राम |
मैंगनीज | 0.155 मिलीग्राम |
जिंक | 0.27 मिलीग्राम |
ल्यूटिन-जेक्सैंथिन | 1 माइक्रोग्राम |
फूलगोभी खाने के लाभ (Phoolgobhi khane ke fayde) (Benefits of Cauliflower in Hindi)
फूलगोभी खाने के फायदे के बारे में जानने से पहले हम अपने पाठकों को बताना चाहते हैं कि गोभी का फूल किसी रोग का इलाज नहीं है। जो लोग गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से घिरे हुए हैं, उन्हें डॉक्टरी इलाज को प्राथमिकता देनी चाहिए। फूलगोभी मुख्य रूप से सेहतमंद बनाए रखने में मदद करती है। साथ ही लेख के अंत में फूल गोभी खाने के नुकसान के बारे में भी बताया गया है, तो उसे भी ध्यानपूर्वक पढ़ें।
हृदय को स्वस्थ रखने में कारगर
क्रुसिफेरस सब्जियां कार्डियोवैस्कुलर डिजीज यानी हृदय रोगों से बचाव में सहायक हो सकती हैं। क्रुसिफेरस सब्जियां ब्रैसिका प्रजाति से संबंधित होती हैं, जिसमें फूलगोभी भी शामिल है। यह जानकारी एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित में शोध में उपलब्ध है। इसमें कहा गया है कि क्रुसिफेरस सब्जियों में प्राकृतिक रूप से आइसोथियोसाइनेट्स (Isothiocyanates) नामक मॉलिक्यूल पाया जाता है। यह मॉलिक्यूल हृदय को स्वस्थ रख सकता है। इसलिए, कहा जा सकता है कि फूल गोभी खाने के फायदे हृदय के लिए लाभकारी हो सकते हैं।
कैंसर से बचाने में सहायक
कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसके इलाज के लिए लंबे मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। इसलिए, कैंसर से बचे रहना ही सबसे बेहतर विकल्प है और इस काम में फूल गोभी लाभदायक साबित हो सकती है। इस संबंध में एनसीबीआई की साइट पर एक रिसर्च पेपर उपलब्ध है। इस रिसर्च पेपर में कहा गया है कि फूल गोभी में मौजूद सल्फोराफेन नामक तत्व में एंटीकैंसर प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण फूल गोभी कोलन और प्रोस्टेट कैंसर के साथ ही कई अन्य कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकती है। वैज्ञानिक अध्ययन में देखा गया है कि सल्फोराफेन ट्यूमर को पनपने से रोकने में भी मदद कर सकता है। इसलिए, अगर कोई कैंसर से बचना चाहता है, तो फूल गोभी का सेवन करे।
हड्डियों को करे मजबूत
फूल गोभी में विटामिन-के पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूती दे सकता है। साथ ही इसमें ऐसे प्रोटीन पाए जाते हैं, जो हड्डियों के घनत्व (बोन डेंसिटी) में सुधार करके फ्रैक्चर के जोखिम को कम कर सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च कहती हैं कि विटामिन-के का प्रतिदिन सेवन फ्रैक्चर के जोखिम को कम रख सकता है। इसलिए, फूलगोभी के फायदे में हड्डियों को मजबूती देना भी शामिल है।
वजन कम करने में कारगर
फूल गोभी में अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है और इसका ग्लाइसेमिक लोड (GL) भी कम होता है। पाठकों की जानकारी के लिए बता दें कि किसी भोजन का ग्लाइसेमिक लोड (जीएल) एक संख्या होती है, जो अनुमान लगाती है कि भोजन खाने के बाद किसी व्यक्ति के खून में शुगर का स्तर कितना बढ़ा है। अध्ययन में पाया गया है कि उच्च-फाइबर और कम ग्लाइसेमिक लोड वाली सब्जियों का अधिक सेवन वजन कम करने में सहायक हो सकता है। फूलगोभी ग्लूकोज, इंसुलिन प्रतिक्रियाओं और शरीर में वसा बढ़ने की स्थिति में सुधार कर सकती है और ऊर्जा बढ़ा सकती हैं।
सूजन को कम करने में सहायक
फूलगोभी में प्रचुर मात्रा में फ्लेवोनोइड कंपाउंड पाया जाता है, जो मानव शरीर पर एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन-रोधी) प्रभाव दिखा सकता है। 100 ग्राम ताजी फूलगोभी में 267.21 मिलीग्राम फ्लेवोनोइड पाया जाता है। ध्यान रहे कि फूल गोभी को अलग-अलग तरीके से पकाने पर फ्लेवोनोइड की मात्रा कम हो सकती है। इसलिए, फूल गोभी का अधिक से अधिक फायदा लेना चाहते हैं, तो इसे पूरी तरह पानी में उबालने की जगह हल्का कच्चा या भूनकर खाएं।
ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करता है
फूल गोभी कोलिन का एक अच्छा स्रोत है और मस्तिष्क विकास में कोलिन की अहम भूमिका होती हैं। इसलिए, फूल गोभी खाने के फायदे याददाश्त, मनोदशा, मांसपेशियों पर नियंत्रण, मस्तिष्क के विकास और न्यूरोट्रांसमीटर सिस्टम को सही रखना शामिल है। ये सभी स्वस्थ मस्तिष्क के लिए जरूरी हैं।
कोलेस्ट्रॉल को करे नियंत्रित
बहुत से लोग कोलेस्ट्रॉल के बारे में चिंता करते हैं, क्योंकि रक्त में उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है। वहीं, फूल गोभी के सेवन से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखा जा सकता है। वैज्ञानिक अध्ययन कहते हैं कि गोभी में हाइपोकोलेस्टेरॉलिक (कोलेस्ट्रॉल कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। इसलिए, भोजन में फूल गोभी (Phoolgobhi Cauliflower in Hindi) का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए प्रेरित कर सकता है।
पाचन तंत्र होता है मजबूत
फूलगोभी (Phoolgobhi Cauliflower in Hindi) खाने के फायदे में यह भी हैं कि इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है, क्योंकि इसमें फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है। एक शोध के अनुसार, फाइबर पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए कई कार्य करता है, जैसे – पाचन तंत्र में भोजन को अच्छी तरह पचाता है, मल को भारी बनाता है ताकि वो आसानी से बाहर आ सके और आंतों के पीएच को संतुलित रखता है। इसलिए, कहा जा सकता है कि गोभी का सेवन शरीर में फाइबर की पूर्ति करके पाचन तंत्र को स्वस्थ बना सकता है।
लिवर और किडनी के लिए जरूरी
फूल गोभी में कोलिन मौजूद होता है। अगर इसे उचित मात्रा में लिया जाए, तो यह लिवर व किडनी को संक्रमण आदि समस्याओं से बचा सकता है। वहीं, कुछ वैज्ञानिक अध्ययन गुर्दे की पथरी या गुर्दे की बीमारी में फूलगोभी से बचने के लिए कहते हैं, क्योंकि इसमें यूरिक एसिड ज्यादा होता है। इसलिए, बेहतर यही होगा कि अगर किसी को लिवरी व किडनी से जुड़ी कोई समस्या है, तो वो डॉक्टर की सलाह पर ही फूल गोभी का सेवन करे।
आंखों के लिए फूल गोभी के फायदे
आंखों की रक्त वाहिकाओं के लिए विटामिन-सी अच्छा होता है। वैज्ञानिक शोध के अनुसार, यह मोतियाबिंद होने के जोखिम को कम कर सकता है।
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100 ग्राम फूल गोभी में इसकी मात्रा 48.2 मिलीग्राम होती है। विटामिन-सी, एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है, जो बढ़ती उम्र के साथ आंखों को होने वाले नुकसान से बचा सकता है।
रक्त प्रवाह सुधारने में फूल गोभी
एक शोध में पाया गया है कि फूल गोभी में कुछ मात्रा नाइट्राइट की पाई जाती है। नाइट्राइट रक्तचाप को नियंत्रित करता है, जिससे हृदय ठीक तरह से काम कर पाता है और धमनियों में रक्त का प्रवाह भी ठीक रहता है।
हार्मोन को संतुलित करे फूल गोभी
फूल गोभी (Phoolgobhi Cauliflower in Hindi) जैसे फाइटोएस्ट्रोजन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से हार्मोन संतुलित हो सकते हैं। इसका सेवन करने से रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मान का स्तर संतुलित रह सकता है। इस प्रकार असंतुलित हार्मोन के कारण होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।
विषाक्त पदार्थों को करे दूर
क्रुसिफेरस सब्जियों में सेंकड्री मेटाबोलाइट्स (एक प्रकार के छोटे अणु) होते हैं, जिन्हें ग्लूकोसाइनोलेट्स कहा जाता है। ये ग्लूकोसाइनोलेट्स, लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने वाले एंजाइमों को बढ़ाते हैं। इससे लिवर को डिटॉक्स करने और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिल सकती है।
डायबिटीज
क्रुसिफेरस सब्जियां, विशेष रूप से ब्रैसिका परिवार की सब्जियां टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी हो सकती हैं। इनमें फूल गोभी भी शामिल है। चूहों पर किए गए रिसर्च के अनुसार, इनमें पाए जाने वाले फेनोलिक कंपाउंड में एंटी-डायबिटिक, एंटीलिपिडेमिक और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होंते हैं। इनके चलते टाइप 2 डायबिटीज में राहत मिल सकती है।
त्वचा और बालों के लिए फूल गोभी के फायदे
फूल गोभी में मौजूद विटामिन-सी कोलेजन के उत्पादन में सुधार कर सकता है। कोलेजन को एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है, जो त्वचा को मॉइस्चराइजिंग गुण प्रदान कर सकता है। इतना ही नहीं यह बढ़ती उम्र के साथ त्वचा पर नजर आने वाली समस्याओं (सूखापन, ढीलापन और झुर्रियों) के प्रभाव को भी कम कर सकता है। विटामिन-सी से युक्त आहार का सेवन बालों को झड़ना भी कम कर सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि त्वचा और बालों की सुरक्षा के लिए गोभी खाना फायदेमंद हो सकता है।
इम्यूनिटी बूस्टर
फूलगोभी में विटामिन सी की मात्रा काफी ज़्यादा होती है, जो कि एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करती है. साथ ही, अपने एंटी इंफ्लेमेटरी इफ़ेक्ट की वजह से ये आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है और शरीर को कई तरह के संक्रमणों और बीमारियों से बचाती है.
डाइजेशन बनाए बेहतर
100 ग्राम फूलगोभी में 92 ग्राम पानी होता है जो आपको हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है. साथ ही, ये फाइबर का भी एक अच्छा सोर्स है, जो कब्ज से बचाव और डायजेस्टिव सिस्टम को ठीक रखने का काम करता है. इसके अलावा, गोभी में ग्लूकोसाइनोलेट्स नामक तत्व भी पाया जाता है, जो आपके डायजेस्टिव सिस्टम को सही रखता है.
मौसमी फ्लू से बचाए
फूल गोभी (Phoolgobhi Cauliflower in Hindi) में मौजूद विटामिन-सी आपको सर्दी-जुकाम जैसे मौसमी फ्लू से बचा सकता है. साथ ही, ये आपकी स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. इसके अलावा, फूल गोभी हाई कार्ब्स से भी भरपूर होती है जो आपकी बॉडी को एनर्जी देने का काम करती है.
फुल्ली एंटीऑक्सिडेंट
फूलगोभी एंटीऑक्सिडेंट का एक बड़ा सोर्स मानी जाती है. इसके ये एंटीऑक्सीडेंट्स आपके सेल्स को हानिकारक फाइन रेडिक्लस और सूजन से बचाते हैं. यूं तो कई सारे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं लेकिन फूल गोभी में खासतौर पर “ग्लूकोसाइनोलेट्स और आइसोथियोसाइनेट्स”, ये दो एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो आपको फेफड़े, स्तन और प्रोस्टेट कैंसर से बचाने में माहिर हैं.
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद
फूलगोभी (Phoolgobhi Cauliflower in Hindi) में कैरोटीनॉयड और फ्लेवोनॉइड एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं, जिन्हें दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाने के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. साथ ही, फूल गोभी के ये एंटीऑक्सिडेंट बॉडी में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरह से होने में मदद करते हैं. इन एंटीऑक्सीडेंट्स की ताकत का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 100 ग्राम ताजी फूलगोभी में 267.21 मिलीग्राम फ्लेवोनोइड पाया जाता है, जो आपके दिल की सेहत को संभाल ने के लिए काफी है.
ब्रेन फंक्शन और मूड को करे बूस्ट
फूल गोभी कोलिन का एक अच्छा सोर्स है, जिसका काम होता है ब्रेन हेल्थ का ख्याल रखना. फूल गोभी खाने से आपकी याददाश्त, मूड, मांसपेशियों पर कंट्रोल और न्यूरोट्रांसमीटर सिस्टम को सही रखने में मदद मिलती है.
त्वचा और बालों के लिए असरदार
फूल गोभी में मौजूद विटामिन-सी कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है. ये कोलेजन एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हुए आपकी स्किन को मॉइस्चराइज रखता है. जिससे बढ़ती उम्र के साथ स्किन पर नज़र आने वाली प्रॉब्लम्स जैसे कि ड्राईनेस और झुर्रियां कम दिखाई पड़ती हैं.
फूल गोभी का उपयोग How to Use Cauliflower (Phool Gobhi) in Hindi
फूल गोभी का उपयोग मुख्य रूप से सब्जी बनाने में किया जाता है, लेकिन आप निम्न तरीकों से भी इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं:
- फूल गोभी को आप शिमला मिर्च, किशमिश व सफेद सिरका आदि के साथ मिक्स करके सलाद बना सकते हैं।
- आप फूल गोभी को मैरीनेट करने के बाद ग्रिल करके भी सेवन कर सकते हैं।
- फूल गोभी में क्रीम और चीज़ को मिक्स करने से एक नई डिश बन सकती है। जो न सिर्फ स्वादिष्ट होगी, बल्कि पौष्टिक भी होगी।
- आप गोभी के पराठे भी बना सकते हैं, जो खासकर सर्दियों में हर किसी पसंद होते हैं।
- शलजम व गाजर के साथ मिलाकर फूल गोभी का आचार भी डाला जा सकता है। इसे भोजन के साथ लेने से खाने का स्वाद कई गुना बढ़ जाता है।
- फूल गोभी से बना सूप भी स्वादिष्ट और सेहतमंद होता है।
गोभी के फूल का सेवन कब करें?
गोभी के फूल का सेवन कभी भी किया जा सकता है। इससे बने व्यंजन को दोपहर या रात के खाने में शामिल करें। गोभी से बने हेल्दी स्नैक्स सुबह नाश्ते में आराम से खाए जा सकते हैं।
फूलगोभी का सेवन कितनी मात्रा में करें?
विशेषज्ञों का कहना है कि एक स्वस्थ और वयस्क व्यक्ति को हर सप्ताह 1.5 से 2.5 कप गोभी या अन्य सब्जियों का सेवन जरूर करना चाहिए, लेकिन इस बारे में कोई ठोस वैज्ञानिक रिसर्च उपलब्ध नहीं है।
फूल गोभी और ब्रोकली में से क्या बेहतर है?
ब्रोकली का सेवन फूल गोभी से बेहतर है, क्योंकि ब्रोकली एक हरी सब्जी है। इसमें फूल गोभी से अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं, लेकिन फूलगोभी आसानी से उपलब्ध है और ब्रोकली से थोड़ी सस्ती भी मिलती है, इसलिए फूल गोभी के महत्व से इंकार नहीं जा सकता है।
फूल गोभी का चयन और सुरक्षित रखने का सही तरीका
फूल गोभी को खरीदने और इसे सुरक्षित रखने के लिए कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए जैसे-
- गोभी खरीदते समय हमेशा गोभी के फूल को अच्छी तरह देखें। इसमें हरे और सफेद रंग के कीड़े छुपे हो सकते हैं।
- बिल्कुल सफेद गोभी का चयन करें, इसमें गन्दगी जमा होने की आशंका कम होती है, जबकि काली और चितकबरी गोभी में जीवाणु हो सकते हैं, जो दिखाई नहीं देते।
- हमेशा ऐसी गोभी का चयन करें, जिसमें कम से कम पत्ते हों, क्योंकि ये पत्ते किसी काम के नहीं होते और तोलते समय गोभी का वजन बढ़ाते हैं।
- गोभी को सुरक्षित रखने के लिए इसे अच्छी तरह धोकर और सुखाकर एक ढीले प्लास्टिक बैग में रखें।
- गोभी को प्लास्टिक बैग में रखकर फ्रिज में 7 दिन तक आराम से स्टोर किया जा सकता है।
- इसे बनाने से पहले एक बार अच्छी तरह धो लें।
फूलगोभी खाने के नुकसान (Phoolgobhi khane ke Nuksan) (Side Effects of Cauliflower in Hindi)
फूलगोभी (Phoolgobhi Cauliflower in Hindi) के सेवन के कुछ नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं, खासकर अगर इसे अधिक मात्रा में खाया जाए।
- किडनी स्टोन का कारण: इसमें यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होती है। अगर इसे अधिक मात्रा में खाया जाए, तो किडनी में पथरी बनने की आशंका हो सकती है।
- गैस की समस्या: फूल गोभी में कार्ब्स होते हैं, जो आसानी से नहीं टूटते। इसलिए, फूल गोभी के अधिक सेवन से गैस की समस्या हो सकती है।
- रक्त के थक्के का डर: विटामिन-के रक्त के थक्के को जमाता है और फूल गोभी में विटामिन-के पर्याप्त मात्रा होता है। इसलिए, जो खून को गाढ़ा करने की दवा खा रहे हों, उन्हें डॉक्टर की सलाह पर ही फूल गोभी का सेवन करना चाहिए।
- स्तनपान कराने वाली मां के लिए हानिकारक: जो महिलाएं अपने शिशु को स्तनपान करवा रही हैं, उन्हें फूल गोभी जैसे गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए।
नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको फूलगोभी से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।
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