Patta Gobhi in Hindi (पत्तागोभी: जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Patta Gobhi in Hindi

Patta Gobhi in Hindi / पत्तागोभी खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

पत्ता गोभी रबी के मौसम में भारत में उगाई जाने वाली सब्जियों में एक महत्वपूर्ण सब्जी है। यह एक लोकप्रिय सब्जी है जिसको किसी परिचय की जरूरत नही है और यह हमारे घरों में अक्सर बनती ही रहती है। भारत के लगभग सभी प्रदेशो में उगाई जाने वाली इस सब्जी के इतिहास की बात करे तो यह पुर्तगालियों के द्वारा भारत मे लाई गई थी। तब से यह हमारे बीच एक प्रमुख सब्जी के रूप में पसंद की जा रही है। इस सब्जी में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन सी के साथ ही फास्फोरस और कैल्शियम जैसे प्रमुख खनिज पाए जाते है।

पत्ता गोभी (Patta Gobhi in Hindi) एक हरी पत्तेदार सब्जी है जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत अच्छी होती है। यह हल्के हरे रंग की एक पत्तों के गोलाकार गांठ के रूप में पाई जाती है। हालाँकि इसके रंगों और आकार में अलग-अलग जगहों पर परिवर्तन भी देखने को मिलता है। विश्वभर में इसका इस्तेमाल कई तरह के व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है। पत्ता गोभी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में भी मदद करती है। इस आर्टिकल में हम पत्ता गोभी के बारे में विस्तृत जानकारी दे रहे हैं और साथ ही साथ इसके फायदे और नुकसान के बारे में भी बता रहे हैं।

पत्ता गोभी क्या है? (What is cabbage in Hindi)?

पत्ता गोभी (Patta Gobhi in Hindi) एक प्रकार की सब्जी है, जिसे बंद गोभी के नाम से भी जाना जाता है। अंग्रेजी में इसे कैबेज कहा जाता है। पत्ता गोभी का वैज्ञानिक नाम ब्रेसिका ओलेरेसिया (Brassica Oleracea) है। इसका आकार गोल व हल्का लंबा हो सकता। यह बैंगनी (रेड कैबेज), गहरे हरे या हल्के हरे रंग में मिलती है। यह एक छोटे और मजबूत डंठल में फूल की तरह उगती है। इसे सलाद की तरह और पकाकर सब्जी के रूप में खाया जा सकता है।

पत्ता गोभी सेहत के लिए क्यों अच्छी है?

पत्ता गोभी  में मौजद पोषक तत्व इसे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद बनाते हैं। दरअसल, पत्ता गोभी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकार जैसे- गैस्ट्रिटिस, पेप्टिक व डुओडेनल अल्सर, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम में फायदा पहुंचा सकती है। साथ ही इसके इस्तेमाल से हल्का कटने व घाव लगने पर भी राहत मिल सकती है। साथी पत्ता गोभी को पत्तेदार सब्जियों (cruciferous veggies) की श्रेणी में रखा गया है, इस श्रेणी में आने वाली सब्जियां विटामिन, मिनरल और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती हैं। इनमें फाइबर ज्यादा और कैलोरी कम पाई जाती है। ये स्वास्थ्य के साथ-साथ वजन संतुलित रखने के लिए भी उपयुक्त होती है।

पोषक तत्वप्रति 100g
पानी   92. 18 g
ऊर्जा   25 kcal
प्रोटीन 1.28 g
टोटल लिपिड (फैट)     0.1 g
कार्बोहाइड्रेट     5.8 g
फाइबर 2.5 g
शुगर  3.2 g
कैल्शियम, Ca       40 mg
आयरन, Fe           0.47 mg
मैग्नीशियम, Mg  12 mg
फास्फोरस, P         26 mg
पोटैशियम, K         170 mg
सोडियम, Na         18 mg
जिंक, Zn0.18 mg
कॉपर, Cu              0.019 mg
मैंगनीज, Mn        0.16 mg
सेलेनियम, Se      0.3 µg
विटामिन-सी    36.6 mg
थायमिन0.061 mg
राइबोफ्लेविन   0.04 mg
नियासिन      0. 234 mg
विटामिन-बी6        0.124 mg
फोलेट 43 µg
कोलिन 10.7 mg
विटामिन-ए,RAE        5 µg
विटामिन-ई    0.15 mg
विटामिन-के    76 µg
फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड     0.034 g
फैटी एसिड्स, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड      0.017 g
फैटी एसिड्स, टोटल पोलीअनसैचुरेटेड      0.017 g

पत्तागोभी के औषधीय गुण (Medicinal Values of Cabbage in Hindi)

  • पत्ता गोभी (Patta Gobhi in Hindi) का सेवन अल्सर में बहुत लाभदायक होता है। इसमे ग्लूटामिन नाम का पदार्थ होता है, जो हमे पेप्टिक अल्सर से बचाता है।
  • पत्ता गोभी मांसपेशियों को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसमे लैक्टिक एसिड पाया जाता है, जो मांसपेशियों को चोटिल होने से बचाता है।
  • इसमे सिनीग्रीन, इंडोल और कर्बिनोल जैसे तत्व पाए जाते है, जो कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव करते है।
  • इसके लगातार सेवन करने से शरीर मे बीटा कैरोटीन की मात्रा बढती है, जो आंखों की सेहत के लिए अच्छा होता है। यह मोतियाबिंद से भी बचाता है।
  • रेशेदार भोजन का सेवन करने से कब्ज दूर रहता है। पत्ता गोभी एक रेशेदार सब्जी है। इसलिए इसका सेवन कब्ज से राहत दिलाता है।
  • पत्ता गोभी त्वचा को चमकदार बनाना है। इसमे काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है, जो त्वचा को दुरुस्त रखते है।
  • पत्ता गोभी में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • पत्ता गोभी उन लोगो के लिए बहुत फायदेमंद होती है, जिन्हें मोटापे की समस्या है। इसके सेवन से बहुत कम मात्रा में कैलोरी मिलती है, जो मोटापा से बचाती है।
  • पत्ता गोभी एनीमिया यानी खून की कमी को दूर करता है। इसमे फोलिक एसिड नामक तत्व पाया जाता है। जो नए ब्लड सेल्स के निर्माण में सहायक होते है।
  • पत्ता गोभी में पिम्पल, फुंसिया दूर करने की अदभुत क्षमता होती है। इसमे एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो इन सब दिक्कतों से दूर रखता है।
  • पत्ता गोभी रंग निखारने का कार्य भी करती है। इसमे पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन ई जैसे कई तत्व पाए जाते है, जो त्वचा को ताजगी देते है।
  • पत्ता गोभी के जूस के नियमित सेवन से आप अच्छे और काले घने बाल पा सकते है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन ई और सिलिकॉन नए बाल उगाने में सहायक होते है।

पत्तागोभी खाने के लाभ (Patta Gobhi khane ke fayde) (Benefits of Cabbage in Hindi)

शरीर को स्वस्थ रखने और अनेक शारीरिक समस्याओं को कम करने में पत्ता गोभी खाने खाने के क्या फायदे हो सकते हैं वो हम आपको बता रहे हैं:

पाचन और कब्ज

पत्ता गोभी (Patta Gobhi in Hindi) के फायदे में पाचन और कब्ज से राहत दिलाना भी शामिल है। एक रिपोर्ट के अनुसार, लाल पत्ता गोभी में एंथोसायनिन (Anthocyanins) पॉलीफेनोल होता है, जो पाचन क्रिया को उत्तेजित करने का काम कर सकता है। इसके अलावा, पत्ता गोभी फाइबर का अच्छा स्रोत है और फाइबर पाचन के लिए मददगार माना जाता है। असल में फाइबर पाचन को बढ़ावा देने के साथ ही मल को मुलायम बनाकर कब्ज की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।

कैंसर से रोकथाम

बंद गोभी या पत्ता गोभी (Band Gobhi in Hindi) कैंसर से बचाव करता है। इस संबंध में हुए एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, पत्ता गोभी में ब्रैसिनिन (Brassinin) नामक तत्व होता है, जो कैंसर के खिलाफ कीमोप्रिवेंटिव गतिविधि प्रदर्शित कर सकता है। यह प्रभाव कैंसर ट्यूमर से बचाव में मददगार साबित हो सकता है। इसी विषय पर किए गए दूसरे शोध के अनुसार, पत्ता गोभी में एंटीकैंसर प्रभाव हो सकता है। इसी रिसर्च में यह भी कहा गया है कि पत्ता गोभी में कैंसर रोकने वाले प्रभाव की पुष्टि के लिए अधिक अध्ययन करने की आवश्यकता है। ध्यान रहे कि कैंसर जैसी बीमारी होने पर बंदगोभी पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है। इसके लिए डॉक्टरी इलाज जरूरी है।

आंखों की रोशनी के लिए

पत्ता गोभी खाने के फायदे आंखों के लिए भी हो सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो पत्ता गोभी में ल्यूटिन और जेक्सैथीन होते हैं। रिसर्च में बताया गया है कि ये दोनों तत्व आंखों को स्वस्थ बनाए रखने और नजर को ठीक करने में मददगार साबित हो सकते हैं। इसी वजह से माना जाता है कि आंखों को स्वस्थ रखने में पत्ता गोभी अहम भूमिका निभा सकती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए

पत्ता गोभी (Patta Gobhi in Hindi) रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक हो सकती है। इसमें विटामिन-सी की भरपूर मात्रा होती है, जो इम्यून सिस्टम को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करती है। इसी वजह से बंद गोभी खाने के फायदे में इम्यून सिस्टम को भी गिना जाता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कैबेज जूस का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, पत्ता गोभी जैसा ही दिखने वाला इसी परिवार का ब्रसल स्प्राउट भी विटामिन-सी और विटामिन-के से भरपूर होता है, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद कर सकता है।

वजन कम करने के लिए

शरीर के बढ़ते वजन पर काबू पाने के लिए भी पत्ता गोभी का उपयोग किया जा सकता है। पत्ता गोभी फाइबर से समृद्ध होती है और फाइबर वजन को नियंत्रित करने का काम कर सकता है।

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दरअसल, फाइबर युक्त आहार देर तक पेट को भरा रखने का काम करते हैं, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती है। तृप्ति यानी पेट भरा होने का एहसास होने की वजह से व्यक्ति ज्यादा कुछ नहीं खाता है, जिस वजह से वजन कम हो सकता है।

अल्सर से पहुंचाए राहत

पत्ता गोभी की एक किस्म

पत्ता गोभी पेट के अल्सर से राहत पहुंचाता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक पत्ता गोभी के जूस में एंटीपेप्टिक अल्सर गुण होते हैं, जो अल्सर पर प्रभावी रूप से काम करते हैं। पेट के अल्सर और उसके लक्षण से राहत पाने के लिए पत्ता गोभी के जूस का सेवन किया जा सकता है। पत्ता गोभी गैस्ट्रिटिस, पेप्टिक व डुओडेनल तीनों प्रकार के अल्सर में फायदा पहुंचा सकती है।

दर्द से राहत

पत्ता गोभी के फायदे में दर्द कम करना भी शामिल है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, गोभी के पत्तों की मदद से स्तनपान कराने वाली मांओं के ब्रेस्ट में होने वाले दर्द को कम किया जा सकता है। अगर स्तन में अधिक दर्द होता है, तो पत्ता गोभी से सिकाई की जा सकती है। वहीं, एक दूसरे अध्ययन की मानें, तो पत्ता गोभी के उपयोग से बढ़ती उम्र की वजह से होने वाले जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकती है। दोनों रिसर्च में यह भी कहा गया है कि इस संबंध में अधिक शोध किए जाने की जरूरत है, जिससे स्पष्ट हो सके कि यह कितना प्रभावी है और किस तरह से कार्य करता है।

हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

पत्ता गोभी (Patta Gobhi in Hindi) खाने के फायदे में हृदय रोग से बचाव भी शामिल है। हृदय को स्वस्थ रखने में पत्ता गोभी में मौजूद एंथोसायनिन पॉलीफेनोल को सहायक माना जाता है। यह फ्री-रेडिकल डैमेज के जोखिम को कम करके हृदय को स्वस्थ रख सकता है। साथ ही एंथोसायनिन पॉलीफेनोल में एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि होती है, जो कार्डियक ऑक्सीडेंटिव स्ट्रेस को कम करके हृदय रोग के जोखिम को दूर रख सकती है। साथ ही इसमें मौजूद कैरोटीनॉयड पिगमेंट भी हृदय को स्वस्थ रखने और हार्ट अटैक के खतरे से बचाने में मदद कर सकता है। एंथोसायनिन्स एक प्लांट पिग्मेंट है। लाल पत्ता गोभी का जो गहरा पर्पल कलर होता है, वह इसी के कारण होता है ऐसा माना जाता है, कि जिन सब्जियों में एंथोसायनिन पाया जाता है, उनका सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।

इंफ्लेमेशन (सूजन) से राहत

सूजन से जुड़ी समस्याओं को कम करने में भी पत्ता गोभी सहायक साबित हो सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, पत्ता गोभी में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। शोध में कहा गया है कि पत्तागोभी कान और त्वचा के इंफ्लेमेशन को कम करने में प्रभावी साबित हो सकती है। इसी वजह से कहा जाता है कि कैबेज के फायदे में सूजन को कम करना भी शामिल है।

मधुमेह के लिए

मधुमेह रोगियों के लिए भी पत्ता गोभी का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। इस बात की पुष्टि करने के लिए चूहे पर एक शोध किया गया। उस रिसर्च के मुताबिक, लाल पत्ता गोभी में एंटीडायबिटिक प्रभाव होता है, जिससे मधुमेह की समस्या कम हो सकती है। इसका प्रभाव का कारण है कि पत्ता गोभी के अर्क में मौजूद एंटीहाइपरग्लिसेमिक इफेक्ट, जो ग्लूकोज टॉलरेंस में सुधार करने और इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने का काम कर सकता है। इससे रक्त में शुगर की मात्रा कम हो सकती है। इसी कारण से बंद गोभी के फायदे में मधुमेह को भी गिना जाता है।

विटामिन-सी से समृद्ध

पत्ता गोभी में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद हैं, जिनमें से एक विटामिन-सी भी है। शरीर के सभी भागों में टिश्यू के विकास और सुधार के लिए विटामिन-सी जरूरी होता है। यह घाव भरने, दांत और हड्डियों को स्वस्थ रखने का काम कर सकता है। साथ ही विटामिन-सी प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट की तरह भी काम करता है, जो फ्री-रेडिकल्स के असर को कम करके कैंसर और हृदय रोग के जोखिम से बचाव कर सकता है।

रक्तचाप को कम करने के लिए

बंद गोभी के फायदे में उच्च रक्तचाप से बचाव भी शामिल है। इसमें मौजूद इंडोल्स (Indoles) फाइटोकेमिकल्स रक्तचाप की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। यह फाइटोकेमिकल शरीर में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव भी दिखाता है। शायद इसी वजह से बंद गोभी से बने किमची सलाद व साइड डिश के सेवन को रक्तचाप नियंत्रित करने में सहायक माना जाता है। किमची एक फरमेंटेड खाद्य पदार्थ है, जिसे कैबेज और अन्य सब्जियों के साथ तैयार किया जा सकता है। यह स्वस्थ रेसिपी ऑप्शन हो सकता है।

कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी

शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी पत्ता गोभी मदद कर सकती है। इस संबंध में हुए शोध के अनुसार, कुछ हफ्तों तक फल और अन्य सब्जियों के साथ आहार में पत्ता गोभी को शामिल करने वालों का कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित हो सकता है। शोध के मुताबिक, 6 से 9 हफ्ते तक पत्ता गोभी का सेवन करने वालों के एलडीएल (हानिकारक कोलेस्ट्रोल) की मात्रा में कमी देखी गई। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि इसमें मौजूद कौन से प्रभाव की वजह से पत्ता गोभी कोलेस्ट्रोल नियंत्रण में मदद कर सकती है। ।हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर और फाइटोन्यूट्रिएंट्स (phytosterols) के कारण कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में मदद मिल सकती है।

त्वचा के लिए लाभदायक

पत्ता गोभी खाने के फायदे त्वचा को भी हो सकते हैं। पत्ता गोभी यूवी किरणों से बचाव करके फोटोएजिंग का जोखिम कम कर सकती है। फोटोएजिंग त्वचा संबंधी ऐसी समस्या है, जो सूरज की हानिकारक किरणों के कारण होती है, जिसकी वजह से चेहरा पर समय से पहले बुढ़ापा नजर आने लगता है। पत्ता गोभी विटामिन-सी से समृद्ध होती है, जो स्किन टिश्यू के लिए जरूरी होता है। इसके उपयोग से त्वचा पर लगने घाव को जल्दी भरने में भी मदद मिल सकती है।

 बालों के लिए लाभकारी

पत्ता गोभी (Patta Gobhi in Hindi) के गुण सेहत और त्वचा ही नहीं बालों के लिए भी वरदान साबित हो सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक पत्ता गोभी में क्वेरसेटिन (Quercetin) नामक तत्व होता है। यह कंपाउंड बालों से जुड़ी एलोपेशीया एरेटा की समस्या (अचानक बालों का झड़ना) को कम कर सकता है। इसी वजह से बंद गोभी खाने के फायदे में बालों को स्वस्थ रखना भी शामिल किया जाता है।

पत्ता गोभी का उपयोग How to Use Cabbage (Patta Gobhi) in Hindi

पत्ता गोभी एक स्वादिष्ट सब्जी है, जिसे विभिन्न रूपों में खाया जा सकता हैं। आइये देखते हैं कि हम पत्ता गोभी को अपने आहार में किस प्रकार शामिल कर सकते हैं –

  • पत्ता गोभी की सब्जी बनाकर खा सकते हैं।
  • इसका सूप बनाकर पी सकते हैं।
  • पत्ता गोभी का इस्तेमाल नूडल व मैकरोनी बनाने में भी किया जा सकता है।
  • बेहतर स्वास्थ्य के लिए पत्ता गोभी का जूस निकालकर भी पी सकते हैं।
  • पत्ता गोभी की सलाद बनाकर खा सकते हैं।
  • पत्ता गोभी के पराठे बनाकर खाए जा सकते हैं।

पत्ता गोभी के चयन का तरीका

  • अगर पत्ता गोभी का रंग पीला हो गया है, तो उसे न खरीदें। पत्ता गोभी प्राकृतिक हरे या लाल रंग का ही होना चाहिए।
  • हमेशा ताजी पत्ता गोभी का चयन करें। पत्ता गोभी ताजी है या नहीं यह उसके डंठल को देखकर पता लगाया जा सकता है। अगर डंठल काला या हल्का भूरा है, तो उसे न खरीदें।
  • हमेशा ठोस पत्ता गोभी का ही चयन करें। पत्तों को ध्यान से देखें कि कहीं उसमें कीड़े के काटने के निशान तो नहीं हैं।
  • ताजी पत्ता गोभी मुरझाई हुई नहीं होती है, इसलिए खरीदते समय इस बात का ध्यान दें।
  • पत्ता गोभी को लंबे समय तक ताजा रखने के लिए फ्रिज में रख सकते है। इसे हल्के गीले कपड़े में ढककर भी रखा जा सकता है।

पत्तागोभी खाने के नुकसान (Patta Gobhi khane ke Nuksan) (Side Effects of Cabbage in Hindi)

पत्ता गोभी (Patta Gobhi in Hindi) एक गुणकारी सब्जी है, लेकिन कई बार पत्ता गोभी के नुकसान भी हो सकते हैं। पत्ता गोभी खाने के फायदे और नुकसान इसकी खायी गयी मात्रा पर निर्भर करता है। अपने अंदर कई औषधीय गुणों को रखने के बाद भी कई मायनों में पत्ता गोभी हमारे सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। जैसे- अगर इसका ज्यादा सेवन किया जाए, तो पत्ता गोभी के नुकसान कुछ इस प्रकार हो सकते हैं।

  • ज्यादा पत्ता गोभी खाने से कुछ लोगों के गले में एलर्जी हो जाती है, लेकिन ऐसा बहुत कम मामलों में होता है।
  • पत्ता गोभी मधुमेह के रोगियों के लिए अच्छी होने के साथ ही सामान्य रक्त शुगर वालों के ग्लूकोज लेवल को कम कर सकती है।
  • पत्ता गोभी गैस की समस्या का कारण बन सकती है।
  • हाइपोथायरायडिज्म (थायरॉयड ग्रंथि जब थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाती) की समस्या से ग्रसित लोगों को पत्ता गोभी के सेवन से परहेज करना चाहिए।
  • पत्ता गोभी से सबसे बड़ा नुकसान जो सेहत को हो सकता है वह पत्ता गोभी में मौजूद कीड़ा होता है। जब भी हम पत्ता गोभी बनाते है, तो साधारणतः पत्ता गोभी को पानी से धोते है, लेकिन इसके बाद भी कभी कभी गोभी में मौजूद कीड़ा खाने के साथ मिल जाता है, और हम उसे खा लेते है। खाने के बाद यह कीड़ा हमारे दिमाग में पहुँच जाता है। इस कीड़े का नाम टेव वर्म होता है।
  • पत्ता गोभी पेट के कई मायनों में फायदेमंद होता है। पर यदि इसका सेवन नियमित किया जाए तो यह पेट संबधी कई दिक्कते पैदा कर सकता है। जैसे पेट मे गैस का बनना, पेट दर्द आदि।
  • जिन व्यक्तियों को थाइराइड की समस्या है, उन्हें पत्ता गोभी का सेवन नही करना चाहिए।
  • अगर आपको लगातार गैस की दिक्कत रहती है, तो भी पत्ता गोभी नही खाना चाहिए।
  • इरिटेबल बाउल की समस्या से जूझ रहे किसी भी व्यक्ति को पत्ता गोभी नही खाना चाहिए।

पत्ता गोभी बनाने की सही विधि (Patta Gobhi Banane Ki Sahi Vidhi)

पत्ता गोभी में सबसे बड़ी दिक्कत उसमे मौजूद कीड़ा होता है। डॉक्टरों के मुताबिक यह कीड़ा इतना सूक्ष्म होता है कि इसे आसानी से देखा नही जा सकता है। अब यदि उस कीड़े को देख पाना ही मुश्किल है, तो हम यह सुनिश्चित नही लगा पाएंगे कि कीड़ा मौजूद है या नही। इस समस्या को दूर करने का बस सिर्फ एक उपाय खाना बनाते वक्त बरती जाने वाली सावधानी है। जब भी आप पत्ता गोभी की सब्जी बनाये तो दो बार गर्म पानी से धोना न भूले। उसके बाद ही उसे काटे। काटने के बाद इसको कुछ देर के लिए गर्म पानी मे डाल दे। उसके पश्चात उसे पानी से निकाल कर एक बार फिर धोएं, उसके बाद उसकी सब्जी बनाएं।

नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको पत्तागोभी से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है। लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।

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