Khasra Khatauni Online Check/ ऑनलाइन खसरा खतौनी कैसे चेक करें?
- वेरिफिकेशन लिंक पर क्लिक करें
- अपना जिला सेलेक्ट करें (जैसे लखनऊ, आगरा, मऊ, बलिया )
- अपनी तहसील सेलेक्ट करें
- अपने गाँव का नाम सेलेक्ट करें
- अपना खसरा या गाता नम्बर भरें
ऑनलाइन खसरा खतौनी चेक करने के लिए यहाँ क्लिक करें
ऑनलाइन जमीन का रिकॉर्ड चेक करने के लिए यहाँ क्लिक करें
गाता कोड खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें
कोड वाइज खसरा खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें
खतौनी नकल का वेरिफिकेशन करने के लिए यहाँ क्लिक करें
ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें
आखिर क्या है खसरा और खतौनी की पहेली?
आज भी भारतीय कचहरी, न्यायालयों, और भूलेख सम्बन्धी दस्तावेजों में हिंदी और उर्दू के ऐसे-ऐसे शब्दों का उपयोग होता है जो आपके पल्ले नहीं पड़ेगीं. अगर आप ग्रामीण वातावरण में रहें हैं, गाँव के सरकारी स्कूल से पढाई की है तो हो सकता है ये आपको कुछ सुनी सुनी सि लगें और समझ आ जाएँ लेकिन अगर आप बचपन से ही शहरी वातावरण में रहे हैं, कान्वेंट स्कूल में पढ़े-लिखे हैं तो पक्का ये आपके सर के ऊपर से निकलेंगी. जी हाँ हम बात कर रहे हैं, खसरा, खतौनी, खाता, खेवट, गाता इत्यादि की. काफी सारे लोगों को ये पता नही होता कि खसरा क्या होता है? खतौनी क्या होती है? खाता नम्बर और खसरा नम्बर में क्या डिफरेंस होता है? खतौनी नम्बर क्या होता है? खेवट नम्बर क्या है? जमाबंदी क्या है? फर्द क्या है? चकबंदी क्या है? इत्यादि ऐसे बहुत सारे शब्द हैं. लेकिन हम यहाँ बात करने जा रहे हैं खसरा, खतौनी, खाता नम्बर और गाता कोड की. आज हम ये जानेंगे कि कैसे खसरा खतौनी और गाता नम्बर से ये देखें कि आपके गाँव में किस खेत का मालिकाना हक किसके नाम पर है? आपके गाँव का कौन सा रास्ता कितने कड़ी का है जिसके गाँव वालों ने दोनों तरफ से काटकर पतली सी मेंढ बना दी है 😀
Khasra Khatauni Online Check
जमाबंदी/फर्द/RoR (Record of Rights)
सबसे पहले हम बात करते है जमाबंदी या फर्द या RoR (Record of Rights) की. अलग-अलग स्टेट्स में इसका नाम अलग हो सकता है लेकिन मुख्यत: ये इसी नाम से जाना जाता है. इसके अंदर आप ये देख सकते हैं कि जमीन का मालिकाना हक किसके नाम पर है, काश्तकार कौन है, खसरा नम्बर और खेत/जमीन का एरिया कितना है, जमीन की स्थिति कैसी है मतलब उपजाऊ है या बंजर है, कौन कौन से फसलें बोई जाती हैं, सिंचाई के कौन से साधन उपलब्ध हैं, ये जमीन किसी बैंक के पास गिरवी या लीज पर तो नहीं रखी गयी है, इत्यादि की जानकारी पा सकते हैं.
इसे भी पढ़ें: क्यों जरुरी है PAN Card बनवाना
Khasra Khatauni Online Check
खसरा नम्बर (Khasra Number)
हर जमाबंदी के अंदर आपको एक खसरा नम्बर मिलता है. ये एक प्लाट नम्बर होता है या सर्वे नम्बर होता है जो हर एक जमीन के टुकड़े को दिया जाता है. हर खेत का एक नम्बर होता है जिसे खसरा नम्बर कहते हैं. एक खसरा नम्बर का मालिक एक आदमी भी हो सकता है, या दो भाई हो सकते हैं या हो सकता है की पूरा परिवार ही उस खसरा नम्बर का मालिकाना हक रखता हो. इसलिए इसे आप ऐसे समझिये कि हर जमीन का एक यूनिक खसरा नम्बर होता है लेकिन उस जमीन का मालिकाना हक भी किसी यूनिक वक्ती पर हो ये जरुरी नही है
खाता नम्बर/ खेवट नम्बर (Khata Number, Khewat Number)
खाता नम्बर और खेवट नम्बर एक ही है. ये एक तरह का अकाउंट नम्बर है जो कि एक परिवार के विभिन्न सदस्यों के नाम कितनी जमीन है, (ध्यान रखिये यहाँ हम जमीन के मालिकाना हक की बात कर रहे हैं) इसकी जानकारी देता है. मतलब कि एक परिवार में 5 सदस्य हैं और पाँचों के नाम जमीन के 5 टुकड़े हैं तो यहाँ पर खसरा नम्बर तो 5 होंगे लेकिन परिवार का खाता नम्बर एक होगा.
खतौनी नम्बर (Khatauni Number)
खतौनी नम्बर भी एक तरह का अकाउंट नम्बर ही है और ये भी खाता नम्बर की तरह ही होता है लेकिन ये किसी काश्तकार के पास जोतने बोने के लिए कितनी जमीन है इसकी जानकारी देता है. मान लीजिये किसी मालिक ने बटाई पर अपने 3 खेत 1 काश्तकार को जोतने बोने के लिए दिए हैं तो यहाँ पर एक खतौनी नम्बर उस काश्तकार के पास होगा जिसमे इन तीनों खेतों के खसरा नम्बर होंगे. Khasra Khatauni Online Check
उम्मीद है आप लोगों को खाता, खसरा खतौनी, खेवट की ये पहेली अच्छे से समझ में आ गयी होगी
[email protected]
Sillarpur
Ramnagar barabanki
[email protected]
परसौहा कारेबन सुल्तानपुर
Hallo
[email protected]
Gram Panchayat beri naam Ka tahsil mauganj jila rewa Madhya Pradesh