Vakyansh Ek Shabd-25 / द से शुरू होने वाले वाक्यांश के लिए एक शब्द
वाक्यांश के लिए एक शब्द
अपनी बात को सही और संक्षिप्त रूप से रखना एक कला है. भाषा को सुंदर, आकर्षक और प्रभावशाली बनाने के लिए हर भाषा में कुछ ऐसे शब्द होते हैं जो किसी एक वाक्य के स्थान पर इस्तेमाल किये जा सकते हैं. ऐसा लेख को प्रभावशाली और संक्षिप्त बनाने के लिए किया जाता है. हिन्दी भाषा में भी कई शब्दों के स्थान पर एक शब्द बोल कर हम भाषा को प्रभावशाली एवं आकर्षक बनाते हैं। अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग करके भाषा की सुदृढ़ता, और भावों की गम्भीरता रखते हुये एक चुस्त शैली में कोई लेख या पद लिख सकते हैं.
अतः जब अनेक शब्दों के स्थान पर केवल एक शब्द का प्रयोग किया जाए तो उसे वाक्यांश (Vakyansh) के लिए एक शब्द या अनेक शब्दों के लिए एक शब्द कहते हैं
उदाहरण 1: तुम उस औरत से क्या बात कर रहे थे जिसका पति मर चुका है?
वाक्यांश (Vakyansh) के लिए एक शब्द: तुम उस विधवा औरत से क्या बात कर रहे थे?
इस उदाहरण में ” जिसका पति मर चुका हो” इस वाक्यांश के लिए एक शब्द “विधवा” शब्द का प्रयोग किया गया है. आप देख सकते हैं कि इससे वाक्य ज्यादा सुन्दर और संक्षिप्त हो गया है.
उदाहरण 2: तुम उस पत्रिका को क्यों नहीं मंगाते जो महीने में एक बार आती है?
वाक्यांश (Vakyansh) के लिए एक शब्द: तुम उस मासिक पत्रिका को क्यों नहीं मंगाते?
इस उदाहरण में “जो महीने में एक बार आती है” इस वाक्यांश के लिए एक शब्द “मासिक” शब्द का प्रयोग किया गया है. Vakyansh Ek Shabd-25
द से शुरू होने वाले वाक्यांश (Vakyansh) के लिए एक शब्द
वाक्यांश या शब्द-समूह | शब्द |
दाव (जंगल) में लगने वाली आग | दावानल |
जो द्वार का पालन (रक्षा) करता है | द्वारपाल |
दिन पर दिन | दिनोंदिन |
दो बार जन्म लेने वाला | द्विज |
जिसे समझना बहुत कठिन हो | दुष्कर |
जिसका दमन कठिन हो | दुर्दम्य/दुर्दांत/दुर्धर्ष |
जिसको प्राप्त करना बहुत कठिन हो | दुर्लभ |
जो मुश्किल से प्राप्त हो | दुष्प्राप्य |
अपने देश के साथ विश्वासघात करने वाला | देशद्रोही |
प्रतिदिन होने वाला | दैनिक |
तेज़ गति से चलने वाला | द्रुतगामी/तीव्रगामी |
जिसको रोकना या निवारण करना कठिन हो | दुर्निवार |
जिसे भेदना या तोड़ना कठिन हो | दुर्भेद्य |
जिसे सताया गया हो | दलित |
दो भाषाएँ बोलने वाला | द्विभाषी |
दो वेदों को जानने वाला | द्विवेदी |
जिसने गुरु से दीक्षा ली हो | दीक्षित |
जिसने किसी विषय में मन लगा लिया हो | दत्तचित |
एक राजनीतिक दल को छोडकर दूसरे दल में शामिल होने वाला | दलबदलू |
पति-पत्नी का जोड़ा | दम्पति |
गोद लिया हुआ पुत्र | दत्तक (पुत्र) |
जो दिया जा सके | देय |
स्त्री-पुरुष का जोड़ा/पति-पत्नी का जोड़ा | दम्पति |
दण्ड दिये जाने योग्य | दण्डनीय |
कपड़ा सीने का व्यवसाय करने वाला | दर्जी |
दस वर्षों का समय | दशक |
जिसके दस आनन (मुख) हों | दशानन |
जो दर्शन-शास्त्र का ज्ञाता हो | दार्शनिक |
देने की इच्छा | दित्सा |
अनुचित या बुरा आचरण करने वाला | दुराचारी |
बहुत दूर की बात पहले से ही सोच लेने वाला | दूरदर्शी |
आँख की बीमारी | दृष्टिदोष |
जो देखने योग्य हो | द्रष्टव्य/दर्शनीय |
जिसमें जाना या समझना कठिन हो | दुर्गम |
जिसको लाँघना कठिन हो | दुर्लंध्य |
पति के छोटे भाई की स्त्री | देवरानी |
दैव या प्रारब्ध सम्बन्धी बातें जानने वाला | देवज्ञ |
दिन के समय अपने प्रिय से मिलने जाने वाली नायिका | दिवाभिसारिका |
अपराध और उन पर दण्ड देने के नियम निर्धारित करने वाला प्रश्न | दण्डसंहिता |
अपने देश से प्यार करने वाला | देशभक्त |
नापाक इरादे से की जाने वाली मंत्रणा या साजिश | दुरभिसंधि |
जिस समय बड़ी मुश्किल से भिक्षा मिलती है | दुर्भिक्ष |
जो कठिनाइयों से पचता है | दुष्पाच्य |
अनुचित बात के लिये आग्रह | दुराग्रह |
जिस पर दिनांक (तारीख़ का अंक) लगाया गया हो | दिनांकित |
जो विलम्ब या टालमटोल से काम करे | दीर्घसूत्री |
दशरथ का पुत्र | दाशरथि |
देखने की इच्छा | दिदृक्षा |
विवाह के पश्चात् वधू का ससुराल में दूसरी बार आना | द्विरागमन |
Vakyansh Ek Shabd-25
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