Manovigyan Education Psychology Hindi मनोविज्ञान और उसका शैक्षणिक जीवन में उपयोग

Manovigyan Education Psychology Hindi / मनोविज्ञान और उसका शैक्षणिक जीवन में उपयोग

मनोविज्ञान क्या है? (What is Psychology in Hindi)

आज मनोविज्ञान (Psychology) एक स्वतंत्र विषय है लेकिन बहुत समय पहले इसे दर्शन शास्त्र की एक शाखा माना जाता था.  बाद में मनोविज्ञान को एक स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना शुरू किया गया.

मनोविज्ञान शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम रुडोल्फ गोयकल ने किया था.

गेरेट के अनुसार Psychology शब्द की उत्पत्ति ग्रीक/लैटिन भाषा के दो शब्दों Psyche + Logos से मिलकर हुआ है.  

यहाँ Psyche का अर्थ:  आत्मा

और Logos का अर्थ: अध्ययन करना है

सबसे पहले मनोविज्ञान को प्लेटो, अरस्तू और देकार्टे ने 16वीं शताब्दी में परिभाषित किया. उन्होंने आत्मा शब्द को आधार मानकर, मनोविज्ञान को आत्मा का विज्ञान कहा. Manovigyan Education Psychology Hindi

आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या ना होने के कारण 16वीं शताब्दी के अंत में यह परिभाषा अमान्य हो गयी.

17वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक पॉम्पानोजी और उसके सहयोगी थासडरीड ने मनोविज्ञान को मन या मस्तिष्क का विज्ञान कहा.

बाद में यह परिभाषा भी अपूर्ण अर्थ होने के कारण 18वीं शताब्दी में अमान्य हो गयी.

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19वीं शताब्दी में विलियम वुंट, विलियम जेम्स, जेम्ससली टिचनर आदि ने मनोविज्ञान को चेतना का विज्ञान कहा. लेकिन यह परिभाषा भी अपूर्ण होने के कारण बाद में अमान्य कर दी गयी.

विलियम वुंट ने जर्मनी के लिपजिंग शहर में 1879 में सबसे पहला मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला खोला. इसलिए विलियम वुंट को प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक माना जाता है. Manovigyan Education Psychology Hindi

भारत में पहली मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला 1915 में कलकत्ता में सेन गुप्त ने स्थापित की.

विलियम मेगडूगल ने अपनी पुस्तक “Outline Psychology” में चेतना शब्द की निंदा की

20वीं शताब्दी में मनोविज्ञान को “व्यवहार का विज्ञान” कहा गया और आजतक यही परिभाषा प्रचलित है.

मनोविज्ञान को “व्यवहार का विज्ञान” मानने वाले विभिन्न विद्वान और मनोवैज्ञानिक हैं: वाटसन, वुडवर्थ, स्किनर, मेगडूगल, थार्नडाईक आदि हैं.

मनोविज्ञान (Psychology) के सम्बन्ध में विभिन्न मनोवैज्ञानिकों का कथन

वाटसन का कथन: 1. “तुम मुझे एक बालक दो और मैं उसे वो बना सकता हूँ जो मैं बनाना चाहता हूँ” 2. “मनोविज्ञान व्यवहार का शुद्ध, निश्चित, सकारात्मक और धनात्मक विज्ञान है”

वुडवर्थ का कथन: “मनोविज्ञान से सबसे पहले अपनी आत्मा का त्याग किया, फिर मन और मस्तिष्क का त्याग किया, फिर उसने अपनी चेतना का त्याग किया और आज मनोविज्ञान व्यवहार के विधि स्वरुप को स्वीकार करता है”.

स्किनर का कथन: 1. “मनोविज्ञान व्यवहार और अनुभव का विज्ञान है” 2. शिक्षा मनोविज्ञान अध्यापकों की तैयारी की आधारशिला है”

मेगडूगल का कथन: ” मनोविज्ञान व्यवहार और आचरण का विज्ञान है”

क्रो एंड क्रो के अनुसार: “मनोविज्ञान, मानव व्यवहार और मानव संबंधों का अध्ययन है”

मनोविज्ञान की मुख्य शाखाएं/ मनोविज्ञान के विभिन्न क्षेत्र

  • शिक्षा मनोविज्ञान
  • बाल मनोविज्ञान/ बाल विकास
  • सामान्य मनोविज्ञान
  • असामान्य मनोविज्ञान
  • तुलनात्मक मनोविज्ञान
  • प्रयोगात्क मनोविज्ञान
  • समाज मनोविज्ञान
  • औद्योगिक मनोविज्ञान
  • किशोर मनोविज्ञान
  • प्रोढ़ मनोविज्ञान
  • विकासात्मक मनोविज्ञान
  • निदानात्मक/ उपचारात्मक/ क्लिनिक मनोविज्ञान
  • परा मनोविज्ञान (आधुनिक शाखा)
  • पशु मनोविज्ञान

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