Srinagar History Hindi / श्रीनगर: भारत का स्वर्ग और पूरब का वेनिस / History of Srinagar in Hindi
भारत का ऐसा कौनसा नागरिक होगा जो श्रीनगर (Srinagar History Hindi) के बारे में ना जानता हो? जिसने कभी जम्मू और कश्मीर का नाम न सुना हो? लेकिन यह देश का दुर्भाग्य है और यहां का एक काला पहलू है कि यह देश के सबसे ज्यादा अशांत इलाकों में से एक है.
आजादी के तुरंत बाद से ही ये हिंसा का शिकार रहा है लेकिन अगर इन सब बातों को छोड़कर देखें तो यह देश का सबसे खूबसूरत राज्य है जिस पर प्रकृति हमेशा मेहरबान रही है और इसीलिए इसे भारत की धरती का स्वर्ग और पूरब का वेनिस भी कहते हैं
श्रीनगर भारत के उत्तरतम राज्य जम्मू और कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी है क्योंकि सर्दियों में यहां बर्फ पड़ती है इसलिए सर्दियों के दिनों में जम्मू और कश्मीर की राजधानी जम्मू को बनाया गया है
श्रीनगर झेलम नदी के तट पर बसा हुआ है खूबसूरत झीलों, महान ऐतिहासिक, धार्मिक, और पुरातात्विक महत्व रखने वाला शहर है.
श्रीनगर मुख्य रूप से दो शब्दों से मिलकर बना है श्री और नगर श्री का अर्थ होता है धन, संपत्ति, संपदा और नगर यानी शहर है.
इस प्रकार श्रीनगर का मतलब हुआ धनधान्य से परिपूर्ण शहर जिसमें किसी भी प्रकार की कोई कमी ना हो. प्रकृति ने श्रीनगर पर अपना सौंदर्य खुलकर लुटाया है. यही कारण है कि देश विदेश के हजारों नहीं बल्कि लाखों सैलानी प्रतिवर्ष यहां घूमने आते हैं. Srinagar History Hindi
श्रीनगर का इतिहास History of Srinagar in Hindi
श्रीनगर का इतिहास बहुत पुराना है. यह शहर आज से करीब 2000 साल पहले स्थापित हुआ था तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में राजा प्रवरसेना ने इसकी स्थापना की थी और जल्द ही यह राज्य भारत के उस समय के सबसे बड़े और सबसे समृद्धिशाली, शक्तिशाली राज्य मौर्य साम्राज्य का हिस्सा हो गया.
कश्मीर में पहली बार बौद्ध धर्म का प्रचार भी अंतिम महान मौर्य सम्राट अशोक ने कराया जिसने बाद में बौद्ध धर्म का चुनाव कर लिया था.
इस प्रकार ईसा पूर्व से लेकर चौदहवीं शताब्दी तक कश्मीर में बौद्ध धर्म का ही प्रभुत्व रहा. चौदहवीं शताब्दी के आसपास श्रीनगर के आसपास के कई राज्य मुस्लिम आक्रमणकर्ताओं के कब्जे में थे और यहां इस्लाम का प्रभाव बढ़ रहा था. मुगल शासकों में अकबर ही था जिस के समय में इस्लाम की पहुंच श्रीनगर तक हुई और श्रीनगर मुगल साम्राज्य में शामिल हो गया
हालांकि बाद में औरंगजेब की मृत्यु के बाद जब मुगलों की शक्ति का क्षरण होने लगा तो श्रीनगर का नियंत्रण दुर्रानी ने अपने हाथों में ले लिया और घाटी में अगले कुछ सालों तक राज किया. सन 1814 में राजा रणजीतसिंह ने श्रीनगर को अपने नियंत्रण में ले लिए और यहाँ 30 सालों तक राज किया. बाद में अंग्रेजों और महाराजा रणजीत सिंह के बीच लाहौर संधि हुई जिसके अनुसार महाराजा गुलाब सिंह को घाटी का राजा बना दिया गया और इसके साथ ही यह खूबसूरत राज्य भारत के ब्रिटिश रियासत का हिस्सा बन गया. Srinagar History Hindi
असली गड़बड़ आजादी मिलने के जस्ट बाद शुरू हुई. जब 1947 ईस्वी में भारत को स्वतंत्रता मिली तो पाकिस्तान के भारत से अलग होते ही पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्से पर कब्जा कर लिया. उस समय कश्मीर घाटी के राजा थे महाराजा हरि सिंह जो कि गुलाब सिंह के ही वंशज थे. उनको होने वाले नुकसान काअंदाजा हो गया और भारत से एक संधि के तहत उन्होंने खुद की रियासत को भारत में शामिल करने के लिए हस्ताक्षर कर दिया.
इसी की वजह से भारत और पाकिस्तान के बीच 1947 का युद्ध हुआ जिसमें भारत ने अधिकतर इलाके को पाकिस्तान से छीन लिया. लेकिन पाकिस्तान द्वारा इस मामले को संयुक्त राष्ट्र संघ में ले जाने की वजह से कुछ हिस्सा पाकिस्तान के पास ही रह गया था जो कि अब आजाद कश्मीर के नाम से जाना जाता है. जिस हिस्से को भारतीय सेना ने अपने कब्जे में ले लिया था वह अब भारत गणराज्य का अभिन्न अंग है
श्रीनगर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व Religious and Historical Significance of Srinagar in Hindi
श्रीनगर एक खूबसूरत ऐतिहासिक, धार्मिक और सुंदर वास्तुकला वाला शहर है. यहां कई ऐसी ऐतिहासिक इमारतें और पुराने धार्मिक स्थल हैं जो इस शहर की प्राचीन संपन्न विरासत को बताते हैं. यहां पर कई सारे मंदिर और मस्जिद हैं जो लगभग 1000 साल से ज्यादा पुराने हैं. श्रीनगर के प्रमुख मंदिरों में यहां का शंकराचार्य मंदिर, ज्योतिश्वर मंदिर आदि प्रमुख है. श्रीनगर की प्रमुख मस्जिदें जामा मस्जिद, अखंड मुल्ला मस्जिद इत्यादि मस्जिदें प्रसिद्ध हैं
श्रीनगर के बगीचे और झीलें Gardens and Lakes in Srinagar
श्रीनगर में निशात बाग, शालीमार बाग, अच्छाबल बाग़, चश्मा शाही बाग और परीमहल काफी प्रसिद्ध है
इनको देखने के लिए हर साल काफी संख्या में पर्यटक देश विदेश से आते हैं. यह इस शहर के प्राकृतिक सौंदर्य में चार चांद लगा देते हैं.
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यहां की प्रमुख झीलें हैं डल झील, नागिन झील, अंचार झील इत्यादि. इनकी प्राकृतिक खूबसूरती श्रीनगर में पर्यटकों के लिए किसी स्वप्न सुंदरी से कम नहीं है. डल झील को कश्मीर का मुकुट भी कहा जाता है. डल झील कश्मीर घाटी में दूसरी सबसे बड़ी झील है. यह झील सुंदर हिमालय की पृष्ठभूमि में स्थित है. श्रीनगर में हाउसबोट या शिकारा जो लकड़ी की एक नाव होती है, झील के किनारे पर किराए पर मिलती है. पर्यटक इन बड़ी-बड़ी नावों में रुक कर यहां के सुंदर वातावरण का आनंद उठाते हैं.
श्रीनगर के अन्य पर्यटन स्थल Other Visiting Places of Srinagar
श्रीनगर में दाचीगम नाम का एक वन्यजीव अभयारण्य भी है. यह काफी लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. यह 141 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है जिसे सन 1951 ईस्वी में एक राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया गया था. इस अभयारण्य में विलुप्त प्रजातियों के कई सारी किस्मे हैं जिसमें से लाल हिरण की विलुप्त होती प्रजाति हंगुल भी पाई जाती है. यहां काले भूरे भालू, कस्तूरी मृग, और भी कई तरह के प्रवासी पक्षी भी पाए जाते हैं.
श्रीनगर की डल झील के किनारे इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन भी बनाया गया है जो पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है. यह ट्यूलिप गार्डन कुल 90 एकड़ में फैला हुआ है. इसमें लगभग 70 किस्म के ट्यूलिप के फूल लगे हुए हैं. यहां हर साल 5 अप्रैल से 15 अप्रैल तक ट्यूलिप महोत्सव का आयोजन किया जाता है जो लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है. ट्यूलिप फेस्टिवल में केवल देश के ही पर्यटक नहीं बल्कि दुनिया भर के पर्यटक इसको देखने और निहारने आते हैं. यहां पर्यटकों को स्थानीय व्यंजनों और लोकनृत्य के साथ-साथ यहाँ की हस्त शिल्प का भी आनंद लेने को मिलता है. यहाँ का हस्तशिल्प देश और दुनिया में बहुत प्रसिद्द है. श्रीनगर की पश्मीना शाल, स्टोल और लकड़ी की चीजें दुनियाभर में मशहूर हैं.
श्रीनगर का खानपान Cuisine of Srinagar in Hindi
श्रीनगर के लोग भोजन में चावल को ज्यादा महत्व देते हैं और आमतौर पर उनका खाना चटपटा मसालेदार और लज्ज़तदार होता है.
यह शहर केसर की पैदावार के लिए भी दुनिया भर में जाना जाता है. केसर एक बहुत ही प्रसिद्ध और महंगा मसाला है इसीलिए केसर को रॉयल मसाला भी कहते हैं. केसर की स्थानीय पैदावार के कारण जो भी पर्यटक यहां पर आते हैं वो किसानों से केसर खरीद कर ले जाते हैं. भारतीय बाजार में केसर की कीमत 250 से ₹ 300 प्रति ग्राम तक है Srinagar History Hindi
श्रीनगर की जलवायु Climate of Srinagar in Hindi
श्रीनगर भारत का एक ऐसा शहर है जो हर मौसम में अपना रंग बदलता रहता है. गर्मियों के दौरान यहां का मौसम काफी सुहाना और घूमने के लिए अच्छा होता है वहीँ सर्दियों में कुल्फी जमा देने वाली खतरनाक सर्दी पड़ती है. श्रीनगर में बारिश बहुत कम होती है सर्दियों में भारी बर्फ गिरती है इसलिए अगर आप स्नोफॉल देखने के शौकीन है तो सर्दी के मौसम में श्रीनगर आ सकते हैं.
श्रीनगर देश और विदेश के कई हिस्सों से हवाईजहाज, रेल और सड़क द्वारा जुड़ा हुआ है यहां पर हर आय वर्ग के लोगों के लिए होटल और अन्य सुविधाएं आसानी से मिल जाती हैं
श्रीनगर कैसे पहुंचे? How to reach Srinagar?
श्रीनगर भारत के कई सारे शहरों से फ्लाइट द्वारा जुड़ा हुआ है. श्रीनगर एयरपोर्ट को शेख-उल-आलम एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है. यहां भारत के कई सारे शहरों से डायरेक्ट फ्लाइट मिलती है. श्रीनगर का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जम्मू है जो श्रीनगर से 290 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. श्रीनगर कई शहरों से जैसे दिल्ली, जम्मू, चंडीगढ़, लेह इत्यादि से सड़क मार्ग द्वारा भी जुड़ा हुआ है वहां से यहां पर रोजाना बसे चलती है.
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