Indian Constitution Polity (भारतीय संविधान और राजव्यवस्था)

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Indian Constitution Polity

Indian Constitution Polity / भारतीय संविधान और राजव्यवस्था / Indian Constitution and Polity

1. संविधान सरकार चलाने के नियमो का एक महत्वपूर्ण लिखित दस्तावेज है, जिसके आधार पर देश का शासन चलता है।
2. सन 1946 में कैबिनेट मिशन प्लान के अंतर्गत भारत के संविधान के निर्माण के लिए संविधान सभा के गठन का प्रस्ताव रखा गया।
3. संविधान सभा प्रथम अधिवेशन 9 दिसम्बर, 1946 को संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में प्रारम्भ हुआ।
4. डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा को सर्वसम्मति से अस्थायी अध्यक्ष चुना गया।
5. 11 दिसम्बर, 1946 की बैठक में डॉ राजेन्द्र प्रसाद को सभा का स्थायी अध्यक्ष चुना गया तथा बी.एन. राव को संविधान सभा के संबैधानिक सलाहकार के पद पर नियुक्त किया गया। Indian Constitution and Polity

6. 13 दिसम्बर, 1946 को पं.जवाहर लाल नेहरू ने ‘उद्देश्य प्रस्ताव’ प्रस्तुत कर संविधान की आधारशिला रखी।
7. संविधान के निर्माण का कार्य करने के लिए अनेक समितियॉ बनायी गई, जिनमें प्रमुख (डॉ. भीमराव अम्बेडकर) की अध्यक्षता में बनी सात सदस्यों की प्रारूप समिति थी।
8. प्रारूप समिति (Drafting committee) में डॉ. अम्बेडकर के अतिरिक्त सर्वश्री एन.गोपालास्वामी आयंगर,अल्लादी कृष्णास्वामी अय्यर, के.एम.मुंशी, टी.टी.कृष्णामाचारी, मोहम्मद सादुल्लाह, डी.पी.खेतान और एन.माधवराव अन्य सदस्य थे।
9. संविधान को तैयार करने में 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन का समय लगा Indian Constitution and Polity

10. संविधान 26 नवम्बर, 1949 को बनकर तैयार हो गया था परन्तु इसके अधिकतर भागों को 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया क्योंकि 1930 से ही सम्पूर्ण भारत में 26 जनवरी का दिन ‘स्वाधीनता दिवस’ के रूप में मनाया जाता था। इसीलिए 26 जनवरी, 1950 को प्रथम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया गया।
11. संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी, 1950 को हुई,और इसी दिन संविधान-सभा द्वारा डॉ.राजेन्द्र प्रसाद को प्रथम राष्ट्रपति चुना गया।
12. नवनिर्मित संविधान में 395 अनुच्छेद 22 भाग तथा 8 अनुसूचियाँ थीं।
13. भारतीय संविधान का ‘जनक’ डॉ. भीमराव अम्बेडकर को माना जाता है।

भारतीय संविधान की विशेषताएं

  1. भारतीय संविधान एक लिखित, निर्मित और विस्तृत संविधान है
  2. भारतीय संविधान में कठोरता और लचीलेपन का सामंजस्य है
  3. भारतीय संविधान का स्वरूप समन्वयात्मक है
  4. भारतीय संविधान जनता का संविधान है. इसमें प्रभुसत्ता जनता में निहित है
  5. भारतीय संविधान में सम्पूर्ण प्रभुस्त्व संपन्न लोकतंत्रात्मक गणराज्य की व्यवस्था की गयी है
  6. भारतीय संविधान में समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष राज्य की व्यवस्था है
  7. भारतीय संविधान में व्यक्ति के मौलिक अधिकारों और मौलिक कर्तव्यों की व्यवस्था की गयी है
  8. भारतीय संविधान में न्यायपालिका द्वारा अधिकारों की रक्षा की व्यवस्था है
  9. इसमें अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा की व्यवस्था है
  10. इसमें राज्य के नीति निर्देशक तत्वों की भी व्यवस्था है
  11. इसमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और विश्व शांति के आदर्श को मान्यता दी गयी है
  12. यह लोक कल्याणकारी राज्य की स्थापना हेतु प्रतिबद्ध है

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Indian Constitution and Polity

भारतीय संविधान के स्रोत (Source of Indian Constitution)

ब्रिटेन-

संसदीय शासन
विधि निर्माण प्रक्रिया
एकल नागरिकता
संसदीय विशेषाधिकार
मंत्रिमंडल का लोक सभा के प्रति सामूहिक उत्तरदायित्व
औपचारिक प्रधान के रूप में राष्ट्रपति

अमेरिका-

मौलिक अधिकार
उपराष्ट्रपति,स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष न्यायालय
न्यायिक पुनर्विलोकन
सर्वोच्च न्यायालय का गठन एवं शक्तियाँ

कनाडा-

1935 एक्ट- संघात्मक व्यवस्था

आयरलैंड-

नीति-निर्देशक तत्व

इसे भी पढ़ें: भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकार

जर्मनी-

1935 एक्ट- आपात उपबंध

सोवियत संघ(रूस)-

मौलिक कर्तव्य
पंचवर्षीय योजना

फ़्रांस-

गणतंत्र

आस्ट्रेलिया-

समवर्ती सूची
प्रस्तावना की भाषा
केन्द्र राज्य के बीच सम्बन्ध तथा शक्तियोँ का विभाजन

दक्षिण अफ्रीका-

संविधान संशोधन की प्रक्रिया

जापान-

‘कानून द्वारा स्थापित’ शब्दावली’

Indian Constitution and Polity

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