Deep se Deep Jale Kavita (दीप से दीप जले कविता)- माखनलाल चतुर्वेदी

Deep se Deep Jale Kavita, दीप से दीप जले, माखनलाल चतुर्वेदी (Makhanlal Chaturvedi) द्वारा लिखित कविता है. सुलग-सुलग री जोत दीप से दीप मिलें कर-कंकण बज उठे, भूमि पर प्राण फलें। लक्ष्मी खेतों फली अटल वीराने में लक्ष्मी बँट-बँट बढ़ती आने-जाने में लक्ष्मी का आगमन अँधेरी रातों में लक्ष्मी श्रम के साथ घात-प्रतिघातों में लक्ष्मी … Read more

Laddoo le lo Kavita (लड्डू ले लो कविता)- माखनलाल चतुर्वेदी

Laddoo le lo Kavita, लड्डू ले लो, माखनलाल चतुर्वेदी (Makhanlal Chaturvedi) द्वारा लिखित प्रसिद्द बाल कविता है. ले लो दो आने के चार लड्डू राज गिरे के यार यह हैं धरती जैसे गोल ढुलक पड़ेंगे गोल मटोल इनके मीठे स्वादों में ही बन आता है इनका मोल दामों का मत करो विचार ले लो दो … Read more

Ek tum ho Kavita (एक तुम हो कविता)- माखनलाल चतुर्वेदी

Ek tum ho Kavita, एक तुम हो, माखनलाल चतुर्वेदी (Makhanlal Chaturvedi) द्वारा लिखित कविता है. गगन पर दो सितारे: एक तुम हो, धरा पर दो चरण हैं: एक तुम हो, ‘त्रिवेणी’ दो नदी हैं! एक तुम हो, हिमालय दो शिखर है: एक तुम हो, रहे साक्षी लहरता सिंधु मेरा, कि भारत हो धरा का बिंदु … Read more

Aao pyare taro aao Kavita (आओ प्यारे तारो आओ कविता)- महादेवी वर्मा

Aao pyare taro aao Kavita, आओ प्यारे तारो आओ, महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) द्वारा लिखित बाल कविता है. दरअसल ये कविता एक छोटी सी तुकबंदी है जो इन्होने बहुत छोटी सी उम्र में लिखी थी. Aao pyare taro aao Kavita आओ, प्यारे तारो आओ तुम्हें झुलाऊँगी झूले में, तुम्हें सुलाऊँगी फूलों में, तुम जुगनू से … Read more

Koyal Mahadevi Verma Kavita (कोयल कविता)- महादेवी वर्मा

Koyal Mahadevi Verma Kavita, कोयल, महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) द्वारा लिखित प्रसिद्द बाल कविता है. डाल हिलाकर आम बुलाता तब कोयल आती है। नहीं चाहिए इसको तबला, नहीं चाहिए हारमोनियम, छिप-छिपकर पत्तों में यह तो गीत नया गाती है! चिक्-चिक् मत करना रे निक्की, भौंक न रोजी रानी, गाता एक, सुना करते हैं सब तो … Read more

Thakurji bhole hain Kavita (ठाकुर जी भोले हैं कविता)- महादेवी वर्मा

Thakurji bhole hain Kavita, ठाकुर जी भोले हैं, महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) द्वारा लिखित प्रसिद्द बाल कविता है. यह तुकबंदी उस समय की है जब महादेवी जी की अवस्था छः वर्ष का थी। जब महादेवी जी पाँच वर्ष से भी कम की थीं तभी पिता जी राजकुमारों के कालेज इन्दौर के वाइस प्रिंसिपल नियुक्त हो … Read more

Titli Kavita (तितली कविता)- महादेवी वर्मा

Titli Kavita, तितली, महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) द्वारा लिखित प्रसिद्द बाल कविता है. मेह बरसने वाला है मेरी खिड़की में आ जा तितली। बाहर जब पर होंगे गीले, धुल जाएँगे रंग सजीले, झड़ जाएगा फूल, न तुझको बचा सकेगा छोटी तितली, खिड़की में तू आ जा तितली! Titli Kavita नन्हे तुझे पकड़ पाएगा, डिब्बी में … Read more

Baya hamari chidiya rani Kavita (बया हमारी चिड़िया रानी कविता)- महादेवी वर्मा

Baya hamari chidiya rani Kavita, बया हमारी चिड़िया रानी, महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) द्वारा लिखित प्रसिद्द बाल कविता है. बया हमारी चिड़िया रानी! तिनके लाकर महल बनाती, ऊँची डाली पर लटकाती, खेतों से फिर दाना लाती, नदियों से भर लाती पानी। तुझको दूर न जाने देंगे, दानों से आँगन भर देंगे, और हौज़ में भर … Read more

Deep mere jal akampit Kavita (दीप मेरे जल अकम्पित कविता)- महादेवी वर्मा

Deep mere jal akampit Kavita, दीप मेरे जल अकम्पित, महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) द्वारा लिखित कविता है. दीप मेरे जल अकम्पित, घुल अचंचल! सिन्धु का उच्छवास घन है, तड़ित, तम का विकल मन है, भीति क्या नभ है व्यथा का आँसुओं से सिक्त अंचल! स्वर-प्रकम्पित कर दिशायें, मीड़, सब भू की शिरायें, गा रहे आंधी-प्रलय … Read more

Phool Mahadevi Verma Kavita (फूल कविता)- महादेवी वर्मा

Phool Mahadevi Verma Kavita, फूल, महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) द्वारा लिखित कविता है. मधुरिमा के, मधु के अवतार सुधा से, सुषमा से, छविमान, आंसुओं में सहमे अभिराम तारकों से हे मूक अजान! सीख कर मुस्काने की बान कहां आऎ हो कोमल प्राण! स्निग्ध रजनी से लेकर हास रूप से भर कर सारे अंग, नये पल्लव … Read more

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